आगरा: केंद्रीय राज्यमंत्री संदीप बालियान सोमवार को मीडिया से रूबरू होते हुए हाथरस मुद्दे को लेकर कहा कि अंतर जातीय तनाव और जातीय संघर्ष फैलाने के लिए साजिश रची गई थी, जबकि प्रदेश सरकार ने इस मामले में एसआईटी गठित करके जांच कराई थी और दोषी पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया. इसके बाद अब सीबीआई जांच और नार्को टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं.
'पुलिस ने हाथरस कांड में बरती लापरवाही'
केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने सोमवार को मीडिया से कृषि विधेयक को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि यह विधेयक किसानों की आय दोगुनी करेगा. इसको लेकर कांग्रेस और विपक्षी दल भ्रम की स्थिति बना रहे हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने हाथरस मामले को लेकर भी सीएम योगी की कार्रवाई की सराहना की. उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और लापरवाही बरती. इसका नतीजा है कि एसपी सहित अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया.
'राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं लाठीचार्ज नहीं होना चाहिए था'
इसके साथ ही हाथरस में रालोद के नेता जयंत चौधरी और उनके कार्यकर्ता के साथ सपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर किए गए लाठीचार्ज को लेकर संजीव बालियान ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था. मैंने भी सड़क पर प्रदर्शन किया है. सभी को अपनी बात रखने और विरोध का पूरा अधिकार है. पुलिस-प्रशासन को ऐसा नहीं करना चाहिए था. मैं व्यक्तिगत भी इसके खिलाफ हूं.
केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने कहा कि योगी सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी. निष्पक्षता सभी के लिए है. बिटिया के परिवार के लिए भी और जिनके बच्चे जेल गए हैं, उनके लिए भी. किसी भी निर्दोश को सजा नहीं मिलनी चाहिए. इसलिए योगी सरकार ने सीबीआई जांच और नार्को टेस्ट कराने के निर्देश दिए.
विवादित IPS अजय पाल शर्मा का किया बचाव
इसके साथ ही संजीव बालियान ने विवादों में घिरे आईपीएस अजय शर्मा का बचाव करते हुए कहा कि, वह अजय शर्मा के कार्यशैली के मुरीद हैं. उन्होंने कहा कि आईपीएस अजय शर्मा ने शामली में अच्छा काम किया था.