आगरा: नगर निकाय चुनावों और ग्राम सभाओं में विकास कार्यों की नब्ज टटोलने रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आगरा पहुंचे. खेरिया हवाई अड्डे पर जनप्रतिनिधियों सहित तमाम पदाधिकारियों ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का स्वागत किया. इसके बाद डिप्टी सीएम का काफिला एमजी रोड स्थित नगर निगम पहुंचा. उनके साथ विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, रानी पक्षालिका सिंह और छोटे लाल वर्मा भी मौजूद रहे.
सबसे पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने नगर निगम सदन में मुख्य विकास अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी सहित ब्लॉक प्रमुख के साथ ग्राम विकास परियोजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कई अहम मुद्दों पर बात की. कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकार शहर से लेकर गांव तक का तमाम योजनाओं के माध्यम से विकास कर रही हैं.
आज हमने कानपुर मंडल के बाद आगरा मंडल की बैठक ली है. हमे विकास अधिकारियों और ब्लॉक प्रमुख की तरफ से कई शिकायतें और सुझाव मिले हैं. जिनको लेकर शासन स्तर से समाधान निकाला जाएगा. इसके साथ प्रत्येक माह जिलाधिकारी के नेतृत्व में मुख्य विकास अधिकारी खंड विकास अधिकारी और ब्लॉक प्रमुख प्रत्येक ग्राम सभा चौपाल लगाएंगे. जिससे गांव की समस्या का समाधान ग्राम स्तर पर ही सुनिश्चित हो सके.
मीडिया के सवाल पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा. उनका कहना था कि सभी को न्यायालय का सम्मान करना चाहिए. राहुल गांधी और उनका परिवार न्यायालय से बड़ा नहीं है. हमारे कई सांसदों का विधायकों की न्यायालय से सजा मिलने के बाद सदस्यता रद हुई है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य नगर निकाय चुनावों में भी भाजपा की बड़ी जीत का दावा किया है.
उन्होंने बताया कि नगर निकाय चुनाव के साथ 2024 का लोकसभा चुनाव उनका लक्ष्य है. जिसमें भाजपा प्रदेश की 80 लोकसभा सीट जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार बनाकर प्रदेश में डबल इंजन की रफ्तार से विकास को आगे बढ़ाएगी. आगरा नगर निगम और स्मार्ट सिटी के नोडल अधिकारी के खिलाफ बीते दिनों छावनी विधायक जीएस धर्मेश के मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र के सवाल पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार किसी भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ती. अगर विधायक जीएस धर्मेश ने मुख्यमंत्री को अधिकारियों की शिकायत की है तो उसकी जांच होगी और दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.