ETV Bharat / state

हुस्न का जाल, कर रहा कंगाल, ऐसे होती हैं हनीट्रैप की घटनाएं

author img

By

Published : Sep 25, 2022, 6:58 PM IST

आगरा जिले में हनीट्रैप की कई घटनाएं सामने आई हैं. आखिर ये हनीट्रैप(honeytrap) और सेक्सटोर्शन(sextortion) क्या है, इसमें लोग कैसे फंसते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर..

etv bharat
हनीट्रैप

आगराः मशहूर शायर राहत इंदौरी की पंक्ति..'बुलाती है मगर जाने का नहीं', लोगों को अब अपने जेहन में बैठा लेनी चाहिए. दरअसल, सोशल मीडिया पर ऐसी हसीनाएं एक्टिव हैं, जो मोबाइल पर मीठी-मीठी बातें करके आपको व्यक्तिगत मिलने बुलाएंगी या फिर वीडियो कॉल करके अपने हुस्न की अदाओं के लटके-झटके दिखाकर वीडियो बना लेंगी.

इसलिए चालबाज और हनीट्रैप(honeytrap) का शिकार बनाने वाली हसीनाओं के बुलावे पर न मिलने जाएं और न ही ऑनलाइन वीडियो कॉल करें. चालबाज हसीनाएं मोहब्बत भरी बातों से ताजनगरी के कारोबारी, रसूखदार, चिकित्सक और समाज सेवियों से दोस्ती करके ठगी कर रही हैं.

एसपी सिटी विकास कुमार

बता दें कि, आगरा में हनीट्रैप का शिकार हुए लोगों की फेहरिस्त(सूची) लंबी है. आगरा पुलिस की साइबर सेल में हर सप्ताह तीन से चार मामले हनीट्रैप(honeytrap) और सेक्सटोर्शन(sextortion) के पहुंच रहे हैं. इसमें कई मामले बहुत हाई प्रोफाइल हैं, जिसमें शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक, कारोबारी, समाजसेवी और अन्य लोगों को सोशल मीडिया पर अनजान हसीनाओं से दोस्ती भारी पड़ गई है.

हसीना के चक्कर में चिकित्सक पहुंचा बीहड़
बात जुलाई 2021 की है. अस्पताल में इलाज कराने आई युवती ने शहर के एक वरिष्ठ सर्जन को हनीट्रैप का शिकार बनाया. हसीना से मिलने की चाहत जान पर भारी पड़ गई. हसीना के बुलावे पर सर्जन घर से निकले और राजस्थान के धौलपुर जिला में चंबल के बीहड़ में पहुंच गए. हसीना के साथी गिरोह ने सर्जन के परिजनों से पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. आगरा पुलिस ने मशक्कत करके बिना रकम दिए सर्जन को बदमाशों के गैंग से सकुशल मुक्त कराया और गैंग के साथ हसीना को भी जेल भेज दिया.

पढ़ेंः हनीट्रैप में पति और पत्नी गिरफ्तार, उधारी के पैसे मांगने पर युवक का अश्लील वीडियो बनाकर मांगी रंगदारी

दोस्ती और फिर दुष्कर्म का मुकदमा
ताजनगरी के एक शूज कारोबारी को युवती ने हनीट्रैप का शिकार बनाया. युवती ने पहले कारोबारी से दोस्ती की और फिर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया. पीड़ित कारोबारी ने छानबीन की तो तीन और ऐसे ही पीड़ित सामने आए, जिनसे पहले युवती ने दोस्ती की और फिर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराकर रकम ऐंठी. पुलिस ने सबूतों के आधार पर युवती को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.

सोशल मीडिया से दोस्ती करके किया ब्लैकमेल
शहर के एक युवक की सोशल मीडिया से एक दिल्ली की युवती ने दोस्ती की हुई. बाद में युवती ने रिश्ता तोड़ा और उसके दोस्तों ने ब्लैकमेल करके रुपये वसूले. शिकायत पर पुलिस ने ब्लैकमेल करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.

