आगरा: जिले में शुक्रवार से दो दिन तक दुनिया भर के मनोरोग विशेषज्ञ नेशनल कांफ्रेंस मंथन करेंगे. नई-नई रिसर्च और तकनीकों पर चर्चा होगी. किस तरह से मनोरोगी के उपचार को और बेहतर बनाया जा सके. जल्द से जल्द कैसे मनोरोग की बीमारी को पता किया जाए और फिर उसका उपचार किया जाए. इतना ही नहीं अब यहां पर नेशनल कांफ्रेंस में रिसर्च पेपर भी पढ़े जाएंगे. नेशनल कांफ्रेंस के आयोजन ने बताया कि इंडियन एसोसिएशन ऑफ बायोलॉजिकल साइकियाट्री के '15वें एनुअल नेशनल कांफ्रेंस' में इंटरनेशनल विशेषज्ञ अपने रिसर्च और अनुभव को साझा करेंगे.
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नेशनल कांफ्रेंस में तीन सौ से ज्यादा मनोरोग विशेषज्ञ करेंगे शिरकत
नेशनल कांफ्रेंस के आयोजन सचिव डॉ यूसी गर्ग ने बताया कि नेशनल कांफ्रेंस में दुनिया भर के 3 सौ से ज्यादा मनोरोग विशेषज्ञ आ रहे हैं. वियतनाम, यूके और ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञ भी आ रहे हैं. इसमें पीजी की पढ़ाई कर रहे मेडिकल स्टूडेंट भी यहां शामिल हो रहे हैं. दुनिया भर से देश के हर कोने से विशेषज्ञ आगरा में होने वाली नेशनल कांफ्रेंस में शामिल होने आ रहे हैं. इसके साथ ही कुछ विशेष लोगों के इंटरनेशनल विशेषज्ञ भी यहां आ कर के अपने रिसर्च और अनुभवों को साझा करेंगे.
तमाम ऐसी नई-नई दवाएं अब आ रही हैं, जिनसे मनोरोग का बेहतर और जल्द उपचार हो रहा है. मनोरोग समय से पता चले तो इसका जल्द उपचार किया जा सकता है. अभी हाल में यह भी रिसर्च हुई है कि आंख की पुतली को देखकर मनोरोग का भी पता किया जा सकता है. ऐसे ही इलेक्ट्रिक शॉट, मैग्नैटिकशॉट समेत तमाम अन्य नई तकनीक है. जिससे रोगियों का बेहतर उपाय उपचार किया जा रहा है. इंटरनेशनल कांफ्रेंस में तमाम विशेषज्ञ रिसर्च को साझा करेंगे.
-डॉ. जी प्रसाद राव , अध्यक्ष, आईएबीपी