आगरा: जीआरपी ने शनिवार शाम ट्विटर पर राजधानी एक्सप्रेस में पांच बम होने की फर्जी सूचना देने वाले युवक को दबोच लिया है. आरोपी की पहचान ग्वालियर निवासी संजीव गुर्ज्जर रूप में हुई है, जिसने अपने ट्विटर अकाउंट से शुक्रवार शाम करीब 4:16 बजे रेल मंत्री पीयूष गोयल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल, रेल मंत्रालय, जीआरपी और आरपीएफ को मैसेज लिखा कि कानपुर से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस (12424) में पांच बम हैं. जल्द राजधानी एक्सप्रेस को रुकवा दिया जाए. इस पर जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे में हड़कंप मच गया.
सूचना के बाद आनन-फानन में राजाधनी एक्सप्रेस को दादरी स्टेशन पर रोका गया और तलाशी ली गई. आरोपी ने खुलासा किया कि उसके भाई की ट्रेन चार घंटे लेट हो गई. इसलिए भाई की राजधानी एक्सप्रेस छूट गई थी. इस पर उसने फर्जी सूचना ट्रेन में पांच बम होने की दी थी.
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दरअसल, शुक्रवार शाम करीब 4:16 बजे युवक ने अपने ट्विटर अकाउंट से फर्जी सूचना दी कि कानपुर से दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस में पांच बम रखे हैं. जल्दी से ट्रेन को रुकवा करके उसकी तलाशी ली जाए. इस पर रेलवे के साथ आरपीएफ, जीआरपी के अधिकारी पूरी टीम के साथ पहुंचे. बम डिस्पोजल दस्ता और डॉग स्क्वॉयड को भी बुला लिया गया. राजधानी एक्सप्रेस की छानबीन हुई, लेकिन उसमें कुछ नहीं मिला. इस दौरान उस रूट पर ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो गया.
क्या कहते हैं एसपी जीआरपी
एसपी जीआरपी जोगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी ग्वालियर निवासी संजीव कुमार गुर्जर है. उसने राजधानी एक्सप्रेस में पांच बम होने की फर्जी सूचना ट्विटर से रेल मंत्री पीयूष गोयल से साझा की थी. इसके साथ ही रेल मंत्रालय, जीआरपी और आरपीएफ को भी इसकी जानकारी दी. इससे जीआरपी कंट्रोल रूम के साथ ही जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे विभाग के अधिकारी अलर्ट हो गए. तत्काल दादरी स्टेशन के पास राजधानी एक्सप्रेस को रुकवा लिया गया और उसकी छानबीन की गई. इसके बाद राजधानी एक्सप्रेस को आगे रवाना किया गया.
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इसलिए किया ऐसा
जीआरपी की टीमें फर्जी सूचना देने वाले की तलाश में जुट गई. जीआरपी पीआरओ सचिन कौशिक और जीआरपी टीमों ने आरोपी संजीव कुमार को खोज निकाला. इसके लिए जीआरपी को काफी मशक्कत करनी पड़ी. एसपी जीआरपी ने बताया कि आरोपी संजीव कुमार ने खुलासा किया है कि उसके भाई को राजधानी एक्सप्रेस पकड़नी थी. मगर उसकी ट्रेन चार घंटे देरी से चल रही थी. इससे उसके भाई की राजधानी छूट गई. इस पर उसने फर्जी सूचना ट्विटर से दी थी.