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फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट समीक्षा: 'राज' के बीच कुर्सी की जंग

आगरा में इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर इस बार यहां से चुनावी मैदान में हैं. इसके साथ ही यहां से बसपा से गुड्डू पंडित को टिकट मिला है. वहीं भाजपा के टिकट पर एसपी सिंह बघेल को टिकट मिला है.

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Published : Apr 17, 2019, 3:30 PM IST

आगरा: कभी मुगलों की राजधानी रही फतेहपुर सीकरी की कुर्सी का मुकाबला दिलचस्प हो गया है. फतेहपुर सिकरी लोकसभा सीट से बीजेपी के राजकुमार चाहर मैदान में हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व अभिनेता राज बब्बर भी मैदान में हैं. वहीं महा गठबंधन से बसपा ने बाहुबली पूर्व विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित को प्रत्याशी बनाया है.

बीजेपी जहां अपने मौजूदा वोट बैंक के सहारे राजकुमार चाहर को जिताने के लिए भरसक कोशिश करने में लगी है. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर बीजेपी ही नहीं बसपा और सपा के भी वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में लगे हुए हैं. महागठबंधन से बसपा ने गुड्डू पंडित को मैदान में उतारा है, लेकिन गुड्डू पंडित के साथ वह माहौल नहीं दिखाई दे रहा, जो पूर्व में बसपा और सपा के प्रत्याशियों के लिए क्षेत्र में दिखाई देता था. ऐसे में अगर बात की जाए वर्तमान चुनावी समीकरण की तो फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर कांटे की टक्कर दोनों ही 'राज' के बीच में है.

मुद्दे फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर

  • पेयजल की किल्लत.
  • सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था.
  • आलू का उचित मूल्य दिलाना.
  • बटेश्वरधाम का विकास.
  • रोजगार.

फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट
चुनाव मैदान में 15 सूरमा हैं, जिसमें राजकुमार चाहर (बीजेपी), राज बब्बर (कांग्रेस), श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित (बसपा), मनीषा सिंह (प्रसपा) के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशियों में गुल चमन शेरवानी, विजय सिंह धनगर, सत्येंद्र बघेल, सर्वेश कुमार, सादाब नूर, अनिल कुमार कुशवाह, आरती शर्मा, पास्टर थॉमस मैसी, नरेश कुमार, पुरुषोत्तम दास (फौजी भाई) और राम बहोरी.

विधान सभा
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर जिले की पांच विधानसभा के हैं, जिनमें आगरा ग्रामीण, फतेहाबाद, खैरागढ़, बाह और फतेहपुर सीकरी विधानसभा शामिल हैं.
मतदाता गणित

  • कुल मतदाता-16.9 लाख
  • पुरुष मतदाता- 9.3 लाख
  • महिला मतदाता- 7.6 लाख

जातिगत वोटर

  • क्षत्रिय मतदाता- 3.2 लाख
  • ब्राह्मण मतदाता- 2.9 लाख
  • जाट मतदाता- 2.0 लाख
  • कुशवाह मतदाता-1.5 लाख

बीजेपी ने फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के मौजूदा सांसद चौधरी बाबूलाल की टिकट काटकर नई चेहरे राजकुमार चाहर को अपना प्रत्याशी बनाया. इसकी वजह यह थी कि चौधरी बाबूलाल कि क्षेत्र के विधायकों के साथ ही आगरा के सांसद प्रो. रामशंकर कठेरिया के बीच रार ठनी हुई थी. यह दोनों के बीच की रार कई बार बड़े नेताओं के जन सभाओं के मंच पर भी देखने को मिली थी. चौधरी बाबूलाल ने एससी एसटी के संशोधन को लेकर के भी एतराज जताया था और पार्टी के बड़े नेताओं से भी यह कहा था कि यह सवर्ण और पिछड़ी जाति के हित में नहीं है.

इस वजह से भी पार्टी चौधरी बाबूलाल से ना खुश थी. इसलिए चौधरी बाबूलाल का टिकट काटकर उनकी जगह पर बीजेपी ने मैदान में राजकुमार चाहर को उतारा. यह वही राजकुमार हैं, जो फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से कई बार तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन एक विजयी नहीं हुए. राजकुमार चाहर के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी और गृह मंत्री राजनाथ भी अपनी ताकत झोंक रहे हैं. अभी देखा जाए तो बीजेपी की अंदरूनी रार लगभग समाप्त सी दिख रही है. और सभी बीजेपी के विधायक अपने प्रत्याशियों को जिताने में लगे हुए हैं.

