ETV Bharat / state

ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे हैं मोबाइल टावर - mobile tower in photo frame

ताज महल की खूबसूरती और फोटो फ्रेम में निजी कंपनियों के मोबाइल टावर दाग लगा रहे हैं. दरअसल यमुना पार मेहताब बाग के आसपास की कालोनियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर खड़े कर दिए गए हैं. जो ताजमहल की फोटोग्राफी करने पर कैमरों में कैद हो जाते हैं.

आगरा:ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे मोबाइल टावर
author img

By

Published : Jun 6, 2019, 9:54 AM IST

आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल की खूबसूरती, सुरक्षा और संरक्षण के लिए विजन डाक्यूमेंट बनाया गया है, जो सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया है. मगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी ताज महल की खूबसूरती और फोटो फ्रेम में निजी कंपनियों के मोबाइल टावर दाग लगा रहे हैं. ताजमहल के दूसरी ओर यमुना पार मेहताब बाग के आसपास की कालोनियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर खड़े कर दिए गए हैं. जो ताजमहल की फोटोग्राफी करने पर कैमरों में कैद होते हैं. इससे जहां ताजमहल की शोभा बिगड़ रही है. वहीं टूरिस्टों का फोटो फ्रेम भी खराब हो रहा है.

रॉयल गेट से फोटो खींचने पर ताजमहल और मीनार के बीच एक मोबाइल टावर साफ दिखाई देता है. जबकि सेंट्रल टैंक से फोटो खींचने पर ताजमहल के दाएं और बाएं आधा दर्जन से अधिक मोबाइल टावर और बिजली के टावर फोटो फ्रेम में दिखाई देते हैं. इस ओर एएसआई, जिला प्रशासन और नगर निगम का ध्यान नहीं है. जबकि पूर्व में आगरा-फिरोजाबाद हाइवे पर रामबाग के पास से टीवी टावर को शमशाबाद रोड पर शिफ्ट किया गया था. क्योंकि वह टावर ताजमहल के फोटो फ्रेम में आता था.

आगरा:ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे मोबाइल टावर
1984 में शिकायत पर शिफ्ट हुआ था टीवी टावर :
  • विदेशी महिला टूरिस्ट ताजमहल देखने आई थी.
  • विदेशी महिला टूरिस्ट ने ताजमहल की फोटो फ्रेम 4 की जगह 5 मीनारें देखी.
  • जबकि हकीकत में ताजमहल की चार ही मीनारें हैं, जो चारों कोनों पर बनी हुई हैं.
  • महिला टूरिस्ट ने शिकायत की तो मामला कोर्ट में चला गया.
  • आगरा-फिरोजाबाद हाईवे पर ट्रांसयमुना कॉलोनी में बनाए गए टीवी टावर को यहां से शमशाबाद रोड पर शिफ्ट कर दिया गया .
  • यह निर्देश दिए गए कि ताजमहल के आसपास टावर, ऊंची बिल्डिंग और पुल को नहीं बनाया जाए.
  • अधिकारियों और विभागों की लापरवाही से ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर आस पास की कॉलोनियों में लगा दिए गए हैं, जो ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे हैं.
  • सुप्रीम कोर्ट के नियमों की अनदेखी करके निजी मोबाइल कंपनियों ने ऊंचे-ऊंचे टावर लगा दिए गए हैं.
  • सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार यहां पर कोई भी ऊंची बिल्डिंग नहीं बनाई जा सकती है.
  • ताजमहल के फोटो फ्रेम में टावर नजर आते हैं.

आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल की खूबसूरती, सुरक्षा और संरक्षण के लिए विजन डाक्यूमेंट बनाया गया है, जो सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया है. मगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी ताज महल की खूबसूरती और फोटो फ्रेम में निजी कंपनियों के मोबाइल टावर दाग लगा रहे हैं. ताजमहल के दूसरी ओर यमुना पार मेहताब बाग के आसपास की कालोनियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर खड़े कर दिए गए हैं. जो ताजमहल की फोटोग्राफी करने पर कैमरों में कैद होते हैं. इससे जहां ताजमहल की शोभा बिगड़ रही है. वहीं टूरिस्टों का फोटो फ्रेम भी खराब हो रहा है.

रॉयल गेट से फोटो खींचने पर ताजमहल और मीनार के बीच एक मोबाइल टावर साफ दिखाई देता है. जबकि सेंट्रल टैंक से फोटो खींचने पर ताजमहल के दाएं और बाएं आधा दर्जन से अधिक मोबाइल टावर और बिजली के टावर फोटो फ्रेम में दिखाई देते हैं. इस ओर एएसआई, जिला प्रशासन और नगर निगम का ध्यान नहीं है. जबकि पूर्व में आगरा-फिरोजाबाद हाइवे पर रामबाग के पास से टीवी टावर को शमशाबाद रोड पर शिफ्ट किया गया था. क्योंकि वह टावर ताजमहल के फोटो फ्रेम में आता था.

