आगराः जिले के थाना एत्माद्दौला के सैयद चौराहे पर स्थित गंगाराम अस्पताल में गुरुवार को प्रसव के दौरान एक बच्चे की आंत बाहर निकल आई. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. आरोप है कि प्रसव के दौरान बच्चे के पेट में ब्लेड लगने से उसकी आंत बाहर निकल आई. घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. वहीं, शिकायत के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है.
नगला रामबाग के रहने वाले त्रिमोहन शर्मा (25) ने बताया कि उसकी पत्नी शीतल गर्भवती थी. प्रसव पीड़ा होने पर गुरुवार को उसे ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित गंगाराम नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. शाम करीब 4 बजे डॉक्टरों ने पत्नी का ऑपरेशन शुरू किया. इसके आधे घंटे बाद डॉक्टर बाहर आए और बोले कि बच्चे की तबीयत खराब है और उन्होंने 1400 रुपये की दवा मंगाई. दवा लेकर आने पर उन्होंने कहा कि बच्चे की पेट की नाभि से आंत बाहर निकल रही है. उसकी हालत नाजुक हैं. उसे किसी दूसरे बड़े अस्पताल में इलाज की जरूरत है.
त्रिमोहन ने कहा कि डॉक्टरों ने उसकी पत्नी का प्रसव कराने के लिए 12 हजार रुपये का खर्चा बताया था. भर्ती करने पर ही अस्पताल के स्टाफ ने उससे 6 हजार रुपये ले लिये थे. अब उसे दूसरे किसी बड़े अस्पताल में इलाज के लिए ले जाने की कह रहे हैं. वह फैक्ट्री में मजदूरी करके अपना परिवार पालता है. डॉक्टर की लापरवाही की वजह से बच्चे की आंत बाहर निकल आई है.
बता दें कि खबर लिखे जाने तक बच्चे की हालत नाजुक थी और उसे गंगाराम नर्सिंग होम में ही रखा गया था. त्रिमोहन ने कहा कि अस्पताल संचालक अगर बच्चे का इलाज नहीं करेगा, तो इनके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई जाएगी. हालांकि, शुक्रवार तक परिजनों ने थाने में अस्पताल के खिलाफ कोई भी शिकायत नहीं दी है. वहीं, यह भी बताया जा रहा है कि इससे पूर्व भी गंगाराम नर्सिंग होम पर इलाज में लापरवाही के कई मामले सामने आ चुके हैं.
वहीं, इस मामले में गंगाराम अस्पताल पर आरोप लगने के बाद डॉक्टर की तरफ से बताया गया कि बच्चे में जन्मजात विकृति हैं. यह एक प्रकार की बीमारी है, जो 1 लाख बच्चों में से किसी 1 में होती है. इसमें नाभि के पास एक छिद्र होता है. उसे प्रसव के बाद बन्द कर दिया जाता है. लेकिन कभी-कभी प्रसव के दौरान ही बच्चे की आंत या कुछ हिस्सा बाहर आ जाता है. इस मामले का संज्ञान लेते हुए सीएमओ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गयी है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी.
ये भी पढ़ेंः चिकित्सा सुविधाओं में नई बुलंदियों पर पहुंचा उत्तर प्रदेश