आगराः जिले में एक फर्जी दारोगा फरार नामचीन सट्टेबाज की सिफारिश लेकर थाने पहुंच गया. मुकदमे से सट्टेबाज का नाम निकलवाने के एवज में उसने एसआई को पैसे देने की बात भी कही. पुलिस को जब शक हुआ तो, उसने फर्जी दारोगा से उसका आईकार्ड मांगा. इसके बाद फर्जी दारोगा की पोल खुल गई. फर्जी दारोगा ने इस दौरान पुलिस एसआई की टेबल पर एडवांस भी रख दिया था. गिरफ्तार फर्जी दारोगा ने पुलिस पूछताछ में एक भाजपा नेता का नाम भी लिया, जिसके कहने पर वो थाने पहुंचा था. फिलहाल भाजपा नेता फरार है.
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि मंगलवार को थाना हरीपर्वत पुलिस ने क्षेत्र से नामचीन सट्टेबाज अज्जु लंगड़ा गैंग के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. सभी लग्जरी कार में बैठकर ऑनलाइन सट्टेबाजी करा रहे थे. उसमें से एक अभियुक्त राजकुमार के पास से नशीला प्रदार्थ भी बरामद हुआ था. इसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा में कार्रवाई की गयी थी. वहीं, गैंग के वांछित सरगना अजय गोयल उर्फ अज्जू लंगड़ा को भी मुकदमे में आरोपी बनाया गया था. इन दोनों की सिफारिश लेकर मंगलवार को रफीक चौहान नाम का युवक हरीपर्वत थाने पहुंचा.
डीसीपी ने बताया कि थाने में तैनात एसआई निशामक त्यागी से मिलने पर युवक ने खुद को यूपी पुलिस में दारोगा बताया. उसने एसआई से नशीले प्रदार्थ और सट्टेबाजी में जेल गए राजकुमार को जेल से छुड़वाने और अज्जू लंगड़ा का नाम मुकदमे से निकलवाने की बात कही. एसआई निशामक ने शक होने पर दारोगा से उसका पहचान पत्र मांगा. पहचान पत्र में पीएनओ नंबर अंकित न होने पर पहचान पत्र की जांच करायी गयी, जिसमें पहचान पत्र फर्जी निकला.
इसके बाद पुलिस ने फर्जी दारोगा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. पूछताछ में युवक ने अपना नाम उजैर खान निवासी साबुन कटरा, नाई की मंडी बताया. डीसीपी ने कहा कि फर्जी आई कार्ड के बल पर आरोपी उजैर खान थानों में दलाली करता था और लोगों पर रौब झाड़ता था. पुलिस ने धोखाधड़ी सहित कूटरचित दस्तावेज और भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया.
टेबल पर रखा था एडवांसः फर्जी दारोगा ने पूरे विश्वास के साथ पुलिस वालों को दबाब में लेने की कोशिश की. उसने वांछित सट्टेबाज अज्जू लंगड़ा का नाम मुकदमे से निकलवाने और अभियुक्त राजकुमार को जेल से छुड़वाने के लिए 92 हजार की रकम की गड्डी एसआई निशामक त्यागी की टेबल पर रख दी. युवक ने एडवांस में 92 हजार देने के साथ काम होने के बाद बाकी रकम देने का लालच भी दिया. इस बात की सूचना एसआई निशामक त्यागी ने उच्च अधिकारियों को दी. इसके बाद पुलिस ने फर्जी दारोगा को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
बीजेपी पार्षद ने भेजा था फर्जी दारोगाः पुलिस के अनुसार जेल गए फर्जी दारोगा उजैर खान ने पुलिस पूछताछ में एक बीजेपी पार्षद का नाम बताया है. उसने मुकदमे से सट्टेबाज अज्जू लंगड़ा का नाम निकलवाने और राजकुमार को छुड़वाने के लिए रुपए देकर सिफारिश करने भेजा था. बीजेपी पार्षद का नाम प्रवीण पटेल बताया जा रहा है. वर्तमान में सत्ताधारी दल से प्रवीण पटेल मौजूदा पार्षद हैं. लेकिन थाना हरीपर्वत पुलिस ने उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद अज्जू लंगड़ा के विरुद्ध दर्ज मुकदमे में सिफारिश कराने वाले पार्षद का नाम भी शामिल कर दिया है. इसके बाद से बीजेपी पार्षद प्रवीन पटेल फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.