ETV Bharat / state

मासूम से दरिंदगी की सजा: दुष्कर्म के बाद चार वर्षीय बच्ची की हत्या के दोषी को आजीवन कारावास - आगरा क्राइम खबर

आगरा स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट कुलदीप ने मंगलवार को चार वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरोपी रमेश उर्फ लंबू कबाड़िया को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही 1.30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है.

मासूम से दरिंदगी की सजा
मासूम से दरिंदगी की सजा
author img

By

Published : Aug 18, 2021, 3:21 AM IST

आगरा: स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट कुलदीप ने थाना शाहगंज क्षेत्र में चार साल की बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या के केस में आरोपी रमेश उर्फ लंबू कबाड़िया को दोषी पाया. कोर्ट ने मंगलवार को उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. 1.30 लाख रुपये अर्थदंड भी लगाया. अर्थदंड की आधी धनराशि मृतक बच्ची के पिता को अदा करने के आदेश किए गए हैं.

यह था मामला
मामला शाहगंज क्षेत्र का है. 29 अगस्त 2016 को चार वर्षीय बालिका मोहल्ले में भंडारा खाने गई थी. मासूम भंडारे में अचानक गायब हो गई. परिजन उसे खोजते रहे. मगर, दूसरे दिन मासूम का शव रेलवे फाटक के पास तालाब में पड़ा मिला था. पुलिस ने पिता की तहरीर पर मामला दर्ज किया था. पुलिस ने छानबीन की और आरोपी रमेश उर्फ लंबू कबाड़िया को शक के आधार पर दबोच लिया. पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूला था.

प्रसाद खिलाने का झांसा देकर ले गया था
मासूम भंडारा खाने गई थी. उसके साथ गए बच्चे प्रसाद खाकर घर आ गए. मगर, वह नहीं लौटी. इस पर परिजनों ने तलाश की थी. पुलिस की छानबीन और बच्चों से पूछताछ में यह सामने आया था कि, आरोपी रमेश बेटी को प्रसाद खिला रहा था. वह उसे प्रसाद खिलाने का झांसा देकर अपने साथ ले गया था.

इसे भी पढ़ें-आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हादसा, बाइक सवार दो युवकों की मौत

दस गवाह की गवाही से मिली सजा
एडीजीसी सुभाष गिरि ने कोर्ट में दस गवाह और सुबूत पेश किए गए. अभियुक्त के जघन्य अपराध और कलंकित करने की बात पर फांसी की सजा की दिलाने की दलील दी. सबूत और गवाहों के आधार पर कोर्ट ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इसके साथ ही आरोपी रमेश उर्फ लंबू कबाड़िया पर 1.30 लाख रुपये अर्थदंड भी लगाया. इस अर्थदंड की आधी धनराशि मृतक बच्ची के पिता को अदा करने के आदेश दिए हैं.

आगरा: स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट कुलदीप ने थाना शाहगंज क्षेत्र में चार साल की बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या के केस में आरोपी रमेश उर्फ लंबू कबाड़िया को दोषी पाया. कोर्ट ने मंगलवार को उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. 1.30 लाख रुपये अर्थदंड भी लगाया. अर्थदंड की आधी धनराशि मृतक बच्ची के पिता को अदा करने के आदेश किए गए हैं.

यह था मामला
मामला शाहगंज क्षेत्र का है. 29 अगस्त 2016 को चार वर्षीय बालिका मोहल्ले में भंडारा खाने गई थी. मासूम भंडारे में अचानक गायब हो गई. परिजन उसे खोजते रहे. मगर, दूसरे दिन मासूम का शव रेलवे फाटक के पास तालाब में पड़ा मिला था. पुलिस ने पिता की तहरीर पर मामला दर्ज किया था. पुलिस ने छानबीन की और आरोपी रमेश उर्फ लंबू कबाड़िया को शक के आधार पर दबोच लिया. पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूला था.

प्रसाद खिलाने का झांसा देकर ले गया था
मासूम भंडारा खाने गई थी. उसके साथ गए बच्चे प्रसाद खाकर घर आ गए. मगर, वह नहीं लौटी. इस पर परिजनों ने तलाश की थी. पुलिस की छानबीन और बच्चों से पूछताछ में यह सामने आया था कि, आरोपी रमेश बेटी को प्रसाद खिला रहा था. वह उसे प्रसाद खिलाने का झांसा देकर अपने साथ ले गया था.

इसे भी पढ़ें-आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हादसा, बाइक सवार दो युवकों की मौत

दस गवाह की गवाही से मिली सजा
एडीजीसी सुभाष गिरि ने कोर्ट में दस गवाह और सुबूत पेश किए गए. अभियुक्त के जघन्य अपराध और कलंकित करने की बात पर फांसी की सजा की दिलाने की दलील दी. सबूत और गवाहों के आधार पर कोर्ट ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इसके साथ ही आरोपी रमेश उर्फ लंबू कबाड़िया पर 1.30 लाख रुपये अर्थदंड भी लगाया. इस अर्थदंड की आधी धनराशि मृतक बच्ची के पिता को अदा करने के आदेश दिए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.