आगरा: एक साल बाद फिर से एक बार आगरा का नाम 'अग्रवन' करने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. शासन की ओर से डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के हिस्ट्री डिपार्टमेंट को आगरा के प्राचीन नाम के बारे में शोध करने का पत्र भेजा गया है. इस पत्र में लिखा गया है कि आगरा के प्राचीन नाम के साक्ष्य उपलब्ध कराए जाएं.
जिले का नाम बदलने को प्रशासन को लिखा पत्र
इस बारे में पूर्व बीजेपी विधायक स्वर्गीय जगन प्रसाद गर्ग ने सीएम योगी को पत्र लिखा था. स्वर्गीय जगन प्रसाद गर्ग के बेटे वैभव गर्ग का कहना है कि मेरे पिताजी ने खुद सीएम योगी को आगरा का नाम 'अग्रवन' करने के लिए पत्र लिखा था. उसमें उल्लेख किया था कि आगरा में अग्रवाल अधिक हैं. यह जिला अग्रवालों की राजधानी रहा है.
आगरा का नाम अग्रवन रखने की थी पिता की मांग
जिला प्रशासन ने भी इस बारे में योगी सरकार की ओर से छानबीन की और आगरा का नाम अग्रवन करने की जांच की थी. उस जांच का क्या हुआ यह किसी को नहीं पता है. अभी यह पता चला है कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के हिस्ट्री डिपार्टमेंट को आगरा के प्राचीन नाम को लेकर शोध करने के निर्देश दिए गए हैं.
हिस्ट्री डिपार्टमेंट अपने शोध पूरे कर इन साक्ष्यों को पेश करेगा. मेरा मानना यह है कि सीएम योगी आगरा का नाम अग्रवन करेंगे क्योंकि आगरा का नाम अग्रवन था. यदि आगरा का नाम अग्रवन होगा तो बहुत अच्छा होगा, क्योंकि मेरे पिताजी स्वर्गीय जगन प्रसाद गर्ग की एक अहम मांग थी और इतिहास में भी आगरा के अग्रवन होने के साक्ष्य हैं.
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