कोरोना किट की महंगाई से होम आइसोलेशन मरीज परेशान, जानें क्या है रेट - agra news
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है. होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को खुद से ही मेडिकल किट खरीदना पड़ रहा है. जिसकी कीमत डिमांड बढ़ने के साथ बढ़ गई है.
महंगी मेडिकल किट ने बढ़ाई होम आइसोलेशन मरीजों की परेशानी.
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Published : Aug 16, 2020, 12:18 PM IST
आगरा: जिले में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल है. संक्रमितों का सरकारी हॉस्पिटल के साथ ही निजी हॉस्पिटल में उपचार की व्यवस्था की गई है. सरकार अब संक्रमितों के होम आइसोलेशन पर जोर दे रही है. पहले तो कोरोना महामारी की मार और अब होम आइसोलेशन के लिए महंगे मेडिकल इंस्ट्रूमेंट भी संक्रमितों की जेब पर भारी पड़ रहा है. कोरोना काल में डिजिटल थर्मामीटर, थर्मल स्कैनर, पल्स ऑक्सीमीटर, डायबिटीज की जांच मशीन, ग्लव्स और अन्य उपकरण की डिमांड के साथ कीमत भी बढ़ी है. इसका असर संक्रमित हुए परिवार के बजट पर पड़ रहा है.
महंगी मेडिकल किट ने बढ़ाई होम आइसोलेशन मरीजों की परेशानी.
यूपी सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है, जिनके कोई लक्षण नहीं हैं. ऐसे संक्रमित के होम आइसोलेशन के लिए विभाग की ओर से एक सर्टिफिकेट दिया जाता है. दवा के अलावा विभाग कोई भी अन्य सुविधा या उपकरण होम आइसोलेशन में रहने वाले परिवार को उपलब्ध नहीं कराता है. मेडिकल किट के बढ़े दामथोक सर्जिकल आइटम विक्रेता सुरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सर्जिकल और मेडिकल आइटम्स चाइना से आते हैं. चाइना से तनातनी के चलते सर्जिकल और मेडिकल उपकरण के दाम बढ़े हैं. अगर हम ग्लव्स की बात करें तो यह ग्लव्स चाइना, मलेशिया और थाईलैंड से आते थे. अब वहां से इनकी डिलीवरी कम हो रही है. इस वजह से डेढ़ रुपये में बिकने वाला ग्लव्स 4 रुपये का हो गया है. डिजिटल थर्मामीटर का भी रेट बढ़ गया है. डिजिटल थर्मामीटर पहले 50 रुपये था, अब 90 से 100 रुपये में मिल रहा है. आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पुनीत कालरा ने बताया कि कोविड के बाद कोल्ड कफ के मेडिसन की डिमांड बढ़ी है. डिटॉल और सेवलोन की शॉर्टेज है, क्योंकि पहले लोग चोट लगने पर एंटीबायोटिक के रूप में डिटॉल या सेवलोन का उपयोग करते थे. अब घर में हैंड वॉश, सैनिटाइजिंग और पोंछा लगाने में भी डेटॉल और सेवलोन का उपयोग कर रहे हैं. इस वजह से इनकी डिमांड बढ़ी है. इसी तरह से पल्स ऑक्सीमीटर, डिजिटल थर्मामीटर, डायबिटीज मशीन और उपकरण के रेट भी बढ़ गए हैं. खुद खरीदने होंगे मेडिकल इंस्ट्रूमेंट आगरा सीएमओ डॉ. आरसी पाण्डेय ने बताया कि सीएमओ कार्यालय में कोविड कमांड सेंटर बनाया गया है. जहां से दिन में दो बार होम आइसोलेशन वाले कोरोना संक्रमित से बात करते हैं. उनसे टेम्परेचर सहित अन्य अपडेट ली जाती है. हालांकि मेडिकल इंस्ट्रूमेंट मेडिकल संक्रमित व्यक्ति को ही खरीदने पड़ते हैं. ये है रेट लिस्ट (थोक रेट)
मेडिकल आइटम
लॉकडाउन के पहले
लॉकडाउन के बाद
डिजिटल थर्मामीटर
40 रुपये
150 रुपये
ग्लव्स
1.5 रुपये
4 रुपये
इंफ्रारेड थर्मामीटर
850 रुपये
1100 रुपये
पल्स ऑक्सीमीटर
900 रुपये
1200 रुपये
डायबिटीज मशीन
450 रुपये
500 रुपये
बीपी मशीन
1100 रुपये
1400 रुपये
थर्मल स्कैनर
2500 रुपये
2800 रुपये
ये है रिटेल रेट लिस्ट
मेडिकल आइटम
लॉकडाउन से पहले कीमत
लॉकडाउन के बाद कीमत
डिजिटल थर्मामीटर
150 रुपये
300 रुपये
ग्लव्स
5 रुपये
8 रुपये
इंफ्रारेड थर्मामीटर
1000 रुपये
1500 रुपये
पल्स ऑक्सीमीटर
1100 रुपये
1600 रुपये
डायबिटीज मशीन
550 रुपये
800 रुपये
बीपी मशीन
1400 रुपये
1600 रुपये
थर्मल स्कैनर
3000 रुपये
4500 रुपये
ताजनगरी में कोरोना के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं. गुरुवार रात तक 73713 सैंपल जांच के लिए गए, जिसमें 2245 संक्रमित आए. 102 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. जिले के 155 कंटेनमेंट और बफर जोन में 346 संक्रमित एक्टिव हैं. जिले में उपचार के बाद ठीक हुए संक्रमितों का आंकड़ा 1797 पहुंच गया है.
