आगरा: 'यूं तो जिंदगी सभी काट लेते हैं लेकिन, जियो ऐसे कि मिसाल बन जाए, जी हां हम बात कर रहे हैं आगरा की हिमानी बुंदेला की. एक हादसे ने उनकी आंखों की रोशनी भले छीन ली हों मगर, हिम्मती हिमानी ने न हार मानी और न हौसला. अपनी अथक और सच्ची मेहनत के बल पर पहले केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक बनी और अब अपनी सालों की लगन, मेहनत और परिवार के सपोर्ट से 'कौन बनेगा करोड़पति' में बिग बी यानी अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठी उनके सवालों के जवाब दे रही हैं.
यही नहीं हॉट सीट पर बैठी हिमानी बुंदेला का आत्मविश्वास देखकर अमिताभ बच्चन भी हैरान रह गए. हिमानी बुंदेला ने एक के बाद एक 15 सवालों के जवाब देकर KBC 13 की पहली करोड़पति बन गई हैं. इस प्रतियोगिता में हिमानी बुंदेला का उत्साह देखने लायक है. दरअसल, हिमानी इस खेल में सात करोड़ रुपए के 16वें सवाल का जवाब भी देती हैं और सब भगवान पर छोड़ देती हैं. सोनी चैनल ने इसका प्रोमो भी जारी कर दिया है. सोनी ने हिमानी बुंदेला के 'कौन बनेगा करोड़पति' का प्रोमो भी सोशल मीडिया पर साझा किया है जो ट्रेंड कर रहा है.
राजपुर चुंगी निवासी विजय बुंदेला की बेटी हिमानी बुंदेला दृष्टिहीन हैं, मगर 30 अगस्त 2022 को कौन बनेगा करोड़पति के 13वें सीजन में हॉट सीट पर बैठकर अमिताभ बच्चन के सवालों के जवाब देगीं. हिमानी बुंदेला के परिवार में पिता विजय सिंह बुंदेला, मां सरोज बुंदेला, बहन चेतना सिंह बुंदेला, भावना बुंदेला, पूजा बुंदेला और भाई रोहित सिंह बुंदेला हैं. हिमानी का कहना है कि, ऑडियो कंटेंट सुनकर तैयारी की. कौन बनेगा करोड़पति की रियलिटी शो में हॉट सीट तक का सफर माता-पिता और भाई-बहन के सपोर्ट से पूरा हो सका है.
विजय बुंदेला ने बताया कि, बेटी हिमानी बुंदेला चार-पांच साल से केबीसी में पंजीकरण कर रही थी. मगर, उसे सफलता नहीं मिल रही थी. अप्रैल-मई 2021 में अचानक केबीसी से एक फोन आया तो उन्हें एक बार को विश्वास ही नहीं हुआ लेकिन, जब दो तीन बार फोन आया तो बातचीत हुई. तो विश्वास हुआ कि, बेटी हिमानी का केबीसी के लिए सिलेक्शन हो गया है.
हिमानी के पिता विजय बुंदेला का कहना है कि, बेटी हिमानी ने 2010 में 84% अंको के साथ दसवीं किया था. मगर, 2011 में एक दिन घर लौटते समय बाइक सवार ने उनकी साइकिल में टक्कर मारी दी. जिससे वह सड़क पर गिर गईं. इस टक्कर में हिमानी की आंखों में गहरी चोट लगी. चिकित्सकों ने बताया कि रेटिना खराब हो गई है. पिता ने भावुक होते हुए बताया कि चेन्नई तक इलाज कराया लेकिन, हिमानी की आंखों की रोशनी वापस नहीं लौटी.
मगर हौसला हो तो आसमान में भी सुराख हो सकता है, हिमानी बुंदेला ने एक बार फिर 70% अंकों के साथ बारहवीं पास की. उसके बाद लखनऊ से डॉ. शकुंतला मिश्रा रिहेबिलिटेशन यूनिवर्सिटी में डीएड के लिए दाखिला लिया. डीएड के बाद बीए किया. सन् 2017 में हिमानी बुंदेला का सिलेक्शन केंद्रीय विद्यालय प्राइमरी शिक्षक के रूप में हो गया. हिमानी बुंदेला को पहली पोस्टिंग बलरामपुर के केंद्रीय विद्यालय में मिली. यहां से फिर 2019 में हिमानी बुंदेला का ट्रांसफर आगरा के केंद्रीय विद्यालय नंबर एक में हो गया है. तभी से वह यहां पर पढ़ा रही हैं.
वहीं हिमानी बुंदेला ने बताया कि शुरू से ही उन्हें टीवी पर आने का शौक था. जब दसवीं में पहुंची तो अपनी सहेलियों के साथ क्विज कंपटीशन खेलती थीं. जब केबीसी देखा तो केबीसी में हॉट सीट पर बैठने का सपना देखने लगी. लेकिन, तभी हुए एक हादसे ने सब कुछ बदल कर रख दिया. लेकिन, मैंने अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं रखी. मैं ऑडियो सुनकर अपना जीके बेहतर करती रही. परिवार से भी मुझे खूब सपोर्ट मिला. क्योंकि, जब भी मैं लगातार ऑडियो कंटेंट सुनकर थक जाती थी तो मेरा भाई और बहन मुझे किताबें पढ़कर सुनाते थे. कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर मैंने केंद्रीय विद्यालय में नौकरी लगने पर कौन बनेगा केंद्रीय विद्यालय चैंपियन नाम से क्विज काम्पटीशन शुरू किया. इस नाम से मैं सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हूं. जिसमें मैं अपने बनाए हुए वीडियो शेयर करती हूं.