फतेहपुर सीकरी सीट से चुनाव मैदान में कांग्रेस के प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की. राज बब्बर आगरा से सांसद रहे. उस समय आगरा लोकसभा क्षेत्र में फतेहपुर सीकरी विधानसभा आती थी. फतेहपुर सीकरी और उसके आसपास के क्षेत्र में राज बब्बर की पहले से ही धाक है. पूर्व में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से चुनाव हार चुके हैं. मौजूदा हालात को देखा जाए तो इस समय ठाकुर, मुस्लिम, जाट और अन्य जातियों का वोट भी राज बब्बर को मिलता दिख रहा है.

आगरा: कभी मुगलों की राजधानी रही फतेहपुर सीकरी की कुर्सी का मुकाबला दिलचस्प हो गया है. फतेहपुर सिकरी लोकसभा सीट से बीजेपी के राजकुमार चाहर मैदान में हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व अभिनेता राज बब्बर भी मैदान में हैं. वहीं महा गठबंधन से बसपा ने बाहुबली पूर्व विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित को प्रत्याशी बनाया है.

बीजेपी जहां अपने मौजूदा वोट बैंक के सहारे राजकुमार चाहर को जिताने के लिए भरसक कोशिश करने में लगी है. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर बीजेपी ही नहीं बसपा और सपा के भी वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में लगे हुए हैं. महागठबंधन से बसपा ने गुड्डू पंडित को मैदान में उतारा है, लेकिन गुड्डू पंडित के साथ वह माहौल नहीं दिखाई दे रहा, जो पूर्व में बसपा और सपा के प्रत्याशियों के लिए क्षेत्र में दिखाई देता था. ऐसे में अगर बात की जाए वर्तमान चुनावी समीकरण की तो फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर कांटे की टक्कर दोनों ही 'राज' के बीच में है.

मुद्दे फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर

  • पेयजल की किल्लत.
  • सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था.
  • आलू का उचित मूल्य दिलाना.
  • बटेश्वरधाम का विकास.
  • रोजगार.

फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट
चुनाव मैदान में 15 सूरमा हैं, जिसमें राजकुमार चाहर (बीजेपी), राज बब्बर (कांग्रेस), श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित (बसपा), मनीषा सिंह (प्रसपा) के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशियों में गुल चमन शेरवानी, विजय सिंह धनगर, सत्येंद्र बघेल, सर्वेश कुमार, सादाब नूर, अनिल कुमार कुशवाह, आरती शर्मा, पास्टर थॉमस मैसी, नरेश कुमार, पुरुषोत्तम दास (फौजी भाई) और राम बहोरी.

विधान सभा
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर जिले की पांच विधानसभा के हैं, जिनमें आगरा ग्रामीण, फतेहाबाद, खैरागढ़, बाह और फतेहपुर सीकरी विधानसभा शामिल हैं.
मतदाता गणित

  • कुल मतदाता-16.9 लाख
  • पुरुष मतदाता- 9.3 लाख
  • महिला मतदाता- 7.6 लाख

जातिगत वोटर

  • क्षत्रिय मतदाता- 3.2 लाख
  • ब्राह्मण मतदाता- 2.9 लाख
  • जाट मतदाता- 2.0 लाख
  • कुशवाह मतदाता-1.5 लाख

बीजेपी ने फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के मौजूदा सांसद चौधरी बाबूलाल की टिकट काटकर नई चेहरे राजकुमार चाहर को अपना प्रत्याशी बनाया. इसकी वजह यह थी कि चौधरी बाबूलाल कि क्षेत्र के विधायकों के साथ ही आगरा के सांसद प्रो. रामशंकर कठेरिया के बीच रार ठनी हुई थी. यह दोनों के बीच की रार कई बार बड़े नेताओं के जन सभाओं के मंच पर भी देखने को मिली थी. चौधरी बाबूलाल ने एससी एसटी के संशोधन को लेकर के भी एतराज जताया था और पार्टी के बड़े नेताओं से भी यह कहा था कि यह सवर्ण और पिछड़ी जाति के हित में नहीं है.

इस वजह से भी पार्टी चौधरी बाबूलाल से ना खुश थी. इसलिए चौधरी बाबूलाल का टिकट काटकर उनकी जगह पर बीजेपी ने मैदान में राजकुमार चाहर को उतारा. यह वही राजकुमार हैं, जो फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से कई बार तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन एक विजयी नहीं हुए. राजकुमार चाहर के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी और गृह मंत्री राजनाथ भी अपनी ताकत झोंक रहे हैं. अभी देखा जाए तो बीजेपी की अंदरूनी रार लगभग समाप्त सी दिख रही है. और सभी बीजेपी के विधायक अपने प्रत्याशियों को जिताने में लगे हुए हैं.

