आगरा. 'कौन बनेगा करोड़पति-13' की पहली करोड़पति दिव्यांग हिमानी बुंदेला के सात करोड़ रुपये के सवाल का सस्पेंस सामने आ गया. हिमानी ने सात करोड़ रुपये के सवाल पर क्विट कर लिया था. हिमानी ने अपनी मेहनत, हिम्मत और हौसले से 'कौन बनेगा करोड़पति-13' तक का सफर तय किया है जो काबिले तारीफ है.
हिमानी के KBC-13 की पहली करोड़पति बनने पर घर पर खूब जश्न मनाया गया. ढोल पर हिमानी, उनका परिवार और परिचितों ने खूब धूम धड़ाका किया. रिमझिम बारिश में भी जोश सातवें आसमान पर था.
ताजनगरी की बेटी हिमानी बुंदेला का एपीसोड मंगलवार रात दूसरे दिन टेलीकास्ट हुआ. इससे 16वें सवाल का सस्पेंस भी सामने आ गया. हिमानी बुंदेला ने सात करोड़ रुपये के सवाल का जवाब नहीं दिया था क्योंकि सवाल का जवाब गलत हो जाता तो उन्हें एक करोड़ रुपये के बजाए 3.20 लाख रुपये ही मिलते. इसलिए हिमानी ने क्विट कर लिया. हिमानी बुंदेला ने 50 लाख रुपये के सवाल तक अपनी चारों लाइफलाइन यूज कर लीं थीं. हिमानी को 50 लाख के सवाल के लिए ही तीन लाइफ लाइन यूज करनी पड़ी.
यूं मनाया जीत का जश्न
राजपुर चुंगी के गुरु गोविंद नगर निवासी दिव्यांग बेटी हिमानी बुंदेला 'कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी)-13' की पहली करोड़पति बनीं हैं. हिमानी का शो 30 अगस्त-2021 और 31अगस्त-2021 की रात्रि टेलीकास्ट हुआ. इसमें हिमानी बुंदेला ने हॉटसीट पर अमिताभ बच्चन के सामने बैठकर सवालों के जवाब दिए.
हिमानी एक करोड़ रुपये जीत चुकीं हैं. हिमानी बुंदेला के परिवार में पिता विजय सिंह बुंदेला, मां सरोज बुंदेला, बहन चेतना सिंह बुंदेला, भावना बुंदेला, पूजा बुंदेला और भाई रोहित सिंह बुंदेला हैं. मंगलवार को हिमानी बुंदेला के जीतने की खुशी में घरवालों ने ढोल बजवाए. खूब जश्न मनाया.
हिमानी ने बताया कि सन् 2010 में 84% अंकों के साथ उन्होंने दसवीं की परीक्षा पास की थी. मगर, 2011 में एक दिन घर लौटते समय एक बाइक सवार ने उनकी साइकिल में टक्कर मारी दी. इससे वह सड़क पर गिर गईं. उनकी आंख में गहरी चोट लगी. चिकित्सकों ने बताया कि रेटिना खराब हो गया है. चेन्नई तक इलाज कराया. लेकिन आंखों की रोशनी वापस नहीं आई.
इसके बावजूद उन्होंने 70% अंकों के साथ बारहवीं की. लखनऊ से डॉ. शकुंतला मिश्रा रिहेबिलिटेशन यूनिवर्सिटी में डीएड के लिए दाखिला लिया. डीएड के बाद बीए किया है. हिमानी बुंदेला ने बताया कि सन् 2017 में उनका चयन केंद्रीय विद्यालय में प्राइमरी शिक्षक के रूप में हो गया.
उनकी पहली पोस्टिंग बलरामपुर के केंद्रीय विद्यालय में हुई. यहां से फिर 2019 में उनका ट्रांसफर आगरा के केंद्रीय विद्यालय नंबर-1 में हो गया. तभी से वह यहां पढ़ा रहीं हैं.