आगरा: ताज नगरी के ब्लॉक फतेहाबाद के गांव प्रतापपुरा में बुधवार को पांच अर्थियां एक साथ उठीं तो लोगों का कलेजा कांप उठा. परिजन ही नहीं, शव यात्रा में शामिल हर एक ग्रामीणों की आंखों से आंसुओं की धार बह निकली. यमुना नदी के किनारे जोनेश्वर घाट पर नम आंखों से इन पांचों का अंतिम संस्कार किया गया. सोनू, हरिमोहन, अविनाश और अनुराग को सोनू के छोटे भाई मोनू ने मुखाग्नि दी. योगेश को उसके भतीजे ने मुखाग्नि दी.
5 शवों को देख रोया पूरा गांव
ग्राम प्रतापपुरा में बुधवार को मातम पसरा हुआ था. गांव निवासी सुरेंद्र शर्मा के साथ-साथ रामसेवक और राम खिलाड़ी के घर उनके बेटों की अंतिम यात्रा तैयार की जा रही थी. एक साथ पांच अर्थियों को कंधा देने की बारी आई तो परिजन और ग्रामीण फूट-फूट कर रोने लगे. बीते मंगलवार की देर रात पांचों के शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया. ग्रामीणों और परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल है. बुधवार को गांव में पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचने पर यमुना नदी के जोनेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया.
यह था मामला
विगत मंगलवार को शौचालय के लिऐ सुरेंद्र शर्मा ने गड्ढा खुदवाया गया था. इसके बाद अनुराग इस गड्ढे में गिर गया था. इस बच्चे को बाहर निकालने के लिए जो भी इस गड्ढे में कूदा, उसे जहरीली गैस ने अपनी चपेट में ले लिया. इससे तीन सगे भाइयों समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.