आगरा: थाना शमसाबाद क्षेत्र के गांव लखुरानी में 29 जुलाई को एक बुजुर्ग किसान का शव पेड़ से लटका हुआ मिला था. किसान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मृतक के सिर में काफी चोटें हैं और उसके बाद फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर परिजनों ने थाना शमसाबाद में हत्या की नामजद तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
मृतक के बेटे प्रेमी शर्मा की तहरीर के अनुसार, चाचा रामगोपाल ने अपने हिस्से की जमीन पर कुराबंदी कराने के लिए तहसील से आदेश कराया था. कुराबंदी में गलत तरीके से उसकी उपजाऊ जमीन को अपने खाते में मिलाने लगा. पीड़ित ने बताया कि इस पर उसने अपने भाई और पिता लालाराम के साथ मिलकर कानूनी तौर पर जमीन की नपाई पर स्टे ले लिया. लिहाजा 26 जुलाई की शाम को चाचा रामगोपाल ने आपस में पंचायत करने के बाद खेत में मेड़ बनाने की बात कही. पंचायत में आपसी सहमति के बाद मेड़ बनाने की बात तय हुई. हालांकि 29 जुलाई को पंचायत की बात पर एतराज जताते हुए आरोपी चाचा और उसके लड़कों ने लाशें बिछा देने की धमकी दी थी. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उसके चाचा और उसके बेटों ने मिलकर पिता की हत्या की है. हत्या के शक को मिटाने के लिए शव को पेड़ से लटकाया गया. हालांकि आरोपी किसान की मौत के बाद से फरार हैं.
थानाध्यक्ष शमसाबाद अरविंद सिंह ने बताया कि जमीन बंटवारे को लेकर आपस में विवाद था. मृतक के पुत्र की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई जगह चोट के निशान मिले हैं. नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.