आगरा: सड़क पर लेट कर इनर रिंग रोड घोटाले और लैंड पार्सल का विरोध जताने वाले किसानों ने अब जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. किसानों ने ऐलान किया था कि वह पीएम मोदी की सभा में जाकर आत्मदाह करेंगे. इसको लेकर मंगलवार की देर रात ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया. इस वजह से पीड़ित किसानों ने अब भूख हड़ताल कर दी है. सभी किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता है, तब तक वो भूख हड़ताल नहीं तोड़ेंगे.
- किसान इनर रिंग रोड घोटाले को लेकर काफी समय से धरने पर बैठे हुए हैं.
- किसानों की सुनवाई नहीं हो रही. वहीं, किसानों की जांच रिपोर्ट को भी दबाया जा रहा है.
- जिससे दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न हो सके.
- इसके विरोध में 9 सितंबर को किसानों ने एमजी रोड पर लेट करके प्रदर्शन किया था.
- सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने के बाद 5 किसानों की हालत ज्यादा खराब हो गई थी.
- उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. सभी का इलाज आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है
- अब किसानों आइसोलेशन वार्ड में भूख हड़ताल शुरू कर दी है.
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इनर रिंग रोड घोटाले में जिला प्रशासन की ओर से जांच रिपोर्ट में दोषी अधिकारियों को बचाया जा रहा है.
श्याम सिंह चाहर, किसान नेता
किसानों से मिलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की ओर से 18 सितंबर को जिले पर विशाल प्रदर्शन किया जाएगा.
नितिन कोहली, प्रदेश अध्यक्ष, प्रसपा
किसानों की हालत खतरे से बाहर है. सभी को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
डॉ. सतीश कुमार वर्मा, सीएमएस
किसानों की मांग है कि उन्हें जांच रिपोर्ट की कॉपी भी दी जाए. इस बारे में अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. जांच रिपोर्ट भी अभी नहीं आई है.
डॉ प्रभाकांत अवस्थी, सिटी मजिस्ट्रेट