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मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना: आगरा में माननीय और अफसरशाहों की राह ताकती रहीं कुर्सियां

उत्तर प्रदेश के आगरा में कन्या सुमंगला योजना के आयोजित कार्यक्रम में माननीयों की लेटलतीफी नजर आई. कार्यक्रम के दौरान सूर सदन सभागार खचाखच भरा था, लेकिन माननीय लोगों की कुर्सियां खाली रहीं.

कन्या सुमंगला योजना के कार्यक्रम में माननीयों की दिखी लेटलतीफी.
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Published : Oct 25, 2019, 7:28 PM IST

आगरा: ताजनगरी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने कन्या सुमंगला योजना का लखनऊ से शुुभारंभ किया. वहीं इस कार्यक्रम के दौरान आगरा में लाइव प्रसारण में माननीयों की कुर्सियां खाली रहीं. इस कार्यक्रम के दौरान सूर सदन सभागार खचाखच भरा था, लेकिन माननीय लोग गायब थे. कार्यक्रम में सीएम योगी का संबोधन शुरू हो गया, फिर भी मंच पर कुर्सियां खाली थीं.

कन्या सुमंगला योजना के कार्यक्रम में माननीयों की दिखी लेटलतीफी.

सुमंगला योजना के प्रसारण में खाली रही माननीयों की कुर्सियां
योगी आदित्यनाथ के संबोधन के करीब एक घंटे बाद आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल पहुंचे, जिसके बाद एत्मादपुर विधायक राम प्रताप सिंह चौहान, राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, सांसद राजकुमार चाहर और विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल पहुंचे. सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का नोडल प्रभारी डीवीवीएनएल की एमडी सौम्या अग्रवाल को बनाया. हालांकि वह भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद नहीं थी.

ऐसे ही माननीयों की लेटलतीफी औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना की मंडली उद्योग बंधु की बैठक में भी देखने को मिली थी. देरी के चलते जिले के विधायकों को वापस लौटना पड़ा था.

कार्यक्रम में दिखी माननीयों की लेटलतीफी
आगरा में बीजेपी के दो राज्यमंत्री, दो सांसद और 7 विधायक हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष और मेयर भी बीजेपी के ही हैं. बावजूद इसके सूर सदन सभागार में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के दौरान मंच पर कुर्सियां खाली पड़ी थी. सीएम योगी का संबोधन चल रहा था. इस कार्यक्रम में अफसर भी लेटलतीफी में पीछे नहीं रहे. इस दौरान सीडीओ के अलावा कोई भी बड़ा अधिकारी समारोह में नहीं था.

सदर से समारोह में आई नीतू सिंह ने बताया कि उसके दो बेटियां हैं. एक बेटी स्कूल जाती है और दूसरी 10 माह की है. दोनों का चयन मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में हो गया है. सरकार की यह पहल अच्छी है, जिससे गरीब आदमी अपनी बेटियों को अब आगे पढ़ा सकेंगा और उनकी बेहतर तरीके से परवरिश भी कर सकेगा.

इसे भी पढ़ें- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लगाया आरोप, कहा- गंगोह उपचुनाव के परिणामों में की गई घपलेबाजी

अपनी लेटलतीफी पर कुछ बोल नहीं पाए राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह
राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने बताया कि बेटी को मां भगवती और लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है. बेटी इस देश की आबरू है और इस सृष्टि का सम्मान है. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से बेटियों को बढ़ावा मिलेगा. इस प्रकार की योजना से सामान्य व्यक्ति के हृदय में एक आवाज लगेगी.

कार्यक्रम से माननीयों के गायब होने और देरी से आने पर जब प्रदेश के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान से सवाल किया गया तो वह नसीहत देने लगे और बोले आज के दिन नकारात्मक सोच नहीं रखें. त्योहार का दिन है. सूर सदन खचाखच भरा हुआ है. आयोजकों को बधाई देता हूं, लेकिन खुद के आने पर एक भी बात उन्होंने नहीं की.

