आगरा: जनपद के आवास-विकास सेक्टर-10 में सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आया हैं. यहा पति-पत्नी और बेटी बुधवार को तड़के सुबह फांसी के फंदे पर झूलते मिले. 8 वर्षीय बेटा डर के कारण बरामदे में खेलता रहा. पड़ोसियों के टोकने पर बेटे ने हकीकत बयां की. इसके बाद इस घटना का खुलासा हुआ. वहीं, एसपी सिटी विकास कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है.
दरअसल, आवास-विकास सेक्टर-10 EWS कॉलोनी में सोनू पत्नी गीता, 8 वर्षीय बेटी सृष्टि और 6 वर्षीय बेटे श्याम के साथ रहता था. मंगलवार रात पूरा परिवार एक ही साथ सोया था. लेकिन, सुबह सोनू-गीता और सृष्टि फांसी के फंदे पर झूलते मिले. वहीं, बेटा श्याम की आंख खुली तो मम्मी-पापा और बहन को लटके देख नीचे भाग आया. मासूम श्याम बरामदें में आकर खेलने लगा. परिचित पड़ोसियों ने श्याम को घर से सामान लाने को कहा तो उसने मना कर दिया. श्याम ने बताया कि ऊपर जाने में डर लग रहा है. मम्मी-पापा और दीदी लटक रहे हैं. श्याम की इस बात को सुनकर पड़ोसियों के होश उड़ गए. कमरे में जाकर देखा तो सोनू, गीता और सृष्टि फांसी के फंदे पर झूल रहे थे.
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सूचना मिलते ही एसपी सिटी विकास कुमार सहित थाना सिकंदरा की फोर्स भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने पूरे घर की तलाशी ली. परिवार के परिचितों से पूछताछ की तो पता लगा सोनू कुछ काम नहीं करता था, जिसको लेकर अक्सर घर में कलह होती थी. बीते मंगलवार को भी घर में झगड़ा हुआ था. इसके बाद सुबह घर में 3 लोग फांसी के फंदे पर लटके मिले.
इस मामले में पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है. एसएसपी आगरा प्रभाकर चौधरी का कहना है कि युवक लंबे समय से बेरोजगारी से जूझ रहा था. जिसके बाद उन्होंने आपसी सहमति के चलते पति-पत्नी और बेटी ने आत्महत्या कर ली. एसएसपी ने बताया कि शायद बेटा इस बात से सहमत नहीं हुआ, इसलिए वह नीचे उतर आया. इसके बाद उसने बाहर लोगों को घटना की सूचना दी.
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