मेडिकल स्टूडेंट बनकर चिकित्सक को फंसाया
शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक से साइबर ठग गिरोह की युवती ने मेडिकल स्टूडेंट बनकर सोशल मीडिया पर दोस्ती की. फिर मोबाइल नंबर लेकर वीडियो कॉल पर अश्लील वीडियो बना ली. यह देखकर चिकित्सक ने फोन बंद कर दिया. इसके बाद युवती ने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और लाखों रुपये की डिमांड की.

पढ़ेंः हनीट्रैप के जरिए लोगों से वसूली करता था सिपाही, बर्खास्त

ब्लैकमेलिंग में शामिल होती है पूरी गैंग
आगरा पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया से दोस्ती और ब्लैकमेलिंग करने वाली गैंग बहुत बड़ी होती है. इसमें हसीना का रोल सिर्फ शिकार को जाल में फंसाने तक का होता है. वीडियो कॉल से न्यूड फोटो या तस्वीर लेने के बाद गैंग में शामिल बातचीत में माहिर शातिर और हैकर्स अपना काम शुरू करते हैं. डराने, धमकाने के साथ बदनामी और पुलिस केस की धमकी देकर रुपये वसूलते हैं.

क्या है सेक्सटॉर्शन?
संचार क्रांति ने क्रिमिनल भी हाईटेक कर दिए हैं. साइबर क्रिमिनल सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से लोगों से मोटो वसूली कर रहे हैं. वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करना सेक्सटॉर्शन है.

इन लोगों में ज्यादा शिकार
आगरा की बात करें तो हनीट्रैप और सेक्सटॉर्शन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. साइबर क्रिमिनल खूब कॉलेज स्टूडेंट्स, युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स, चिकित्सक, अधिवक्ता के साथ ही नौकरी पेशा लोग इन रैकेट का शिकार बन रहे हैं.

यूं होता है पूरा खेल
पुलिस के मुताबिक, साइबर सेल में आ रही शिकायत के मुताबिक, साइबर क्रिमिनल गैंग की हसीना फेक आईडी से दोस्ती और फ्रेंडली माहौल होने पर अश्लील बातें शुरू करती हैं. इसके बाद वर्चुअल सेक्स और फिर गैंग में शामिल लोग उगाही और ब्लैकमेलिंग शुरू करते हैं. रिकॉर्डेड वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग और रुपयों की डिमांड की जाती है.

घबराएं नहीं, पुलिस से करें शिकायत
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि, जिले की साइबर सेल में सोशल मीडिया से दोस्ती करके ब्लैकमेलिंग और वसूली की शिकायतें आ रही हैं. कई पीड़ित अपनी बदनामी के डर से पहचान गोपनीय रखकर शिकायत कर रहे हैं.

हनीट्रैप और सोशल मीडिया से दोस्ती करके ठगी व ब्लैकमेलिंग करने वालों को पुलिस जेल भी भेज चुकी है. लोगों से अपील की है कि, वे सोशल मीडिया पर अनजान से दोस्ती करने से बचें. मोबाइल पर कॉल करके दोस्ती करने वाली महिलाओं से बचें और हनीट्रैप का शिकार बनने से पहले ऐसे गिरोह की पुलिस को सूचना दें.

पढ़ेंः लखनऊ में हनीट्रैप का मामले का खुलासा, दो फर्जी पत्रकार गिरफ्तार

यूं सेक्सटॉर्शन से बचें

  • पॉर्न साइट पर सफ्रिंग न करें.
  • सिर्फ सेफ वेबसाइट ही खोलें.
  • अननोन यूआरएल को सर्च न करें.
  • अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें.
  • ब्लैकमेल करने की बेझिझक साइबर पुलिस से शिकायत करें.
  • अनजान व्यक्ति से रिश्ते बनाते समय सावधानी बरतें.
  • अनजान की वीडियो काल रिसीव करके अपने लेपटॉप और मोबाइल का फ्रंट कैमरा हाथ से करें बंद.
  • हैकर्स से बचने के लिए मोबाइल और लैपटॉप में एंटी वायरस इंस्ट्रॉल रखें.

