आगरा. जनपद के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में पांचवीं की छात्रा आस्था का रिजल्ट स्कूल प्रशासन ने इसलिए रोक दिया क्योंकि छात्रा के पिता ने ट्रांसपोर्ट फीस नहीं जमा की थी. इसकी शिकायत लेकर छात्रा के परिजन जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे. तब उन्होंने कहा कि 15 फरवरी से स्कूल खोले जाएंगे. तभी से स्कूल फीस दी जाएगी. हालांकि स्कूल प्रशासन जनवरी की फीस भी मांगता रहा जबकि इस दौरान स्कूल बंद थे. इसका विरोध किया तो उन्होंने आस्था का रिजल्ट रोक दिया. इस पूरे मामले में एडीएम सिटी ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
छात्रा के पिता दिलीप कुमार ने बताया कि डीपीएस स्कूल में उनकी बच्ची नर्सरी से पढ़ रही है. स्कूल ने फीस जमा करने के बावजूद भी ट्रांसपोर्ट फीस के लिए बच्चे का रिजल्ट रोक दिया है जबकि स्कूल फरवरी से खुले हैं. स्कूल प्रशासन जनवरी से ट्रांसपोर्ट फीस मांग रहा है. इसे न देने पर बच्ची का रिजल्ट रोका गया है.
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इस संबंध में प्रोग्रेसिव एसोसिएन ऑफ पेरेंट्स अवेयरनेस टीम के राष्ट्रीय संयोजक दीपक सरीन ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के शैक्षिक सत्र 2022 में स्कूल फीस में बढ़ोतरी नहीं करने की बात कही गई. इसके बावजूद स्कूल प्रशासन अपनी मनमानी चला रहा है. लगातार स्कूल की फीस बढ़ाई जा रही है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 15 फरवरी से स्कूल खोले जाने के आदेश थे. अधिकांश ऐसे स्कूल हैं जो जनवरी से ट्रांसपोर्ट फीस ले रहे हैं.
वहीं, एडीएम सिटी अंजनी कुमार ने कहा कि यदि ट्रांसपोर्ट फीस न देने की वजह से बच्ची का रिजल्ट रुका है तो जरूर इस पूरे मामले की जांचकर स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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