आगरा:ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे मोबाइल टावर
1984 में शिकायत पर शिफ्ट हुआ था टीवी टावर :
  • विदेशी महिला टूरिस्ट ताजमहल देखने आई थी.
  • विदेशी महिला टूरिस्ट ने ताजमहल की फोटो फ्रेम 4 की जगह 5 मीनारें देखी.
  • जबकि हकीकत में ताजमहल की चार ही मीनारें हैं, जो चारों कोनों पर बनी हुई हैं.
  • महिला टूरिस्ट ने शिकायत की तो मामला कोर्ट में चला गया.
  • आगरा-फिरोजाबाद हाईवे पर ट्रांसयमुना कॉलोनी में बनाए गए टीवी टावर को यहां से शमशाबाद रोड पर शिफ्ट कर दिया गया .
  • यह निर्देश दिए गए कि ताजमहल के आसपास टावर, ऊंची बिल्डिंग और पुल को नहीं बनाया जाए.
  • अधिकारियों और विभागों की लापरवाही से ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर आस पास की कॉलोनियों में लगा दिए गए हैं, जो ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे हैं.
  • सुप्रीम कोर्ट के नियमों की अनदेखी करके निजी मोबाइल कंपनियों ने ऊंचे-ऊंचे टावर लगा दिए गए हैं.
  • सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार यहां पर कोई भी ऊंची बिल्डिंग नहीं बनाई जा सकती है.
  • ताजमहल के फोटो फ्रेम में टावर नजर आते हैं.
Intro:आगरा.
मोहब्बत की निशानी ताजमहल की खूबसूरती, सुरक्षा और संरक्षण के लिए विजन डाक्यूमेंट्र बनाया गया. जो सुप्रीम कोर्ट में पेश किया है. मगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी ताज महल
के खूबसूरती और फोटो फ्रेम में निजी कंपनियों के मोबाइल टावर दाग लगा रहे हैं. ताजमहल के दूसरी ओर यमुना पार मेहताब बाग के आसपास की कालोनियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर खड़े कर दिए गए हैं. जो ताजमहल की फोटोग्राफी करने पर कैमरों में कैद होते हैं. इससे जहां ताजमहल की शोभा बिगड़ रही है. वहीं टूरिस्टों का फोटो फ्रेम भी खराब हो रहा है. रॉयल गेट से फोटो खींचने पर ताजमहल और मीनार के बीच एक मोबाइल टावर साफ दिखाई देता है. जबकि सेंट्रल टैंक से फोटो खींचने पर ताजमहल के दाएं और बाएं आधा दर्जन से अधिक मोबाइल टावर और बिजली के टावर फोटो फ्रेम में दिखाई देते हैं. इस ओर एएसआई, जिला प्रशासन और नगर निगम का ध्यान नहीं है. जबकि पूर्व में आगरा-फिरोजाबाद हाइवे पर रामबाग के पास से टीवी टावर को शमशाबाद रोड पर शिफ्ट किया गया था. क्योंकि वह टावर ताजमहल के फोटो फ्रेम में आता था.


Body:सुप्रीम कोर्ट के नियमों की अनदेखी करके मेहताबाग क्षेत्र में कछपुरा, गौतम नगर, अब्बास नगर,.सुशील नगर, मोती महल और अन्य कालोनियों में निजी मोबाइल कंपनियों के ऊंचे ऊंचे टावर लगा दिए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार यहां पर कोई भी ऊंची बिल्डिंग भी नहीं बनाई जा सकती है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से वहां पर 15 से 16 ऐसे मोबाइल टावर लगा दिए गए हैं, जो ताजमहल की के फोटो फ्रेम में आने लगे हैं.
1984 में शिकायत पर शिफ्ट हुआ था टीवी टावर
बात 1984 की है एक विदेशी महिला टूरिस्ट ताजमहल देखने आई थी.विदेशी महिला टूरिस्ट ने ताजमहल की फोटोग्राफी की तो उसने देखा कि फोटो फ्रेम में ताज महल की 4 की जगह 5 मीनारें दिख रही हैं. जबकि हकीकत में सिर्फ चार ही ताजमहल की मीनारें है, जो चारों कोनों पर बनी हुई हैं. इस पर महिला टूरिस्ट ने शिकायत की तो मामला कोर्ट में चला गया. इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से आगरा-फिरोजाबाद हाईवे पर ट्रांसयमुना कॉलोनी में बनाए गए टीवी टावर को हटाकर यहां से शमशाबाद रोड पर शिफ्ट कर दिया गया और तब यह निर्देश दिए गए कि ताजमहल के आसपास टावर,ऊंची बिल्डिंग, पुल को नहीं बनाया जाए. जिससे ताजमहल की खूबसूरती और फोटो फ्रेम भी खराब हो. इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों और विभागों की लापरवाही से ऊंचे ऊंचे मोबाइल टावर मेहताब बाग के आसपास की कॉलोनियों में लगा दिए गए हैं, जो ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे हैं.


Conclusion:यह खबर कल एएसआई अधिकारी की बाइट नहीं होने की वजह से रोक ली थी. क्योंकि ईद की छुट्टी के चलते अधिकारी कार्यालय नहीं आए थे. सुबह 10 बजे बाइट करके भेज दी जाएगी. मगर कहीं से खबर लीक हो गई और एक अखबार में आज ही प्रकाशित हुई है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.