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सरकारी बैठकों मे मिट्टी के कुल्हड़ और गिलास से परोसा जाएगा चाय-पानी: धर्मवीर प्रजापति - आगरा ताजा समाचार

यूपी के माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति बुधवार को आगरा पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों के साथ कुंभकारों के रोजगार पर जोर देने के लिए बैठक की. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति से बातचीत की.

माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति
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Published : Sep 6, 2019, 10:01 AM IST

आगरा: मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुंभकारों की हालत सुधरे, उनका कारोबार बढ़े और उन्हें रोजगार मिले. इसको लेकर प्रदेश में पहली बार योगी सरकार ने माटी कला बोर्ड का गठन किया. वहीं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति बुधवार कोअपने गृह नगर आगरा आए और उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की.

बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने ईटीवी भारत से की बातचीत.
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि, यूपी में 92,000 गांव हैं. हम इन गांव में रहने वाले कुंभकार समाज के लोगों का सर्वे करके डाटा जमा कर रहे हैं. अभी हमें 12,000 गांव का डाटा मिल गया है, जिसमें 17000 परिवार चिन्हित हुए हैं, जो मिट्टी के बर्तन या अन्य उपयोगी वस्तुएं बनाते हैं. इन 17,000 परिवारों में से हम 2300 लोगों को आधुनिकता की ट्रेनिंग देने के लिए जा रहे हैं.

खादी ग्रामोद्योग ट्रेनिंग सेंटर पर मिलेगी ट्रेनिंग
माटी कला बोर्ड अभी बना है. इसलिए हम खादी ग्रामोद्योग ट्रेनिंग सेंटर पर इन लोगों को आधुनिकता की ट्रेनिंग देंगे. क्योंकि आज मिट्टी से पानी की बोतल भी बन रही है. ऐसे ही करीब डेढ़ सौ आइटम बन रहे हैं. इन्हीं उत्पादों को बनाने की ट्रेनिंग देंगे. इसके बाद जो अपना उद्योग लगाना चाहते हैं. वह लगा सकते हैं, जिनके पास पैसे नहीं हैं, सरकार की तरफ से तमाम योजनाओं के तहत मदद मिलेगी.

प्लास्टिक बनाने वाले बड़े कारोबारियों को पकड़ा जाएगा
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, फाइबर और प्लास्टिक के आइटम आने से मिट्टी के बर्तन बनाने का कारोबार मृत प्राय हो गया था. अब जब प्लास्टिक पर रोक लगी है, इस कारोबार के बढ़ने की उम्मीद जगी है. आज मैं इसी को लेकर आगरा आया हूं और मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है. उन्होंने कहा है कि छोटे-मोटे दुकानदारों से प्लास्टिक पकड़ने के बजाय बड़े प्लास्टिक के कारोबार करने वाले लोगों को पकड़ें. हम मिट्टी के बर्तन और मिट्टी के बने हुए आइटम को बेचने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे.

माटी कला की ओर से प्रत्येक जिले में बनाई जाएंगी दो से तीन समितियां
बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, मिट्टी के बर्तन और आइटम बनाने वाले लोगों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के नाम से ही योजना है. 25% की सब्सिडी है. केंद्र सरकार की ओर से जो योजना चलाई जा रही है, उसमें 35% की सब्सिडी है. माटी कला बोर्ड की ओर से प्रत्येक जनपद में दो या तीन समितियां बनाई जा रही हैं.

मिट्टी के आइटम बनाने वाले परिवारों को इसमें जोड़ा जा रहा है. समितियां जगह देंगीं और माटी कला बोर्ड की ओर से वहां पर जरूरी उपकरण लगाए जाएंगे, जिससे समितियां अपना व्यापार शुरू कर सकती हैं. क्योंकि वैसे भी कोई व्यक्ति इलेक्ट्रिक चाक या अन्य सामान खरीदना चाहता है. उनकी कीमत हजारों और लाखों रुपये में है. जो खरीदना असंभव सा है.

पढ़ें: कश्मीर के 30 और कैदियों को आगरा सेंट्रल जेल में किया गया शिफ्ट, जेल की सुरक्षा बढ़ी

आगरा: मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुंभकारों की हालत सुधरे, उनका कारोबार बढ़े और उन्हें रोजगार मिले. इसको लेकर प्रदेश में पहली बार योगी सरकार ने माटी कला बोर्ड का गठन किया. वहीं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति बुधवार कोअपने गृह नगर आगरा आए और उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की.

बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने ईटीवी भारत से की बातचीत.
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि, यूपी में 92,000 गांव हैं. हम इन गांव में रहने वाले कुंभकार समाज के लोगों का सर्वे करके डाटा जमा कर रहे हैं. अभी हमें 12,000 गांव का डाटा मिल गया है, जिसमें 17000 परिवार चिन्हित हुए हैं, जो मिट्टी के बर्तन या अन्य उपयोगी वस्तुएं बनाते हैं. इन 17,000 परिवारों में से हम 2300 लोगों को आधुनिकता की ट्रेनिंग देने के लिए जा रहे हैं.

