आगरा: प्यार और मोहब्बत की नगरी आगरा में एक अनोखी कुर्बानी देखने को मिली है. यहां बच्चों की जिद के चलते परिवार ने बकरे की कुर्बानी नहीं की और कलमा पढ़कर बकरे की तस्वीर लगा केक काटकर ईद मनाई.
ईको फ्रेंडली ईद मनाने का दिया संदेश-
- शाहगंज आजमपाड़ा में रहने वाले गुलचमन शेरवानी वंदेमातरम के प्रति प्रेम रखने और तिरंगा पहनने के लिए मशहूर हैं.
- तिरंगे के रंग में रंगा होने के चलते इनका घर भी तिरंगा महल के नाम से जाना जाता है.
- बच्चों के कहने पर उन्होंने बकरे की कुर्बानी करने से मना किया.
- उन्होंने बकरे की जगह बकरे की फोटो लगा केक काटकर ईद मनाई.
- गुलचमन बताते हैं कि इस बार बकरे की रकम से दो गरीब कन्याओं का निकाह करवाया जा रहा है.
- गुलचमन ने लोगों से जीव हत्या न करने की भी अपील की है.
2017 में उन्होंने बकरीद पर कुर्बानी करने के लिए कुछ माह पहले ही बकरा खरीद कर पाल लिया. घर पर जानवर होने पर परिवार का लगाव उसके साथ हो गया और जब कुर्बानी का समय आया तो बच्चों ने उसकी कुर्बानी करने से इनकार कर दिया.
-गुलचमन शेरवानी,राष्ट्रीय अध्यक्ष,वंदे मातरम यूथ विग्रेड़