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कमजोर पार्टी कर रहीं गठबंधन, सपा का गुंडाराज भूली नहीं जनता: मंत्री डॉ. धर्मेश

आगरा में 'कृषि कानून' को वापस लेने का जनता से वायदा किया लेकिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अब भी भाजपा को घेरने में लगी है.

मंत्री डॉ. धर्मेश
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Published : Nov 24, 2021, 10:04 PM IST

आगरा: यूपी में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (Assembly elections) नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक दल नित नए मुद्दों को लेकर जनता के सामने आ रहे हैं. भले ही पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का जनता से वायदा कर दिया लेकिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अब भी भाजपा को इस मुद्दे पर घेरने में लगी है.

सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बुधवार को ट्वीट किया. इसमें लिखा कि, 'हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की किसान शहादत सम्मान राशि दी जाएगी'.

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इसके बाद यूपी में राजनीति गरमा गई है. बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. आगरा में योगी सरकार में राज्य के मंत्री और आगरा छावनी से विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने ट्वीट को लेकर पूर्व सीएम व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा.

कहा कि सपा सरकार में जिन लोगों पर अत्याचार हुआ, अपराध का ग्राफ, जमीनों पर हुए कब्जे, किसानों पर हमला, लूट और उत्पीड़न किया गया था. वे किसान आज तक नहीं भूले हैं.

राजधानी के पास बॉर्डर पर देशभर के किसान आंदोलन कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन देश को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की. इसके बाद से ही विपक्षी दल लगातार भाजपा को घेरने में लगे हैं. किसान भी धरना खत्म नहीं कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ेः महोबा: प्रभारी मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश को नहीं पता जिले का प्रमुख उघोग

आगरा छावनी से विधायक व योगी सरकार में राज्य मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि संसद में बहस के बाद तीनों किसान बिल पास हुए थे जो किसानों के हित में थे. विपक्षी दल किसानों को गुमराह करने में सफल रहे. इसी वजह से किसान लगातार आंदोलन कर रहे थे. इस वजह से ही पीएम मोदी ने तीनों ही किसान कानूनों को वापस ले लिया.

तीनों ही कृषि कानून वापस लिए जाने से विपक्ष में बौखलाहट है. तीनों कानून वापस होने से किसान अब भाजपा के पक्ष में आ गए हैं. विपक्ष को लग रहा है कि अब भाजपा को इसकी सिंपैथी भी मिलने लगी है.

पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ट्वीट पर मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि जो उन्होंने 'किसान शहादत सम्मान राशि' को उनकी असफल कोशिश करार दिया. कहा कि सपा सरकार में भी किसानों पर अत्याचार हुआ था. उनकी हत्याएं हुईं थीं. जमीनों पर कब्जे हुए थे.

अपराध का ग्राफ बढ़ा था. यह सब जनता भूल ही नहीं है. अब कमजोर पार्टियां साथ मिलकर गठबंधन कर रहीं हैं. भाजपा सशक्त पार्टी है. पूरे पांच साल सरकार ने गरीबों के लिए, किसानों के लिए और प्रदेश के विकास के लिए काम किया है.

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आगरा: यूपी में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव (Assembly elections) नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक दल नित नए मुद्दों को लेकर जनता के सामने आ रहे हैं. भले ही पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का जनता से वायदा कर दिया लेकिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अब भी भाजपा को इस मुद्दे पर घेरने में लगी है.

सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बुधवार को ट्वीट किया. इसमें लिखा कि, 'हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की किसान शहादत सम्मान राशि दी जाएगी'.

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इसके बाद यूपी में राजनीति गरमा गई है. बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. आगरा में योगी सरकार में राज्य के मंत्री और आगरा छावनी से विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने ट्वीट को लेकर पूर्व सीएम व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा.

कहा कि सपा सरकार में जिन लोगों पर अत्याचार हुआ, अपराध का ग्राफ, जमीनों पर हुए कब्जे, किसानों पर हमला, लूट और उत्पीड़न किया गया था. वे किसान आज तक नहीं भूले हैं.

राजधानी के पास बॉर्डर पर देशभर के किसान आंदोलन कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन देश को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की. इसके बाद से ही विपक्षी दल लगातार भाजपा को घेरने में लगे हैं. किसान भी धरना खत्म नहीं कर रहे हैं.

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आगरा छावनी से विधायक व योगी सरकार में राज्य मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि संसद में बहस के बाद तीनों किसान बिल पास हुए थे जो किसानों के हित में थे. विपक्षी दल किसानों को गुमराह करने में सफल रहे. इसी वजह से किसान लगातार आंदोलन कर रहे थे. इस वजह से ही पीएम मोदी ने तीनों ही किसान कानूनों को वापस ले लिया.

तीनों ही कृषि कानून वापस लिए जाने से विपक्ष में बौखलाहट है. तीनों कानून वापस होने से किसान अब भाजपा के पक्ष में आ गए हैं. विपक्ष को लग रहा है कि अब भाजपा को इसकी सिंपैथी भी मिलने लगी है.

पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ट्वीट पर मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि जो उन्होंने 'किसान शहादत सम्मान राशि' को उनकी असफल कोशिश करार दिया. कहा कि सपा सरकार में भी किसानों पर अत्याचार हुआ था. उनकी हत्याएं हुईं थीं. जमीनों पर कब्जे हुए थे.

अपराध का ग्राफ बढ़ा था. यह सब जनता भूल ही नहीं है. अब कमजोर पार्टियां साथ मिलकर गठबंधन कर रहीं हैं. भाजपा सशक्त पार्टी है. पूरे पांच साल सरकार ने गरीबों के लिए, किसानों के लिए और प्रदेश के विकास के लिए काम किया है.

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