आगरा: बीते सात सितंबर 2020 की दोपहर आगरा-दिल्ली हाईवे पर सिकंदरा सब्जी मंडी के पास स्थित केमिकल एवं टॉप लास्ट सोल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी. इस घटना से 300 परिवारों के सामने रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है. क्योंकि, फैक्ट्री जिस तरह खाक हुई है, उसके जल्द शुरू होने की संभावना कम है. जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच कमेटी ने बुधवार तक घटना की जांच शुरू नहीं की है. गुरुवार को कमेटी फैक्ट्री में जाकर छानबीन कर सकती है.
बता दें कि, सात सितंबर 2020 की दोपहर ड्रम से केमिकल निकालते समय फैक्ट्री में भीषण आग लगी थी. गनीमत रही कि, आग से जनहानि नहीं हुई. आग में करोड़ों रुपये की मशीनें, सामान और अन्य सामग्री जलकर खाक हो गई थी. दोनों ही फैक्ट्रियों में लगभग 300 कर्मचारी काम करते हैं. फैक्ट्री में आग लगने से सभी बेरोजगार हो गए हैं. पहले ही आगरा में नौकरीपेशा लोग बेरोजगारी का दंश कोरोना संक्रमण के चलते झेल चुके हैं.
डीएम द्वारा गठित कमेटी करेगी जांच
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि डीएम प्रभु नारायण सिंह ने दोनों फैक्ट्रियों में लगी आग की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. इसमें जिला प्रशासन, पुलिस, फायर और विस्फोटक विभाग के अधिकारी शामिल हैं. जांच कमेटी के रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
इन बिंदुओं पर होगी जांच
जांच कमेटी को यह पता करना है कि फैक्ट्री में कौन सी अनियमिताएं हुईं. फैक्ट्री में किन-किन केमिकल्स का भंडारण था. फैक्ट्री में आने वाला केमिकल कहां से आता था और यहां से कहां जाता था. इसके साख ही अंडर ग्राउंड टैंकों की क्षमता कितनी है. फैक्ट्री मानकों के अनुरूप चल रही थी या नहीं. जो केमिकल फैक्ट्री में रखे थे, उनका प्रयोग किस-किस काम के लिए होता है. केमिकल फैक्ट्री के लिए एनओसी विस्फोटक विभाग ने दी थी. सोल फैक्ट्री के लिए एनओसी किस-किस विभाग से ली गई. फायर ब्रिगेड की टीम ने कब फैक्ट्री का आखिरी बार निरीक्षण किया था. एक ही परिसर में दो फैक्ट्री चल सकती हैं या नहीं.