आगरा: दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम (डीवीवीएनएल) का साढ़े सात हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजली बिल उपभोक्ताओं पर बकाया है. अधिकारियों की लापरवाही और उपभोक्ताओं की बेपरवाही से डीवीवीएनएल का खजाना खाली है. कंपनी की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है. बकाएदारों से बिल की वसूली के लिए अब डीवीवीएनएल ने 'बिजली कनेक्शन काटो' महा अभियान चलाया है. सभी 21 जिलों में डीवीवीएनएल की टीमें बकाएदारों का कनेक्शन काट कर वसूली कर रही है.
डीवीवीएनएल ने चलाया 'बिजली कनेक्शन काटो' अभियान
- दक्षिणांचल के 21 जिलों में 12.50 लाख से ज्यादा ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन पर 10 हजार से ज्यादा का बिजली बिल बकाया है.
- ऐसे सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को चिन्हित करके उनके बिजली कनेक्शन काटने का अभियान शुरू किया गया है.
- यह सभी वे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने 1 अप्रैल 2019 के बाद से अभी तक बिल का भुगतान नहीं किया है.
- विभाग के करीब साढ़े सात हजार करोड़ रुपये से ज्यादा उपभोक्ताओं पर बकाया है.
- इसकी वजह से विभाग उन संस्थाओं को भी भुगतान नहीं कर पा रहा है, जिनसे बिजली खरीदी जा रही है.
- डीवीवीएनएल के 21 जिलों में हर माह 1900 मिलियन यूनिट बिजली की खपत होती है.
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विभाग के करीब साढ़े सात हजार करोड़ रुपये से ज्यादा उपभोक्ताओं पर बिजली बिल बकाया है. इसको लेकर अब बकाया बिल वसूली के लिए 'कनेक्शन काटो अभियान' चलाया जा रहा है, जो लगातार चलता रहेगा.
एसके वर्मा, एमडी डीवीवीएनएल