आगरा: जिले में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल है. संक्रमितों का सरकारी हॉस्पिटल के साथ ही निजी हॉस्पिटल में उपचार की व्यवस्था की गई है. सरकार अब संक्रमितों के होम आइसोलेशन पर जोर दे रही है. पहले तो कोरोना महामारी की मार और अब होम आइसोलेशन के लिए महंगे मेडिकल इंस्ट्रूमेंट भी संक्रमितों की जेब पर भारी पड़ रहा है. कोरोना काल में डिजिटल थर्मामीटर, थर्मल स्कैनर, पल्स ऑक्सीमीटर, डायबिटीज की जांच मशीन, ग्लव्स और अन्य उपकरण की डिमांड के साथ कीमत भी बढ़ी है. इसका असर संक्रमित हुए परिवार के बजट पर पड़ रहा है.
महंगी मेडिकल किट ने बढ़ाई होम आइसोलेशन मरीजों की परेशानी.
यूपी सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है, जिनके कोई लक्षण नहीं हैं. ऐसे संक्रमित के होम आइसोलेशन के लिए विभाग की ओर से एक सर्टिफिकेट दिया जाता है. दवा के अलावा विभाग कोई भी अन्य सुविधा या उपकरण होम आइसोलेशन में रहने वाले परिवार को उपलब्ध नहीं कराता है. मेडिकल किट के बढ़े दामथोक सर्जिकल आइटम विक्रेता सुरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सर्जिकल और मेडिकल आइटम्स चाइना से आते हैं. चाइना से तनातनी के चलते सर्जिकल और मेडिकल उपकरण के दाम बढ़े हैं. अगर हम ग्लव्स की बात करें तो यह ग्लव्स चाइना, मलेशिया और थाईलैंड से आते थे. अब वहां से इनकी डिलीवरी कम हो रही है. इस वजह से डेढ़ रुपये में बिकने वाला ग्लव्स 4 रुपये का हो गया है. डिजिटल थर्मामीटर का भी रेट बढ़ गया है. डिजिटल थर्मामीटर पहले 50 रुपये था, अब 90 से 100 रुपये में मिल रहा है. आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पुनीत कालरा ने बताया कि कोविड के बाद कोल्ड कफ के मेडिसन की डिमांड बढ़ी है. डिटॉल और सेवलोन की शॉर्टेज है, क्योंकि पहले लोग चोट लगने पर एंटीबायोटिक के रूप में डिटॉल या सेवलोन का उपयोग करते थे. अब घर में हैंड वॉश, सैनिटाइजिंग और पोंछा लगाने में भी डेटॉल और सेवलोन का उपयोग कर रहे हैं. इस वजह से इनकी डिमांड बढ़ी है. इसी तरह से पल्स ऑक्सीमीटर, डिजिटल थर्मामीटर, डायबिटीज मशीन और उपकरण के रेट भी बढ़ गए हैं. खुद खरीदने होंगे मेडिकल इंस्ट्रूमेंट आगरा सीएमओ डॉ. आरसी पाण्डेय ने बताया कि सीएमओ कार्यालय में कोविड कमांड सेंटर बनाया गया है. जहां से दिन में दो बार होम आइसोलेशन वाले कोरोना संक्रमित से बात करते हैं. उनसे टेम्परेचर सहित अन्य अपडेट ली जाती है. हालांकि मेडिकल इंस्ट्रूमेंट मेडिकल संक्रमित व्यक्ति को ही खरीदने पड़ते हैं. ये है रेट लिस्ट (थोक रेट)
मेडिकल आइटम
लॉकडाउन के पहले
लॉकडाउन के बाद
डिजिटल थर्मामीटर
40 रुपये
150 रुपये
ग्लव्स
1.5 रुपये
4 रुपये
इंफ्रारेड थर्मामीटर
850 रुपये
1100 रुपये
पल्स ऑक्सीमीटर
900 रुपये
1200 रुपये
डायबिटीज मशीन
450 रुपये
500 रुपये
बीपी मशीन
1100 रुपये
1400 रुपये
थर्मल स्कैनर
2500 रुपये
2800 रुपये
ये है रिटेल रेट लिस्ट
मेडिकल आइटम
लॉकडाउन से पहले कीमत
लॉकडाउन के बाद कीमत
डिजिटल थर्मामीटर
150 रुपये
300 रुपये
ग्लव्स
5 रुपये
8 रुपये
इंफ्रारेड थर्मामीटर
1000 रुपये
1500 रुपये
पल्स ऑक्सीमीटर
1100 रुपये
1600 रुपये
डायबिटीज मशीन
550 रुपये
800 रुपये
बीपी मशीन
1400 रुपये
1600 रुपये
थर्मल स्कैनर
3000 रुपये
4500 रुपये
ताजनगरी में कोरोना के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं. गुरुवार रात तक 73713 सैंपल जांच के लिए गए, जिसमें 2245 संक्रमित आए. 102 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. जिले के 155 कंटेनमेंट और बफर जोन में 346 संक्रमित एक्टिव हैं. जिले में उपचार के बाद ठीक हुए संक्रमितों का आंकड़ा 1797 पहुंच गया है.