आगरा: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से भेजी गई बसें यूपी और राजस्थान बॉर्डर पर गांव ऊंचा (फतेहपुर सीकरी) पर कतार में खड़ी हैं. आगरा-जयपुर नेशनल हाई-वे पर निजी बसों को खड़ी करके कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और अन्य नेता अनुमति मिलने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं आगरा जिला प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी अभी कुछ नहीं बोल रहा है.
बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को प्रदेश में बस चलाने की अनुमति प्रदेश सरकार ने दी है, जिससे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक छोड़ा जा सके. बसों को यूपी में हरी झंडी दिखाने के लिए सोमवार दोपहर यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और राजस्थान कांग्रेस सरकार के राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग पहुंच गए. बॉर्डर पर जिला प्रशासन और पुलिस ने कांग्रेसी नेताओं, कार्यकर्ताओं और राजस्थान सरकार के राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग को भी रोक लिया है.
राजस्थान सरकार के चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि पहले उन्हें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पत्र के आधार पर अनुमति देने की बात कही गई. मगर अब हालात उलट है. वह बसों के साथ खड़े हैं. यूपी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राजस्थान सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सभी मौजूद हैं. सरकार की तरफ से अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हो रहा है.
एसपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया की नई गाइडलाइन के नियमानुसार ही जब दोनों राज्य की सरकारें आपस में एक राज्य से दूसरे राज्य में आने की अनुमति देंगी, तभी इन बसों को आगरा बॉडर पर मेडिकल जांच होने के बाद प्रवेश दिया जाएगा. इस बारे में सभी लोगों को अवगत करा दिया है क्योंकि आगरा रेड जोन में है.
फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के बॉर्डर पर राजस्थान सीमा में प्रवासी श्रमिकों के लिए कांग्रेस और राजस्थान सरकार की बसें तैयार खड़ी हैं, जो यूपी सरकार की अनुमति का इंतजार कर रही हैं. जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने यूपी में बसों की आने की अनुमति नहीं देने की बात कही है. यह बसें राजस्थान के अलग-अलग जिलों से मंगाई गई हैं. इन बसों की संख्या 200 के करीब बताई जा रही है.
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह ने मंगलवार की शाम पौने चार बजे एक और पत्र प्रदेश सरकार को भेजा है. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को संबोधित पत्र में उन्होंने याद दिलाया है कि उन्होंने सुबह 11:05 बजे एक पत्र लिखकर कांग्रेस से कहा है कि वह सभी बसें नोएडा और गाजियाबाद पहुंचाए.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता बसों को लेकर 3 घंटे से उत्तर प्रदेश के राजस्थान बॉर्डर पर ऊंचा नागला गांव के सामने खड़े हैं, लेकिन आगरा प्रशासन उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने नहीं दे रहा है. पत्र में उन्होंने कहा कि एक बार फिर आप से कहना चाहते हैं कि यह वक्त संवेदनशीलता दिखाने का है.
आप तत्काल हमारी समस्त बसों को अनुमति पत्र भेजिए, ताकि वह आगे बढ़ सकें. यूपी के लाखों श्रमिक भाई-बहन परेशान हैं. हम सब मिलकर ही इस आपदा की चुनौती से निपट सकते हैं. आपसे निवेदन है कि श्रमिकों को राहत देने के लिए और इस स्थिति को खत्म करने के लिए कृपया प्रशासन को हमारा अनुमति पत्र भेजें, ताकि हमारी बसें आगरा होते हुए गाजियाबाद और नोएडा तक पहुंच जाएं.
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने भी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी कि आगरा बॉर्डर पर 700 बसें खड़ी हुई हैं. उन्होंने बसों के वीडियो भी दिखाया और दावा किया कि सभी बसें अच्छी कंडीशन में हैं. सरकार के अधिकारी जानबूझकर उन्हें मजदूरों की मदद करने के लिए पहुंचने नहीं दे रहे हैं.