माननीयों की लेटलतीफी बनी विषय का चर्चा
जिले में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का कार्यक्रम खानापूर्ति रहा. लोग जरूर उत्सुक दिखे, मगर माननीय लेटलतीफी के चलते कार्यक्रम में पहुंचे ही नहीं, जबकि आगरा में 9 विधायक, सांसद, मेयर और जिला पंचायत अध्यक्ष भी बीजेपी के ही हैं. इस तरह की सरकारी कार्यों में माननीयों की बेरुखी चर्चा का विषय बनी हुई हैं.

आगरा: ताजनगरी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने कन्या सुमंगला योजना का लखनऊ से शुुभारंभ किया. वहीं इस कार्यक्रम के दौरान आगरा में लाइव प्रसारण में माननीयों की कुर्सियां खाली रहीं. इस कार्यक्रम के दौरान सूर सदन सभागार खचाखच भरा था, लेकिन माननीय लोग गायब थे. कार्यक्रम में सीएम योगी का संबोधन शुरू हो गया, फिर भी मंच पर कुर्सियां खाली थीं.

कन्या सुमंगला योजना के कार्यक्रम में माननीयों की दिखी लेटलतीफी.

सुमंगला योजना के प्रसारण में खाली रही माननीयों की कुर्सियां
योगी आदित्यनाथ के संबोधन के करीब एक घंटे बाद आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल पहुंचे, जिसके बाद एत्मादपुर विधायक राम प्रताप सिंह चौहान, राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, सांसद राजकुमार चाहर और विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल पहुंचे. सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का नोडल प्रभारी डीवीवीएनएल की एमडी सौम्या अग्रवाल को बनाया. हालांकि वह भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद नहीं थी.

ऐसे ही माननीयों की लेटलतीफी औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना की मंडली उद्योग बंधु की बैठक में भी देखने को मिली थी. देरी के चलते जिले के विधायकों को वापस लौटना पड़ा था.

कार्यक्रम में दिखी माननीयों की लेटलतीफी
आगरा में बीजेपी के दो राज्यमंत्री, दो सांसद और 7 विधायक हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष और मेयर भी बीजेपी के ही हैं. बावजूद इसके सूर सदन सभागार में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के दौरान मंच पर कुर्सियां खाली पड़ी थी. सीएम योगी का संबोधन चल रहा था. इस कार्यक्रम में अफसर भी लेटलतीफी में पीछे नहीं रहे. इस दौरान सीडीओ के अलावा कोई भी बड़ा अधिकारी समारोह में नहीं था.

सदर से समारोह में आई नीतू सिंह ने बताया कि उसके दो बेटियां हैं. एक बेटी स्कूल जाती है और दूसरी 10 माह की है. दोनों का चयन मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में हो गया है. सरकार की यह पहल अच्छी है, जिससे गरीब आदमी अपनी बेटियों को अब आगे पढ़ा सकेंगा और उनकी बेहतर तरीके से परवरिश भी कर सकेगा.

इसे भी पढ़ें- कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लगाया आरोप, कहा- गंगोह उपचुनाव के परिणामों में की गई घपलेबाजी

अपनी लेटलतीफी पर कुछ बोल नहीं पाए राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह
राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने बताया कि बेटी को मां भगवती और लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है. बेटी इस देश की आबरू है और इस सृष्टि का सम्मान है. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से बेटियों को बढ़ावा मिलेगा. इस प्रकार की योजना से सामान्य व्यक्ति के हृदय में एक आवाज लगेगी.

कार्यक्रम से माननीयों के गायब होने और देरी से आने पर जब प्रदेश के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान से सवाल किया गया तो वह नसीहत देने लगे और बोले आज के दिन नकारात्मक सोच नहीं रखें. त्योहार का दिन है. सूर सदन खचाखच भरा हुआ है. आयोजकों को बधाई देता हूं, लेकिन खुद के आने पर एक भी बात उन्होंने नहीं की.

