आगरा: जनपद में हर वर्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर भीम नगरी का आयोजन पिछले 25 वर्षों से होता रहा है. इस वर्ष 26 वीं भीम नगरी का आयोजन नगला पद्मा में होगा. यह कार्यक्रम तीन दिवसीय होता है. भीम नगरी हर बार अलग अलग मालिन बस्तियों के पास पर लगाई जाती है ताकि उस जगह विकास कार्य कराए जा सकें. लेकिन, इस बार आचार संहिता के कारण प्रशासन ने किसी भी विकास कार्य को कराने से इंकार कर दिया है. प्रशासन का कहना है कि आचार संहिता लगी हुई है, इसलिए कोई भी नया काम नहीं करा सकते हैं.
भीम नगरी के अध्यक्ष अजय सील ने बताया कि जिस जगह आयोजन हो रहा है, वहां पर लाइट की व्यवस्था तक नहीं है. डॉ भीम राव आंबेडकर जी की 131 वीं जयंती पर 14 अप्रैल को धूमधाम से शोभायात्रा निकाली जाएगी. वहीं 15, 16, 17 अप्रैल को नगला पद्मा में एक विशाल मंच पर भीम नगरी का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. लेकिन, बिजली का खंबा लगवाने के लिए भी प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी है.
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भीम नगरी के संस्थापक करतार सिंह भारतीय ने कहा कि भीम नगरी का आयोजन इस बार अंधेरे में होगा. क्योंकि आचार संहिता का दुखड़ा रोकर प्रशासन ने एक भी विकास कार्य नहीं कराए जबकि भीम नगरी अपने विकास कार्यों के लिए जानी जाती है. लोगों को हमेशा आस होती है कि जिस जगह पर भीम नगरी का आयोजन होगा उस जगह पर विकास कार्य कराए जाएंगे. इसी दृष्टि से हमने नगला पद्मा को चुना था कि वहां पर भीम नगरी का आयोजन किया जाएगा और वहां विकास कार्य जो अधूरे रह गए हैं उन्हें कराया जाएगा.
अजय सील ने कहा कि यदि प्रशासन कहता है कि आचार संहिता की वजह से नए कार्य नहीं हो सकते हैं तो सड़क की मरम्मत, लाइटों की मरम्मत, साफ-सफाई की व्यवस्था मेंटेनेंस के कार्य हैं, उन्हें तो कराया जा सकता है लेकिन ऐसे में प्रशासन को फाइल 5 महीने पहले दी जा चुकी है. नगला पद्मा में भीम नगरी का आयोजन होना है और वहां टूटे हुए नाले की मरम्मत के लिए कई बार प्रशासन से मुलाकात भी कर चुके हैं. लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हो रही.
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