आगरा : जिले के बाह क्षेत्र के गांव दोदापुरा की मड़ैया में घर में रोजाना के झगड़े से तंग आकर मां और बेटी ने जान देने की कोशिश की. दोनों को रास्ते में पड़ा देख ग्रामीणों ने इसकी जानकारी परिवार के लोगों को दी. परिजनों ने दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है.
पुलिस के अनुसार ऊषा देवी (45 ) पत्नी भूरी सिंह गांव दोदापुरा की मड़ैया में 4 बेटी कृष्णा, नीरु, रीना, मिथिलेश और एक पुत्र देवेंद्र के साथ रहती हैं. भूरी सिंह मजदूरी करते हैं. बड़ी बेटी कृष्णा और नीरू की शादी हो चुकी है. बेटा देवेंद्र दिल्ली में रहकर कार्य करता है. बेटी मिथलेश और रीना घर पर रहती हैं. घर में अक्सर गृह कलेश होता रहता है.
ऊषा देवी और बेटी मिथिलेश खाते से रुपए निकालने की कहकर बाह बाजार गई थी. इससे बाद रास्ते में दोनों ने जान देने की कोशिश की. दोनों रास्ते में बेहोश पड़ी थीं. ग्रामीणों में परिजनों को इसकी जानकारी दी. इलाज के लिए सीएचसी बाह में भर्ती कराया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने दोनों मां-बेटी को बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस से हायर सेंटर रेफर कर दिया.
होश आने पर ऊषा देवी ने बताया कि घर में रोजाना के झगड़े और गृह कलेश के चलते जीना मुश्किल हो गया था. इसलिए जान देने के लिए आत्मघाती कदम उठाया. रविवार को वह अकेली आत्महत्या करने के लिए निकली थी. बेटी मिथिलेश को इसकी भनक लग गई तो वह भी साथ आ गई थी. मेरे साथ उसने भी जान देने की कोशिश की. फिलहाल दोनों की हालत खतरे से बाहर है. एसएन मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रहा है.
यह भी पढ़ें : आगरा के सरकारी स्कूल में मिड डे मील बनाते समय लगी आग, शिक्षामित्र और महिला रसोइया झुलसी