आगराः यूपी एसटीएफ और आगरा पुलिस की गिरफ्त में आए केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) का पेपर लीक करने वाला सरगना विकास यादव और उसके साथी से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. आरोपियों की निशानदेही और उनके मोबाइल में मिले नंबरों के आधार पर आगरा पुलिस की कई टीमें अलग-अलग जिलों के लिए गुरुवार देर शाम रवाना हो गई, जिनमें आगरा के पड़ोसी जिले और अन्य महानगर भी शामिल हैं. इस मामले में अन्य लोगों के भी गिरफ्तार होने की उम्मीद है.
दो घंटे पहले आया था पेपर
आगरा समेत प्रदेश के अन्य जिलों में रविवार को सीटेट परीक्षा आयोजित हुई थी. आगरा में सीटेट परीक्षा 96 केंद्रों पर हुई थी. यहां पर 50 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी. परीक्षा सुबह और दोपहर दो पालियों में हुई थी, जिसका पेपर परीक्षा से दो घंटे पहले ही लीक होकर रविवार सुबह प्रयागराज से आ गया था.
मोबाइल में मिले वाट्सएप ग्रुप
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि, आगरा पुलिस की टीम ने मंगलवार को एपेक्स करियर क्लासेज के संचालक विकास शर्मा, प्रभात, थान सिंह, कुलदीप और मोहित यादव को गिरफ्तार किया था. इनसे पूछताछ के बाद प्रयागराज एक टीम रवाना की गई थी. पुलिस ने प्रयागराज से फरार हुए प्रतापगढ़ निवासी सगरना विकास यादव और उसके साथी अमर साहनी निवासी भदोही को दबोच लिया है. दोनों के मोबाइल से कई अन्य जिलों के लोगों को सीटेट का पेपर और साॅल्व पेपर भेजने के सबूत मिले हैं. उनकी तलाश में पुलिस की टीमें रवाना कर दी गई हैं. जल्द ही अन्य लोग भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
यूं किया था पेपर लीक
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि, प्रयागराज में एक कोचिंग सेंटर से जुड़े सरगना विकास यादव ने सीटेट पेपर के नौ सेट और उनके सॉल्व पेपर मोहित के पास भेजे थे. मोहित ने कुलदीप को सभी पेपर और सॉल्व मैटर व्हाटसएप से भेजा. कुलदीप ने कोचिंग सेंटर संचालक विकास शर्मा को पेपर भेजा था. मोहित से प्रयागराज के विकास यादव का मोबाइल नंबर मिला तो पुलिस ने अब सरगना विकास यादव और उसके साथी अमर साहनी को दबोच लिया है.