खादी ग्रामोद्योग ट्रेनिंग सेंटर पर मिलेगी ट्रेनिंग
माटी कला बोर्ड अभी बना है. इसलिए हम खादी ग्रामोद्योग ट्रेनिंग सेंटर पर इन लोगों को आधुनिकता की ट्रेनिंग देंगे. क्योंकि आज मिट्टी से पानी की बोतल भी बन रही है. ऐसे ही करीब डेढ़ सौ आइटम बन रहे हैं. इन्हीं उत्पादों को बनाने की ट्रेनिंग देंगे. इसके बाद जो अपना उद्योग लगाना चाहते हैं. वह लगा सकते हैं, जिनके पास पैसे नहीं हैं, सरकार की तरफ से तमाम योजनाओं के तहत मदद मिलेगी.

प्लास्टिक बनाने वाले बड़े कारोबारियों को पकड़ा जाएगा
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, फाइबर और प्लास्टिक के आइटम आने से मिट्टी के बर्तन बनाने का कारोबार मृत प्राय हो गया था. अब जब प्लास्टिक पर रोक लगी है, इस कारोबार के बढ़ने की उम्मीद जगी है. आज मैं इसी को लेकर आगरा आया हूं और मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है. उन्होंने कहा है कि छोटे-मोटे दुकानदारों से प्लास्टिक पकड़ने के बजाय बड़े प्लास्टिक के कारोबार करने वाले लोगों को पकड़ें. हम मिट्टी के बर्तन और मिट्टी के बने हुए आइटम को बेचने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे.

माटी कला की ओर से प्रत्येक जिले में बनाई जाएंगी दो से तीन समितियां
बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, मिट्टी के बर्तन और आइटम बनाने वाले लोगों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के नाम से ही योजना है. 25% की सब्सिडी है. केंद्र सरकार की ओर से जो योजना चलाई जा रही है, उसमें 35% की सब्सिडी है. माटी कला बोर्ड की ओर से प्रत्येक जनपद में दो या तीन समितियां बनाई जा रही हैं.

मिट्टी के आइटम बनाने वाले परिवारों को इसमें जोड़ा जा रहा है. समितियां जगह देंगीं और माटी कला बोर्ड की ओर से वहां पर जरूरी उपकरण लगाए जाएंगे, जिससे समितियां अपना व्यापार शुरू कर सकती हैं. क्योंकि वैसे भी कोई व्यक्ति इलेक्ट्रिक चाक या अन्य सामान खरीदना चाहता है. उनकी कीमत हजारों और लाखों रुपये में है. जो खरीदना असंभव सा है.

पढ़ें: कश्मीर के 30 और कैदियों को आगरा सेंट्रल जेल में किया गया शिफ्ट, जेल की सुरक्षा बढ़ी

Intro:एक्सक्लुसिव इंटरव्यू है. प्लीज एक्सक्लुसिव का लोगो के साथ प्रसारित करें. जरूरी वीडियो भी इस इंटरव्यू में उपयोग कर सकते हैं जिससे पैकेजिंग बहुत शानदार हो जाएगी.

आगरा.
मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुंभकारों की हालत सुधरे, उनका कारोबार बढ़े. उन्हें रोजगार मिले. इसको लेकर प्रदेश में पहली बार योगी सरकार ने माटी कला बोर्ड का गठन किया. माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति आज अपने गृह नगर आगरा आए. और उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की. हम उनके साथ बात करेंगे, किस तरह माटी कला बोर्ड की ओर से कुंभकार समाज के लिए विकास के द्वार खुलेंगे. और रोजगार बढ़ेगा.




