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16 दिन की नवजात को हुआ ब्लैक फंगस, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर बचाई जान

यूपी के आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने नवजात शिशु का ब्लैक फंगस का ऑपरेशन किया है. एसएनएमसी में ऑपरेशन के बाद नवजात की हालत स्थिर है.

ब्लैक फंगस
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Published : Jun 7, 2021, 9:33 PM IST

Updated : Jun 7, 2021, 10:56 PM IST

आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) में चिकित्सकों की टीम ने सोमवार दोपहर 16 दिन के नवजात का ब्लैक फंगस का ऑपरेशन किया. नवजात को शनिवार देर रात ही हाथरस से परिजनों ने उसे एसएनएमसी में भर्ती कराया था. नार्मल डिलीवरी के कई दिन बाद नवजात शिशु को सांस लेने में समस्या हुई तो उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया. जहां उपचार इसके बाद वह ब्लैक फंगस की चपेट में आ गई. अब एसएनएमसी में ऑपरेशन के बाद नवजात की हालत स्थिर है.

बच्ची की हालत स्थिर
हाथरस से दंपति शनिवार देर रात नवजात शिशु को लेकर गंभीर हालत में एसएनएमसी की इमरजेंसी में पहुंचा था. बच्ची का वजन कम और किडनी भी सही तरह से काम नहीं कर रही थी. नवजात शिशु के गाल पर एक काले रंग का घाव था. उसमें ब्लैक फंगस के लक्षण भी थे. इस पर उसकी जांच कराई गई तो ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई. तब उसे ब्लैक फंगस वार्ड में शिफ्ट किया गया. जहां बच्ची का ब्लैक फंगस का उपचार शुरू किया गया.

16 दिन की नवजात को ब्लैक फंगस का ऑपरेशन कर बचाया

ब्लैक फंगस के नोडल और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि, सोमवार दोपहर नवजात शिशु की सर्जरी की गई. सर्जरी में ब्लैक फंगस से प्रभावित हिस्सा निकालकर उसका उपचार शुरू कर दिया है. नवजात शिशु जब एसएनएमसी में जब भर्ती हुई थी, उस दिन वह 14 दिन की थी. सर्जरी के बाद नवजात शिशु को बाल रोग विभाग के नियो नेटल आईसीयू (नीकू) में शिफ्ट किया गया है. जहां उसका उपचार चल रहा है, उसकी हालत स्थिर है. शिशु का वजन महज 1.5 किलोग्राम है. 36 घंटों में नवजात शिशु की हालत में सुधार है.

आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) में चिकित्सकों की टीम ने सोमवार दोपहर 16 दिन के नवजात का ब्लैक फंगस का ऑपरेशन किया. नवजात को शनिवार देर रात ही हाथरस से परिजनों ने उसे एसएनएमसी में भर्ती कराया था. नार्मल डिलीवरी के कई दिन बाद नवजात शिशु को सांस लेने में समस्या हुई तो उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया. जहां उपचार इसके बाद वह ब्लैक फंगस की चपेट में आ गई. अब एसएनएमसी में ऑपरेशन के बाद नवजात की हालत स्थिर है.

बच्ची की हालत स्थिर
हाथरस से दंपति शनिवार देर रात नवजात शिशु को लेकर गंभीर हालत में एसएनएमसी की इमरजेंसी में पहुंचा था. बच्ची का वजन कम और किडनी भी सही तरह से काम नहीं कर रही थी. नवजात शिशु के गाल पर एक काले रंग का घाव था. उसमें ब्लैक फंगस के लक्षण भी थे. इस पर उसकी जांच कराई गई तो ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई. तब उसे ब्लैक फंगस वार्ड में शिफ्ट किया गया. जहां बच्ची का ब्लैक फंगस का उपचार शुरू किया गया.

16 दिन की नवजात को ब्लैक फंगस का ऑपरेशन कर बचाया

ब्लैक फंगस के नोडल और ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि, सोमवार दोपहर नवजात शिशु की सर्जरी की गई. सर्जरी में ब्लैक फंगस से प्रभावित हिस्सा निकालकर उसका उपचार शुरू कर दिया है. नवजात शिशु जब एसएनएमसी में जब भर्ती हुई थी, उस दिन वह 14 दिन की थी. सर्जरी के बाद नवजात शिशु को बाल रोग विभाग के नियो नेटल आईसीयू (नीकू) में शिफ्ट किया गया है. जहां उसका उपचार चल रहा है, उसकी हालत स्थिर है. शिशु का वजन महज 1.5 किलोग्राम है. 36 घंटों में नवजात शिशु की हालत में सुधार है.

Last Updated : Jun 7, 2021, 10:56 PM IST
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