आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल की खूबसूरती, सुरक्षा और संरक्षण के लिए विजन डाक्यूमेंट बनाया गया है, जो सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया है. मगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी ताज महल की खूबसूरती और फोटो फ्रेम में निजी कंपनियों के मोबाइल टावर दाग लगा रहे हैं. ताजमहल के दूसरी ओर यमुना पार मेहताब बाग के आसपास की कालोनियों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर खड़े कर दिए गए हैं. जो ताजमहल की फोटोग्राफी करने पर कैमरों में कैद होते हैं. इससे जहां ताजमहल की शोभा बिगड़ रही है. वहीं टूरिस्टों का फोटो फ्रेम भी खराब हो रहा है.
रॉयल गेट से फोटो खींचने पर ताजमहल और मीनार के बीच एक मोबाइल टावर साफ दिखाई देता है. जबकि सेंट्रल टैंक से फोटो खींचने पर ताजमहल के दाएं और बाएं आधा दर्जन से अधिक मोबाइल टावर और बिजली के टावर फोटो फ्रेम में दिखाई देते हैं. इस ओर एएसआई, जिला प्रशासन और नगर निगम का ध्यान नहीं है. जबकि पूर्व में आगरा-फिरोजाबाद हाइवे पर रामबाग के पास से टीवी टावर को शमशाबाद रोड पर शिफ्ट किया गया था. क्योंकि वह टावर ताजमहल के फोटो फ्रेम में आता था.
- विदेशी महिला टूरिस्ट ताजमहल देखने आई थी.
- विदेशी महिला टूरिस्ट ने ताजमहल की फोटो फ्रेम 4 की जगह 5 मीनारें देखी.
- जबकि हकीकत में ताजमहल की चार ही मीनारें हैं, जो चारों कोनों पर बनी हुई हैं.
- महिला टूरिस्ट ने शिकायत की तो मामला कोर्ट में चला गया.
- आगरा-फिरोजाबाद हाईवे पर ट्रांसयमुना कॉलोनी में बनाए गए टीवी टावर को यहां से शमशाबाद रोड पर शिफ्ट कर दिया गया .
- यह निर्देश दिए गए कि ताजमहल के आसपास टावर, ऊंची बिल्डिंग और पुल को नहीं बनाया जाए.
- अधिकारियों और विभागों की लापरवाही से ऊंचे-ऊंचे मोबाइल टावर आस पास की कॉलोनियों में लगा दिए गए हैं, जो ताजमहल की खूबसूरती में दाग लगा रहे हैं.
- सुप्रीम कोर्ट के नियमों की अनदेखी करके निजी मोबाइल कंपनियों ने ऊंचे-ऊंचे टावर लगा दिए गए हैं.
- सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार यहां पर कोई भी ऊंची बिल्डिंग नहीं बनाई जा सकती है.
- ताजमहल के फोटो फ्रेम में टावर नजर आते हैं.