आगराः जिले में 32 हजार से ज्यादा स्किल्ड और अनस्किल्ड बेरोजगार हैं. इनमें दस हजार श्रमिक शामिल हैं, जो कोरोना काल की बंदी और मंदी में बेरोजगार होकर घर लौटे हैं. यह आंकड़ा सरकारी है. मगर हर दिन यह आंकड़ा बढ़ भी रहा है, क्योंकि रोजगार की आस में हर दिन बेरोजगार अपना पंजीकरण कराने रोजगार दफ्तर पहुंच रहे हैं. अब कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर रोजगार दफ्तर में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए नई रणनीति बनाई है. कम्पनी और संस्थाओं की वैकेंसी के मुताबिक रोजगार दफ्तर बेरोजगारों को एसएमएस करेगा और फिर ऑनलाइन इंटरव्यू से चयन किया जाएगा.
ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए किया कंपनियों से संपर्क
सेवायोजन सहायक निदेशक एपी शुक्ल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते वर्तमान में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर अब रोजगार मेले नहीं लगेंगे. इसलिए हम कंपनियों और संस्थानों से ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए संपर्क कर रहे हैं, जिससे पोर्टल पर वे वैकेंसी को अपलोड करेंगे. फिर कंपनियों की मांग के अनुरूप पात्र अभ्यर्थियों को एसएमएस या कॉल करके जानकारी दें. इससे अभ्यर्थी भी ऑनलाइन आवेदन करें. फिर कंपनी या संस्थान ऑनलाइन ही अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लें और अभ्यर्थियों का चयन करें.
जनपद स्तरीय समिति जल्द
सीएम योगी ने प्रवासी श्रमिक और बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए आयोग बनाया है. जिसकी मॉनिटरिंग एक कार्यकारी परिषद करेगी. इस आयोग की जिला स्तर पर भी एक समिति कार्य करेगी. आगरा मंडल के सेवायोजन सहायक निदेशक एपी शुक्ल ने बताया कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में यह जिला स्तरीय समिति गठित की जा रही है, जो कार्यकारी परिषद की सभी अनुशंसाओं को जिला स्तर पर लागू करेगी. जिला प्रशासन और रोजगार दफ्तर के अधिकारियों ने जिला स्तरीय समिति के गठन की तैयारियां शुरू कर दी हैं. जल्द ही जनपद स्तरीय समिति गठित हो जाएगी.
जॉब मिले, इसलिए कराया पंजीकरण
युवा महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मैं 12वीं पास हूं. मैंने इलेक्ट्रॉनिक्स का एक वर्षीय डिप्लोमा भी किया है. मैं अभी काम कर रहा था, मगर कोरोना काल में अब बेरोजगार हूं. यहां पर पंजीकरण कराने आया हूं. यहां से जॉब निकलती हैं, उनकी मुझे जानकारी होगी और जॉब भी मिल जाएगी.
ऑनलाइन से गिरी ऑफलाइन की बिक्री
ऑफलाइन भर्ती फॉर्म विक्रेता महेंद्र सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के चलते अभी भर्तियां भी नहीं निकल रही हैं. अब जब लॉकडाउन खुला है, तो कुछ फॉर्म आएंगे. जो ऑफलाइन होंगे. मगर पहले जैसी भीड़ अब फॉर्म खरीदने के लिए नहीं लगती है. ऑनलाइन होने की वजह से बहुत कम ऑफलाइन फॉर्म आते हैं. इसलिए फॉर्म खरीदने वाले युवाओं की भीड़ भी कम हुई है.
आगरा में श्रमिकों का आंकड़ा ( जो दूसरे प्रदेशों से लौटे हैं)
1624 स्किल्ड मजदूर लौटे आगरा
8341 अनस्किल्ड मजदूर लौटे
( यह आंकड़ा राज्य सरकार ने जारी किया है)
आगरा में रोजगार दफ्तर के आंकड़े
25834 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं रोजगार दफ्तर में.
1682 नए अभ्यर्थियों ने कराया सत्र 2019-2020 में.
15 जॉब फेयर लगाए गए सत्र 2019-2020 में.
3523 को मिली सालभर में जॉब फेयर से नौकरी.
5000 ने जॉब फेयर में कराया था पंजीकरण.