पढ़ेंः इस लड़की के झांसे में न आएं आप, सोशल मीडिया से 49 लोगों को बना चुकी है हनीट्रैप का शिकार

आगराः मशहूर शायर राहत इंदौरी की पंक्ति..'बुलाती है मगर जाने का नहीं', लोगों को अब अपने जेहन में बैठा लेनी चाहिए. दरअसल, सोशल मीडिया पर ऐसी हसीनाएं एक्टिव हैं, जो मोबाइल पर मीठी-मीठी बातें करके आपको व्यक्तिगत मिलने बुलाएंगी या फिर वीडियो कॉल करके अपने हुस्न की अदाओं के लटके-झटके दिखाकर वीडियो बना लेंगी.

इसलिए चालबाज और हनीट्रैप(honeytrap) का शिकार बनाने वाली हसीनाओं के बुलावे पर न मिलने जाएं और न ही ऑनलाइन वीडियो कॉल करें. चालबाज हसीनाएं मोहब्बत भरी बातों से ताजनगरी के कारोबारी, रसूखदार, चिकित्सक और समाज सेवियों से दोस्ती करके ठगी कर रही हैं.

एसपी सिटी विकास कुमार

बता दें कि, आगरा में हनीट्रैप का शिकार हुए लोगों की फेहरिस्त(सूची) लंबी है. आगरा पुलिस की साइबर सेल में हर सप्ताह तीन से चार मामले हनीट्रैप(honeytrap) और सेक्सटोर्शन(sextortion) के पहुंच रहे हैं. इसमें कई मामले बहुत हाई प्रोफाइल हैं, जिसमें शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक, कारोबारी, समाजसेवी और अन्य लोगों को सोशल मीडिया पर अनजान हसीनाओं से दोस्ती भारी पड़ गई है.

हसीना के चक्कर में चिकित्सक पहुंचा बीहड़
बात जुलाई 2021 की है. अस्पताल में इलाज कराने आई युवती ने शहर के एक वरिष्ठ सर्जन को हनीट्रैप का शिकार बनाया. हसीना से मिलने की चाहत जान पर भारी पड़ गई. हसीना के बुलावे पर सर्जन घर से निकले और राजस्थान के धौलपुर जिला में चंबल के बीहड़ में पहुंच गए. हसीना के साथी गिरोह ने सर्जन के परिजनों से पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. आगरा पुलिस ने मशक्कत करके बिना रकम दिए सर्जन को बदमाशों के गैंग से सकुशल मुक्त कराया और गैंग के साथ हसीना को भी जेल भेज दिया.

पढ़ेंः हनीट्रैप में पति और पत्नी गिरफ्तार, उधारी के पैसे मांगने पर युवक का अश्लील वीडियो बनाकर मांगी रंगदारी

दोस्ती और फिर दुष्कर्म का मुकदमा
ताजनगरी के एक शूज कारोबारी को युवती ने हनीट्रैप का शिकार बनाया. युवती ने पहले कारोबारी से दोस्ती की और फिर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया. पीड़ित कारोबारी ने छानबीन की तो तीन और ऐसे ही पीड़ित सामने आए, जिनसे पहले युवती ने दोस्ती की और फिर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराकर रकम ऐंठी. पुलिस ने सबूतों के आधार पर युवती को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.

सोशल मीडिया से दोस्ती करके किया ब्लैकमेल
शहर के एक युवक की सोशल मीडिया से एक दिल्ली की युवती ने दोस्ती की हुई. बाद में युवती ने रिश्ता तोड़ा और उसके दोस्तों ने ब्लैकमेल करके रुपये वसूले. शिकायत पर पुलिस ने ब्लैकमेल करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.

मेडिकल स्टूडेंट बनकर चिकित्सक को फंसाया
शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक से साइबर ठग गिरोह की युवती ने मेडिकल स्टूडेंट बनकर सोशल मीडिया पर दोस्ती की. फिर मोबाइल नंबर लेकर वीडियो कॉल पर अश्लील वीडियो बना ली. यह देखकर चिकित्सक ने फोन बंद कर दिया. इसके बाद युवती ने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और लाखों रुपये की डिमांड की.