फतेहपुर सीकरी सीट से चुनाव मैदान में कांग्रेस के प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की. राज बब्बर आगरा से सांसद रहे. उस समय आगरा लोकसभा क्षेत्र में फतेहपुर सीकरी विधानसभा आती थी. फतेहपुर सीकरी और उसके आसपास के क्षेत्र में राज बब्बर की पहले से ही धाक है. पूर्व में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से चुनाव हार चुके हैं. मौजूदा हालात को देखा जाए तो इस समय ठाकुर, मुस्लिम, जाट और अन्य जातियों का वोट भी राज बब्बर को मिलता दिख रहा है.

Intro:आगरा.
कभी मुगलों की राजधानी रही फतेहपुर सीकरी की कुर्सी का मुकाबला दिलचस्प हो गया है. फतेहपुर सिकरी लोकसभा सीट से बीजेपी के राजकुमार चाहर मैदान में हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व अभिनेता राज बब्बर भी मैदान में हैं. वहीं महा गठबंधन से बसपा ने बाहुबली पूर्व विधायक श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित को प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी जहां अपने मौजूदा वोट बैंक के सहारे राजकुमार चाहर को जिताने के लिए भरसक कोशिश करने में लगी है. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर बीजेपी ही नहीं बसपा और सपा के भी वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में लगे हुए हैं. महागठबंधन से बसपा ने गुड्डू पंडित को मैदान में उतारा है लेकिन गुड्डू पंडित के साथ वह माहौल नहीं दिखाई दे रहा, जो पूर्व में बसपा और सपा के प्रत्याशियों के लिए क्षेत्र में दिखाई देता था. ऐसे में अगर बात की जाए वर्तमान चुनावी समीकरण को लेकर फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर कांटे की टक्कर दोनों ही 'राज' के बीच में है.

मुद्दे फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट
1. पेयजल की किल्लत।
2. सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था।
3. आलू का उचित मूल्य दिलाना।
4. बटेश्वरधाम का विकास।
5. रोजगार.

फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट
चुनाव मैदान में 15 सूरमा हैं. जिसमें राजकुमार चाहर (बीजेपी) राज बब्बर (कांग्रेस), श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित ( महागठबंधन), मनीषा सिंह (प्रसपा) के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशियों में गुल चमन शेरवानी, विजय सिंह धनगर, सत्येंद्र बघेल, सर्वेश कुमार, सादाब नूर, अनिल कुमार कुशवाह, आरती शर्मा, पास्टर थॉमस मैसी, नरेश कुमार, पुरुषोत्तम दास )फौजी भाई) और राम बहोरी.

विधान सभा
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर जिले की पांच विधानसभा के हैं. जिनमें आगरा ग्रामीण, फतेहाबाद, खैरागढ़, बाह और फतेहपुर सीकरी विधानसभा शामिल हैं.
मतदाता गणित
कुल मतदाता....16.9 लाख
पुरुष मतदाता.....9.3 लाख
महिला मतदाता.....7.6 लाख

जातिगत वोटर
क्षत्रिय मतदाता......3.2 लाख
ब्राह्मण मतदाता.....2.9 लाख
जाट मतदाता....2.0 लाख
कुशवाह मतदाता.....1.5 लाख

2009 का चुनाव परिणाम
प्रत्याशी का नाम......पार्टी .......... कुल मिले मत... मत का %
सीमा उपाध्याय .....बसपा ...........209466........30.19
राज बब्बर .......... कांग्रेस...........199530 .......28. 75
राजा अरिदमन सिंह....बीजेपी..........154373 .......22.25
रघुराज सिंह शाक्य ....सपा ............109240 ........15.74

2014 का चुनाव परिणाम
प्रत्याशी का नाम......पार्टी .......... कुल मिले मत... मत का %
चौधरी बाबू लाल.....बीजेपी........426589...........44.06
सीमा उपाध्याय........ बसपा........253483...........26.18
रानी पक्षालिका सिंह....सपा .........213397..........22.04
अमर सिंह................रालोद..........24185............2.50

