आगरा: जिले की पुलिस ने लापता अधिवक्ता कपिल पंवार यश की हत्या का पर्दाफाश कर दिया. हत्याकांड का षड्यंत्र अधिवक्ता की सास ने बनाया था. पुलिस ने आरोपी सास के साथ ही दो सुपारी किलर गिरफ्तार किए हैं. पुलिस का दावा है कि, प्रॉपर्टी के विवाद में सास ने अधिवक्ता की 10 लाख की सुपारी दी थी. अधिवक्ता की सुपारी लेने वाला परिचित प्रॉपर्टी डीलर है. जो अभी फरार है. पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है.
जीवनी मंडी के जाटनी का बाग निवासी अधिवक्ता कपिल पंवार 26 अक्टूबर लापता हो गए थे. अधिवक्ता की मां ने छत्ता थाना में 27 अक्टूबर को गुमशुदगी दर्ज कराई थी. लेकिन अधिवक्ता का शव 27 अक्टूबर को इटावा के भरथना थाना क्षेत्र में एक नहर में उतराता मिला था. इटावा पुलिस ने इस शव की शिनाख्त के लिए आसपास के जिलों में फोटो भेजे थे. फोटो के आधार पर गुरुवार देर शाम अधिवक्ता की शिनाख्त हुई. पुलिस ने अधिवक्ता की सास शिमला देवी को हिरासत में ले लिया. क्योंकि, प्रॉपर्टी को लेकर एक साल से दोनों में विवाद चल रहा था.
लव मैरिज से नाराज थी सास
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अधिवक्ता कपिल पंवार यश प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे. कपिल ने पुलिस निरीक्षक ममता पंवार के साथ लव मैरिज की थी, लेकिन दोनों की एक बेटी है. लव मैरिज से कपिल पंवार की सास शिमला देवी खुश नहीं थी. वह कपिल को पसंद नहीं करती थी. 2019 में पुलिस निरीक्षक ममता पंवार की ब्रेन हेमरेज के चलते मौत हो गई. तभी से कपिल पंवार के साथ सास शिमला देवी रह रही थी.
प्रॉपर्टी के चलते हत्या का षड्यंत्र
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अधिवक्ता कपिल पंवार ने अपनी पत्नी ममता पंवार और सास शिमला देवी नाम से कई प्रॉपर्टी खरीदी थी. जिसमें सास का भी पैसा लगा था, लेकिन ममता पंवार की मौत के बाद धीरे-धीरे कपिल ने पत्नी और सास की प्रॉपर्टी को भी अपने नाम कराना शुरू कर दिया था. जब इसकी जानकारी सास शिमला देवी को हुई तो उसने उसकी हत्या का षड्यंत्र रच डाला.
सास ने दामाद की हत्या को दी दस लाख की सुपारी
कपिल पंवार के साथ ही टेढ़ी बगिया निवासी जीतू उर्फ हर्ष यादव प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था. कपिल पंवार ने अपनी सास शिमला देवी से जीतू को मिलवाया था. एक ही व्यवसाय के चलते जीतू भी कपिल से रंजिश मानता था. जीतू और शिमला देवी में बातचीत होने लगी. शिमला देवी ने दामाद की हत्या के लिए जीतू को 10 लाख रुपए की सुपारी दी थी. एक लाख रुपए दे दिया था. बाकी के नौ लाख रुपए का भुगतान बाद में किया जाना था.
अंडे की भुर्जी में मिलाया नशीला पदार्थ
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि, शिमला देवी से कपिल पंवार की 10 लाख में सुपारी मिलने के बाद प्रॉपर्टी डीलर जीतू ने राहुल और अनवर को अपने साथ लिया. 26 अक्टूबर को जीतू साथी राहुल और अनवर के साथ कपिल के प्लाट पर गए. जहां पर जीतू और उसके साथियों ने कपिल को शराब पिलाई. फिर अंडे की भुर्जी में नशीला पदार्थ मिलाकर कपिल को खिला दिया. जब कपिल बेहोश हो गया. उसे अपनी कार से लेकर शिमला देवी के पास पहुंचे. शिमला देवी से सुपारी की रकम मांगी. शिमला देवी ने कहा कि एक लाख रुपए पहले ही दे चुकी है. अब काम पूरा होने के बाद बाकी का रुपए दूंगी. इस पर जीतू और उसके दोनों साथियों ने कार से बेहोश अधिवक्ता को उसकी कार में डालकर ले गए.
कार की सीट बेल्ट से की हत्या
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि, जीतू और उसके साथी कार से बेहोश कपिल को लेकर सास शिमला देवी के पास से चले गए. एत्मादउद्दौला क्षेत्र में जीतू और राहुल ने साथी अनवर को गाड़ी से उतार दिया. दोनों आगे चले गए. गिरफ्तार राहुल ने खुलासा किया कि, बेहोश कपिल की हत्या कार की सीट बेल्ट से की थी. इटावा से आगे भरथना में कपिल का शव नहर में फेंक दिया.
कपिल की कार का नहीं लगा सुराग
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त राहुल निवासी कालिंदी विहार है. जो मूल निवासी फर्रुखाबाद है. अनवर निवासी टेढ़ी बगिया व मूल निवासी जलेसर (एटा) और शिमला पंवार निवासी जाटनी का बाग'छत्ता है. आरोपियों से एक कार, दो तमंचा और चार जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. अभी अधिवक्ता की कार का पता नहीं चला है. जो कार मिली है, वह फरार आरोपी जीतू की है.
अनाथ हो गई बेटी
कपिल की पत्नी ममता पंवार की मौत के बाद बेटी सास शिमला देवी के पास ही रहती थी. इसको लेकर भी कपिल और शिमला देवी में अनबन बनी हुई थी. बेटी के सिर से पहले मां का साया उठा. अब प्रॉपर्टी के लालच में पिता की भी हत्या हो गई. अब बेटी अनाथ हो गई है. पुलिस ने उसकी नानी को पिता की हत्या के आरोप में जेल भेज रही है.