आगरा. ताजनगरी में एक सामाजिक संस्था ने सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन शुक्रवार को जीआईसी मैदान में किया. शादी समारोह में 101 जोड़ों की शादी कराई गई. इसकी आड़ में 6 नाबालिग लड़कियों और 2 नाबालिग लड़कों की भी शादी रचा दी गई. समारोह में नाबालिगों की शादी का मामला सामने आया, तो तत्काल पुलिस और चाइल्ड लाइन को सूचना दी गई. दोनों की टीम मौके पर पहुंची, तब तक सभी जोड़े घर जा चुके थे. एक सामाजिक कार्यकर्ता ने पूरे मामले में शादी समारोह आयोजनकर्ता को घेरा है.
आगरा में विश्व चैरिटेबल फाउंडेशन संस्था ने सर्वधर्म सामूहिक विवाह का आयोजन शुक्रवार को किया. इसमें 101 जोड़ों के विवाह कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. विवाह समारोह के दौरान नाबालिगों की शादी का मामला सामने आया. एक अनजान व्यक्ति ने ये सूचना चाइल्ड लाइन को दे दी. चाइल्ड लाइन ने पुलिस को सूचना दी और एक टीम बनाकर मौके पर पहुंची, लेकिन समारोह से जोड़े जा चुके थे. आयोजनकर्ता ने टीम को दस्तावेज दिखाए. इसमें कई जोड़ों के दस्तावेज अधूरे थे. इस पर विश्व चैरिटेबल फाउंडेशन संस्था के पदाधिकारी का कहना था कि शादी जोड़ों के परिजनों ने एफिडेविट (हलफनामा) दिए थे और सभी दस्तावेज बाद में देने के लिए कहा था.
शादी में टूटे-फूटे सामान देने की भी शिकायत
इस मामले को चाइल्ड लाइन ने गंभीरता से लिया है. उनका कहना है कि 6 नाबालिग लड़कियों और 2 नाबालिग लड़कों की शादी समारोह में कराई गई. ये कानूनी अपराध है. इसकी शिकायत राज्य स्तर तक की जाएगी. सामूहिक शादी समारोह में टूटे-फूटे सामान देने की भी शिकायत सामने आई थी.
करेंगे राज्य शासन तक शिकायत
मालूम हो कि विश्व चैरिटेबल फाउंडेशन संस्था ने आगरा के जीआईसी मैदान पर सर्वधर्म सामूहिक विवाह का आयोजन शुक्रवार को किया था. इसमें शादी समारोह के जोड़ों के दस्तावेजों की जांच की गई, तो टीम को छह लड़कियों की उम्र 18 से कम और 2 लड़कों की 21 से कम मिली. महफूज संस्था के कॉर्डिनेटर और चाइल्ड एक्टिविस्ट नरेश पारस ने उच्च स्तर तक शिकायत करने की बात कही है.