वर्तमान समीकरण
बीजेपी ने फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के मौजूदा सांसद चौधरी बाबूलाल की टिकट काटकर नई चेहरे राजकुमार चाहर को अपना प्रत्याशी बनाया. इसकी वजह यह थी कि चौधरी बाबूलाल कि क्षेत्र के विधायकों के साथ ही आगरा के सांसद प्रो. रामशंकर कठेरिया के बीच रार ठनी हुई थी. यह दोनों के बीच की रार कई बार बड़े नेताओं के जन सभाओं के मंच पर भी देखने को मिली थी. चौधरी बाबूलाल ने एससी एसटी के संशोधन को लेकर के भी एतराज जताया था और पार्टी के बड़े नेताओं से भी यह कहा था कि यह सवर्ण और पिछड़ी जाति के हित में नहीं है. इस वजह से भी पार्टी चौधरी बाबूलाल से ना खुश थी. इसलिए चौधरी बाबूलाल का टिकट काटकर उनकी जगह पर बीजेपी ने मैदान में राजकुमार चाहर को उतारा. यह वही राजकुमार हैं, जो फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से कई बार तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन एक विजयी नहीं हुए. राजकुमार चाहर के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी और गृह मंत्री राजनाथ भी अपनी ताकत झोंक रहे हैं. अभी देखा जाए तो बीजेपी की अंदरूनी रार लगभग समाप्त सी दिख रही है. और सभी बीजेपी के विधायक अपने प्रत्याशियों को जिताने में लगे हुए हैं. इस हिसाब से यदि देखा जाए तो फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी राजकुमार चाहर का बड़ा बहुत भारी है. क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनाव में मौजूदा सांसद चौधरी बाबूलाल ने 2 लाख से भी ज्यादा वोटों से बसपा के प्रत्याशी सीमा उपाध्याय को हराया था. राजकुमार चाहर के लिए माहौल बनाने के लिए सीएम योगी ने खुद बाह में एक विशाल जनसभा की जिससे ठाकुर वोटों को पार्टी से जुड़ जाए. इसके साथ ही खैरागढ़ में रविवार को राजनाथ सिंह की भी बड़ी सभा होगी. और दोनों ही डिप्टी सीएम भी फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट में अलग-अलग जगह पर अपनी सभाएं करके प्रत्याशी राजकुमार के लिए माहौल बनाने में लगे हुए हैं.
फतेहपुर सीकरी सीट से चुनाव मैदान में कांग्रेस के प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की राज बब्बर आगरा से सांसद रहे. उस समय आगरा लोकसभा क्षेत्र में फतेहपुर सीकरी विधानसभा आती थी. फतेहपुर सीकरी और उसके आसपास के क्षेत्र में राज बब्बर की पहले से ही धाक है. पूर्व में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से चुनाव हार चुके हैं. मौजूदा हालात को देखा जाए तो इस समय ठाकुर, मुस्लिम, जाट और अन्य जातियों का वोट भी राज बब्बर को मिलता दिख रहा है. इसकी वजह है कि महागठबंधन में शामिल बसपा ने पूर्व में फतेहपुर लोकसभा सीट से प्रभारी के तौर पर पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय को मैदान में उतारा था. सीमा उपाध्याय ने 4 महीने तक क्षेत्र में घूम घूम कर लोगों की नब्ज टटोली और उसके बाद अपने हाथ खड़े कर दिए. इसके बाद पार्टी ने आनन-फानन में राजवीर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया, लेकिन उन्होंने अपना नामांकन भी किया लेकिन पार्टी में राजवीर सिंह को बी फार्म नहीं दिया और अगले ही दिन अंतिम समय पर बसपा ने प्रत्याशी के रूप में डिबाई के पूर्व विधायक बाहुबली श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित चुनाव मैदान में उतारा.
गुड्डू पंडित अभी तक पार्टी के वोट बैंक के अलावा अन्य समुदाय में अपनी पहुंच नहीं बना सके हैं. और हर बार किसी ने किसी वजह से विवाद में पड़ जाते हैं. इतना ही नहीं राज बब्बर ने भी अपने नामांकन से पहले बसपा के तीन पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह, पूर्व विधायक सूरजभान सिंह और पूर्व विधायक भगवान सिंह कुशवाहा को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. इससे भी बसपा का फतेहपुर सीकरी में वजूद कम हुआ है. इसके साथ ही बसपा में इस समय जोनल कोऑर्डिनेटर सुनील चित्तौड़ की वजह से अंदरूनी रार चल रही है. इस वजह से भी बसपा प्रत्याशी गुड्डू पंडित के लिए माहौल नहीं बन पा रहा है. और महागठबंधन को बीजेपी ने दूसरी पटखनी सपा के पूर्व मंत्री रामसकल गुर्जर और फतेहाबाद से पूर्व विधायक डॉ राजेंद्र सिंह को बीजेपी में शामिल करके दी है. इससे भी बीजेपी को फायदा हो रहा है और इसका नुकसान सपा और बसपा महागठबंधन को साफ होता दिखाई दे रहा है. ऐसे में अगर बात की जाए तो वर्तमान फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट के समीकरण में मुकाबला बीजेपी के राजकुमार चाहर और कांग्रेस के राज बब्बर के बीच में बना हुआ है.







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