माननीयों की लेटलतीफी बनी विषय का चर्चा
जिले में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का कार्यक्रम खानापूर्ति रहा. लोग जरूर उत्सुक दिखे, मगर माननीय लेटलतीफी के चलते कार्यक्रम में पहुंचे ही नहीं, जबकि आगरा में 9 विधायक, सांसद, मेयर और जिला पंचायत अध्यक्ष भी बीजेपी के ही हैं. इस तरह की सरकारी कार्यों में माननीयों की बेरुखी चर्चा का विषय बनी हुई हैं.

Intro:आगरा.
ताजनगरी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लाइव प्रसारण में माननीयों की कुर्सियां खाली रहीं. सूर सदन सभागार खचाखच भरा था, लेकिन गायब थे. सीएम योगी का संबोधन शुरू हो गया, लेकिन मंच पर कुर्सियां खाली थीं. करीब 1 घंटे देरी से पहले आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल पहुंचे. फिर एत्मादपुर विधायक राम प्रताप सिंह चौहान, राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, सांसद राजकुमार चाहर और विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल पहुंचे. सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का नोडल प्रभारी डीवीवीएनएल की एमडी सोम्या अग्रवाल को बनाया, वे भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद नहीं थी. ऐसी ही माननीयों की लेटलतीफी औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना की मंडली उद्योग बंधु की बैठक में देखने को मिली थी. देरी के चलते जिले के विधायकों को बैरंग लौटना पड़ा था.


Body:आगरा में बीजेपी के दो राज्यमंत्री, दो सांसद और 7 विधायक हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष और मेयर भी बीजेपी के ही हैं. इसके बाद भी सूर सदन सभागार में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के दौरान मंच पर कुर्सियां खाली पड़ी थी. सीएम योगी का संबोधन चल रहा था. अफसर भी लेटलतीफी में पीछे नहीं रहे. सिर्फ सीडीओ के अलावा कोई भी बड़ा अधिकारी समारोह में नहीं था.

सदर से समारोह में आई नीतू सिंह ने बताया कि उसके दो बेटियां हैं. एक बेटी स्कूल जाती है और दूसरी 10 माह की है. दोनों का चयन मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में हो गया है. सरकार की यह पहल अच्छी है. हम जैसे गरीब आदमी अपनी बेटियों को अब आगे पढ़ा सकेंगे. और उनकी बेहतर तरीके से परवरिश भी कर सकेगा.

राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने बताया कि, बेटी को मां भगवती और लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है. बेटी इस देश की आबरू है और इस सृष्टि का सम्मान है. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से बेटियों को बढ़ावा मिलेगा. पहले बेटी पैदा होने पर नाहीं कहते थे, जबकि बेटा पैदा होने पर थाली बजती थी. अब इस प्रकार की योजना से सामान्य व्यक्ति के हृदय में एक आवाज लगेगी. मेरे घर केवल बेटी पैदा नहीं हुई यह लक्ष्मी पैदा हुई है. घर में लक्ष्मी का आगमन हुआ है. कार्यक्रम से माननीयों के गायब होने और देरी से आने पर जब प्रदेश के राज्य मंत्री चौधरी उदयभान से सवाल किया गया तो वे नसीहत देने लगे. और बोले आज के दिन नकारात्मक सोच नहीं रखें. त्योहार का दिन है. सूर सदन खचाखच भरा हुआ है. आयोजकों को बधाई देता हूं, लेकिन खुद के आने पर एक भी बात उन्होंने नहीं की.




Conclusion:जिले में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का कार्यक्रम खानापूर्ति रहा. लोगों की जरूर उत्सुक दिखे, मगर माननीय लेटलतीफी के चलते कार्यक्रम में पहुंचे ही नहीं. जबकि आगरा में 9 विधायक, सांसद, मेयर और जिला पंचायत अध्यक्ष भी बीजेपी के ही हैं. फिर भी इस तरह की सरकारी कार्यों में माननीयों की बेरुखी चर्चा का विशेष बनी हुई है.
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पहली बाइट नीतू सिंह, निवासी सदर की।
दूसरी बाइट चौधरी उदयभान सिंह, राज्यमंत्री यूपी सरकार की।

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श्याम वीर सिंह
आगरा
8387893357
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