आगरा: दिवाली के बाद मंगलवार को आगरा पर कोहरे की चादर तन गई. कोरोना काल का यह पहला कोहरा है. मंगलवार सुबह मोहब्बत की निशानी का दीदार करने पहुंचे पर्यटकों को 100 मीटर की दूरी से ही ताजमहल साफ नहीं दिखाई दे रहा था. रॉयल गेट से फोटोग्राफी करने पर ताजमहल गायब था. आगरा कैंट स्टेशन और अन्य स्टेशनों पर भी कोहरे की वजह से यात्री परेशान रहे. सड़कों पर भी कोहरे की मार से वाहन रेंगते नजर आए. कोहरे की वजह से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए.
रॉयल गेट से फोटो फ्रेम में गायब ताज
मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने के लिए सुबह 6 बजे से पहले ही तमाम पर्यटक पूर्वी और पश्चिमी गेट पर पहुंच गए. ताजमहल देखने के लिए प्रवेश किया. जब पर्यटक रॉयल गेट पर पहुंचे, तो आंखों के सामने ताजमहल नहीं था. फोटो फ्रेम में ताजमहल कोहरे की वजह से नहीं आ रहा था. यही हालात डायना सीट के पास से भी थे. इस वजह से पर्यटकों को मायूसी हाथ लगी. फोटोग्राफी कराने के लिए पर्यटक नई जगह तलाशते रहे. जहां से फोटो फ्रेम में ताजमहल साफ दिखाई दे. पर्यटकों का कहना था कि मौसम बहुत अच्छा हो गया है. कोहरे की वजह से ताजमहल को सही तरह से नहीं देख पा रहे हैं. इधर मेहताब बाग से ताजमहल का दीदार करने पहुंचे पर्यटकों को मायूसी हाथ लगी.
कोहरे में घूमने निकले लोग
ताजनगरी में कोहरे में मॉर्निंग वॉक पर लोग निकले. मॉर्निंग वॉकर काफी खुश नजर आए. उनका कहना है कि मौसम बहुत सुहावना हो गया है. हवा भी बहुत साफ है, इसलिए टहलने में बहुत अच्छा लग रहा है. हम इस मौसम का लुफ्त उठा रहे हैं.
शिमला और कश्मीर जैसा हुआ मौसम
आगरा कैंट स्टेशन सुबह यात्री पहुंचे. कोहरे की वजह से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन यात्रियों का कहना है कि यहां का मौसम शिमला और कश्मीर जैसा हो गया है. यहां पर स्टेशन के बाहर कुल्हड़ की चाय पी. बहुत ही अच्छा लगा.