आगरा : मुगलकाल की ऐतिहासिक इमारत अकबर टॉम्ब काले हिरण की कब्रगाह बनता जा रहा है. बीते दो माह की बात की जाए तो यहां पर चार काले हिरणों की मौत हो चुकी है. इन चार काले हिरण की मौत के बाद वन विभाग और एएसआई के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. इनमें से दो हिरणों की मौत के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्वभाविक मौत होने की बात सामने आई है, जबकि एक हिरण आपसी लड़ाई में मरा है. वहीं चौथे हिरण के शरीर पर चोट के निशान थे.आशंका यह जताई जा रही है कि किसी जानवर ने हिरण को अपना शिकार बनाया होगा. फिलहाल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और वन विभाग के अधिकारी काले हिरणों की लगातार हो रही मौत के बारे में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. वहीं दोनों विभाग के अधिकारी एक-दूसरे पर पल्ला झाड़ देते हैं.
दो महीने में चार काले हिरण की मौत
दिल्ली हाइवे अकबर टॉम्ब में चार माह पहले 80 से ज्यादा काले हिरण थे. सिकंदरा के अकबर टॉम्ब में पर्यटकों को लुभाने वाले काले हिरणों की जान पर खतरा मंडरा रहा है. लगातार काले हिरण की संख्या घट रही है. काले हिरण का आशियाना अब उनकी ही कब्रगाह बनता जा रहा है.
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पर्यटक ने बताया
अजमेर से आगरा घूमने आए पर्यटक राहुल सैन ने बताया कि अकबर टॉम्ब घूमने आए तो यहां बहुत ही अच्छा लगा. क्योंकि यहां पर काले हिरणों के साथ चिंकारा भी हैं, जो बागानों में घूम रहे हैं. लेकिन काले हिरण और चिंकारा की लगातार हो रही मौत चिंता का विषय है. इस बारे में जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों को काले हिरणों के कारण के बारे में जानना होगा.