आगरा : जनपद में कोरोना का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ रहा है. जिला प्रशासन की तरफ से कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या बहुत कम बताई जा रही है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 16 अप्रैल 2021 तक मरने वालों की संख्या 185 हुई है, लेकिन जमीनी हकीकत पर यह झूठा साबित होता नजर आ रहा है. विद्युत शवदाह गृह पर 1 दिन में 20 से भी ज्यादा कोरोना से मरने वाले मरीजों का शव पहुंच रहा है.
खराब पड़ी हैं इलेक्ट्रॉनिक भट्टियां
आगरा विद्युत शवदाह गृह पर चार इलेक्ट्रॉनिक भट्टियां दाह संस्कार के लिए लगाई गई थी. इनमें से दो इलेक्ट्रॉनिक भट्टियां खराब पड़ी हुई हैं और दो सही हैं, जिनसे काम किया जा रहा है. एक तरफ कोविड-19 से मरने वालों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है तो वहीं इलेक्ट्रानियां भट्टियां खराब होने की वजह से लोगों को काफी इंतजार करना पड़ रहा है.
चरमराई एंबुलेंस व्यवस्था
एंबुलेंस चालक रामसेवक व सनी ने बताया कि एंबुलेंस की संख्या बहुत कम है वहीं दूसरी तरफ इलेक्ट्रॉनिक भट्टियां खराब होने की वजह से एंबुलेंस कर्मियों को 3 घंटे तक शवदाह गृह पर इंतजार करना पड़ता है. क्योंकि भट्टियों के खराब होने की वजह से डेड बॉडी एंबुलेंस में ही रखी रहती है. इस वजह से एंबुलेंस चालक कोविड-19 से मरने वाले मरीजों की डेड बॉडी उठाने नहीं जा पाते और सारा वक्त शवदाह गृह पर लग जाता है.
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परिजनों ने किया हंगामा
परिजनों का आरोप है कि सुबह 6:00 बजे से डेड बॉडी लेकर पहुंचे हैं, लेकिन भट्टियां खराब होने की वजह से उन्हें सुबह से लेकर रात तक इंतजार करना पड़ रहा है. डेड बॉडी को लेकर आपस में मारामारी भी करनी पड़ती है. वहीं नंबर ना आने की वजह से परिजनों ने विद्युत शवदाह गृह पर हंगामा भी किया.