आगराः शहर में दीपावली से पहले किसानों ने एडीए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसानों ने इनर रिंग रोड को लेकर आगरा विकास प्राधिकरण (ADA) में हंगामा और नारेबाजी की. रोहता और आसपास के गांव के किसानों ने अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. किसानों की मांग है कि इनर रिंग रोड के तीसरे चरण की जमीन अधिग्रहण में खामियां हैं. इधर, ग्रेटर आगरा योजना को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर किसान आगरा के कमिश्नर अमित गुप्ता से मिले और एडीए की तमाम कमियां बताईं.
रोहता और आसपास के गांवों के किसानों ने कहा कि एडीए ने न तो जमीन का मुआवजा दिया है और न ही जमीन का उपयोग किया जा रहा है. इस वजह से हमारी जमीन वापस की जाए. किसानों ने इसे लेकर खूब हंगामा किया. एडीए के खिलाफ नारेबाजी की.
एडीए के उपाध्यक्ष चर्चित गोंड के साथ हुई मीटिंग में किसानों ने अधिकारियों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. कहा कि वर्षों से एडीए में जमे अधिकारियों को वहां की सभी स्थिति की जानकारी है. इसके बावजूद भी शासन को गुमराह किया जा रहा है. एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गोंड ने बताया कि किसानों को अगली बैठक का समय दिया है. अब इनर रिंग रोड तृतीय चरण की किसानों की बैठक 28 अक्टूबर को और लैंड पार्सल के संबंध में बैठक 4 नवंबर को होगी. किसानों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा.
एडीए की ओर से ग्रेटर आगरा योजना बनाई थी. इसके लिए एडीए ने तमाम घोषणाएं कीं, खूब फाइलें भी दौड़ीं. जैसे ही एडीए उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया का स्थानांतरण किया इसके बाद फाइलें दाखिल दफ्तर हो गईं. इसके साथ ही अब किसानों ने अब एडीए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसान नेता सोमबीर सिंह ने बताया कि किसान अपनी जमीन ग्रेटर आगरा में नहीं देंगे. किसान अपनी मांग को लेकर कमिश्नर से मिले, उन्हें अपनी मांगे बताई.
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