Body:संवाददाता: माटी कला बोर्ड की क्या योजनाएं कुंभकार समाज के लिए?
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, उत्तर प्रदेश में 92000 गांव हैं. हम इन गांव में रहने वाले कुंभकार समाज के लोगों का सर्वे करके डाटा जमा कर रहे हैं. अभी हमें 12000 गांव का डाटा मिल गया है. जिसमें 17000 परिवार चिन्हित हुए हैं, जो मिट्टी के बर्तन या अन्य उपयोगी आइटम बनाते हैं. इन 17000 परिवारों में से हम 2300 लोगों को आधुनिकता की ट्रेनिंग देने के लिए जा रहे हैं. माटी कला बोर्ड अभी बना है. इसलिए हम खादी ग्रामोद्योग ट्रेनिंग सेंटर पर इन लोगों को आधुनिकता की ट्रेनिंग देंगे. क्योंकि आज मिट्टी से फ्रिज भी बनाए जा रहे हैं. पानी की बोतल भी बन रही है. ऐसे ही करीब डेढ़ सौ आइटम बन रहे हैं. इन्हीं उत्पादों को बनाने की ट्रेनिंग देंगे. इसके बाद जो अपना उद्योग लगाना चाहते हैं. वह लगा ले. जिनके पास पैसे नहीं हैं, सरकार की तरफ से तमाम योजनाओं के तहत मदद मिलेगी.
संवाददाता: मिट्टी के जो आइटम बनेंगे उन्हें बेचने के लिए क्या मंच दिया जाएगा सरकार की तरफ से?
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, फाइबर और प्लास्टिक के आइटम आने से मिट्टी के बर्तन बनाने का कारोबार मृत प्राय हो गया था. अब जब प्लास्टिक पर रोक लगी है, इस कारोबार के बढ़ने की उम्मीद जगी है. आज मैं इसी को लेकर आगरा आया हूँ. और मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है. उनसे कहा है छोटे-मोटे दुकानदारों से प्लास्टिक पकड़ने की बजाय बड़े प्लास्टिक के कारोबार करने वाले लोगों को पकड़ें. हम मिट्टी के बर्तन मिट्टी के बने हुए आइटम को बेचने के लिए एक मंच प्रदान करेंगे.
संवाददाता: सरकार की तरफ से व्यापार शुरू करने के लिए क्या योजना है ?
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, मिट्टी के बर्तन और आइटम बनाने वाले लोगों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के नाम से ही योजना है. जिसमें 25% की सब्सिडी है. केंद्र सरकार की ओर से जो योजना चलाई जा रही है, उसमें 35% की सब्सिडी है. माटी कला बोर्ड की ओर से प्रत्येक जनपद में दो या तीन समितियां बनाई जा रही है. मिट्टी के आइटम बनाने वाले परिवारों को इसमें जोड़ा जा रहा है. समितियां जगह देगीं और माटी कला बोर्ड की ओर से वहां पर जरूरी उपकरण लगाए जाएंगे. जिससे समितियां अपना व्यापार शुरू कर सकती है. क्योंकि वैसे भी कोई व्यक्ति इलेक्ट्रिक चाक या अन्य सामान खरीदना चाहता है, उनकी कीमत हजारों और लाखों रुपए में है. जो खरीदना असंभव सा है.
संवाददाता: कुंभकारों की सबसे बड़ी पीड़ा, यह है कि मिट्टी के आइटम बनाने के लिए उनके पास मिट्टी नहीं है? इसके सरकार की तरफ से क्या मदद रहेगी?
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, पहले कुंभ कारों के पास मिट्टी के पट्टे थे, लेकिन फाइबर और प्लास्टिक के आने से जब उनका कारोबार बंद हो गया तो यह पट्टे पर कहीं कब्जे हो गए हैं या कुछ और है हो चुका है. आगरा, फतेहपुर सीकरी ही नहीं, पूरे प्रदेश में मिट्टी की कमी है. ऐसे में सीएम योगी की ओर से सभी कमिश्नर और जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुंभकारों को मिट्टी के पत्ते उपलब्ध कराएं. यह उन्हें निशुल्क में दिए जाएं. इसके साथ ही हम भी जिस जिस जिले में जा रहे हैं. वहां के जिलाधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करते हैं तो उनसे भी बस यही कहते हैं कि कुंभकारों को निशुल्क मिट्टी के पट्टे उपलब्ध कराएं.
संवाददाता: ऐसा पहली बार हुआ है कि आज अधिकारियों की बैठक में मिट्टी के कुल्हड़ में पानी और चाय पड़ोसी गई है, तो क्या भविष्य में भी इसी तरह से होगा?
माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, हां, हमने निर्देशित किया है. अधिकारियों से कहा है कि वह सभी कार्यालयों में होने वाली बैठकों में मिट्टी के कुल्हड़ और अन्य आइटम का उपयोग करें. ऐसा ही दूसरे जिलों में भी जहां भी हम बैठक करने जाते हैं. वहां भी अधिकारियों से कहते हैं कि मिट्टी के आइटम को बढ़ावा देने के लिए बैठकों में इन्हीं उपयोग किया जाए. इसके साथ ही हमारा यह भी प्रयास है कि मिट्टी के प्रेशर कुकर, फ्रिज, पानी की बोतल और अन्य तमाम ऐसे उत्पाद जो यूपी और दूसरे प्रदेशों में बनते हैं. उनको भी बढ़ावा देने के लिए शासन की ओर से निशुल्क एक शॉप की जगह दी जाए. जहां पर मिट्टी के आइटम को रखा जाए. इसके साथ ही अभी हाल में माननीय सीएम योगी से मिला था. उन्हें एक प्रोजेक्ट दिया था. प्रोजेक्ट यह था कि हम चाहते हैं कि हर जिले और पर्यटक स्थल पर मिट्टी के आइटम को बढ़ावा देने के लिए वहां पर शॉप खोली जाए. मेरे प्रोजेक्ट को देखकर के सीएम योगी ने कहा है कि हम पहले से ही इस पर काम कर रहे हैं. जितने भी पर्यटक स्थल हैं. वहां पर माटी कला बोर्ड की ओर से माटी के आइटम को बढ़ावा देने के लिए तो शाप खोली जाएगी. जिससे माटी के आइटम बनाने वाले लोगों को एक अपने उत्पाद बेचने के लिए एक मंच मिलेगा.






Conclusion: माटी कला बोर्ड की ओर से कुंभकारों के स्किल डेवलपमेंट के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके साथ ही हर जिले में मिट्टी के आइटम के लिए शॉप भी खोली जाएगी.
......
धर्मवीर प्रजापति, अध्यक्ष ( माटी कला बोर्ड ) की।

..।।....।.
श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
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