आगराः आगरा सेंट्रल जेल (Agra Central Jail) में बीते 18 साल से आसीन चिकित्सक पर कैदियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. कैदी ने लिखित में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण(District Legal Services Authority) के सचिव से चिकित्सक की शिकायत की है. इसके बाद अपर न्यायधीश ने सचिव चिकित्सा और डीजी जेल सुरक्षा को डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है.
जेल में तैनात चिकित्सक कर देता है मेंटल घोषित
आगरा सेंट्रल जेल (Agra Central Jail) में बंद कैदी ने इलाज करने वाले चिकित्सक पर गंभीर आरोप लगाये हैं. अपर जिला व सत्र न्यायाधीश ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि समय-समय पर वह केंद्रीय और जिला जेल का निरीक्षण करते हैं. जिला विधिक सेवा सचिव एवं सत्र न्यायधीश जब केंद्रीय कारागार के निरीक्षण पर थे, उस दौरान एक बंदी ने अपनी आपबीती सुनाई.
उसने(बंदी) बताया कि जेल में तैनात चिकित्सक बिना पैसे लिए उपचार नहीं करते हैं. अगर कोई धन उगाही का विरोध करता है, तो उसे मेंटल घोषित कर देते हैं. इस बारे में जब अपर जिला व सत्र न्यायधीश (Additional District and Sessions Judge) ने जेल अधिकारियों से जबाव मांगा, तो संतुष्टि वाला जबाव नहीं मिला. अधिकांश बंदियों ने डॉक्टर की शिकायत की है.
डीजी जेल सुरक्षा और चिकित्सा सचिव को लिखा पत्र
इस मामलें में जिला विधिक सेवा सचिव (District Legal Services Secretary) और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी (Justice Gyanendra Tripathi) ने भ्रष्टाचारी डॉक्टर के खिलाफ डीजी जेल प्रशासन और सचिव चिकित्सा को पत्र लिखा है. आरोपी डॉक्टर साल 2005 से केंद्रीय कारागार में कैसे नौकरी कर रहा है. इसका भी जबाव मांगा हैं. इसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.