पढ़ेंः हनीट्रैप के जरिए लोगों से वसूली करता था सिपाही, बर्खास्त

ब्लैकमेलिंग में शामिल होती है पूरी गैंग
आगरा पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया से दोस्ती और ब्लैकमेलिंग करने वाली गैंग बहुत बड़ी होती है. इसमें हसीना का रोल सिर्फ शिकार को जाल में फंसाने तक का होता है. वीडियो कॉल से न्यूड फोटो या तस्वीर लेने के बाद गैंग में शामिल बातचीत में माहिर शातिर और हैकर्स अपना काम शुरू करते हैं. डराने, धमकाने के साथ बदनामी और पुलिस केस की धमकी देकर रुपये वसूलते हैं.

क्या है सेक्सटॉर्शन?
संचार क्रांति ने क्रिमिनल भी हाईटेक कर दिए हैं. साइबर क्रिमिनल सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से लोगों से मोटो वसूली कर रहे हैं. वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करना सेक्सटॉर्शन है.

इन लोगों में ज्यादा शिकार
आगरा की बात करें तो हनीट्रैप और सेक्सटॉर्शन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. साइबर क्रिमिनल खूब कॉलेज स्टूडेंट्स, युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स, चिकित्सक, अधिवक्ता के साथ ही नौकरी पेशा लोग इन रैकेट का शिकार बन रहे हैं.

यूं होता है पूरा खेल
पुलिस के मुताबिक, साइबर सेल में आ रही शिकायत के मुताबिक, साइबर क्रिमिनल गैंग की हसीना फेक आईडी से दोस्ती और फ्रेंडली माहौल होने पर अश्लील बातें शुरू करती हैं. इसके बाद वर्चुअल सेक्स और फिर गैंग में शामिल लोग उगाही और ब्लैकमेलिंग शुरू करते हैं. रिकॉर्डेड वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग और रुपयों की डिमांड की जाती है.

घबराएं नहीं, पुलिस से करें शिकायत
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि, जिले की साइबर सेल में सोशल मीडिया से दोस्ती करके ब्लैकमेलिंग और वसूली की शिकायतें आ रही हैं. कई पीड़ित अपनी बदनामी के डर से पहचान गोपनीय रखकर शिकायत कर रहे हैं.

हनीट्रैप और सोशल मीडिया से दोस्ती करके ठगी व ब्लैकमेलिंग करने वालों को पुलिस जेल भी भेज चुकी है. लोगों से अपील की है कि, वे सोशल मीडिया पर अनजान से दोस्ती करने से बचें. मोबाइल पर कॉल करके दोस्ती करने वाली महिलाओं से बचें और हनीट्रैप का शिकार बनने से पहले ऐसे गिरोह की पुलिस को सूचना दें.

पढ़ेंः लखनऊ में हनीट्रैप का मामले का खुलासा, दो फर्जी पत्रकार गिरफ्तार

यूं सेक्सटॉर्शन से बचें

  • पॉर्न साइट पर सफ्रिंग न करें.
  • सिर्फ सेफ वेबसाइट ही खोलें.
  • अननोन यूआरएल को सर्च न करें.
  • अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें.
  • ब्लैकमेल करने की बेझिझक साइबर पुलिस से शिकायत करें.
  • अनजान व्यक्ति से रिश्ते बनाते समय सावधानी बरतें.
  • अनजान की वीडियो काल रिसीव करके अपने लेपटॉप और मोबाइल का फ्रंट कैमरा हाथ से करें बंद.
  • हैकर्स से बचने के लिए मोबाइल और लैपटॉप में एंटी वायरस इंस्ट्रॉल रखें.

पढ़ेंः इस लड़की के झांसे में न आएं आप, सोशल मीडिया से 49 लोगों को बना चुकी है हनीट्रैप का शिकार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.