आगरा: लुभावने फोन, बैंक कस्टमर केयर और ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले साइबर क्रिमिनल तो आपने देखे होंगे. पर ताजनगरी की बाह तहसील के थाना जैतपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच, साइबर सेल ने संयुक्त रूप से काम करते हुए ऐसे 9 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो ओएलएक्स, जस्ट डायल, ई ट्रक आदि ऑनलाइन कंपनियों को पेमेंट कर अलग अलग ट्रांसपोर्ट के नाम से अपना नम्बर रजिस्टर्ड करवाते थे. जब कोई ग्राहक ऑनलाइन नम्बर देखकर उनसे ट्रांसपोर्ट सुविधा मांगता था तो वो उससे एडवांस लेकर नम्बर बन्द कर देते थे. एसएसपी बबलू कुमार के अनुसार अभी तक करीब 70 से 80 लाख की धोखाधड़ी सामने आई है और अभी और जानकारी जुटाई जा रही है.
सामान भिजवाने पर 1 लाख 11 हजार रूपये की हुई ठगी
- आगरा के थाना जैतपुर में रघुवीर सिंह जादौन नामक व्यक्ति ने धोखाधड़ी के मामले में शिकायत दर्ज की थी.
- शिकायतकर्ता ने बताया कि गूगल पर सर्च करने पर उसे ट्रांसपोर्ट कम्पनी का नम्बर मिला था.
- जब उसने वहां बात कर अपना सामान ट्रांसपोर्ट से भिजवाने की बात कही तो उससे एडवांस के तौर पर एक लाख 11 हजार ठग लिए गए.
- उसके बाद कम्पनी का नाम और नम्बर सब बन्द हो गया.
- इस मामले की जांच में जुटी साइबर टीम और जैतपुर थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच को सुराग मिले.
- पुलिस ने 9 शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया है.
- आरोपियों के पास से 19 मोबाइल, 28 एक्टिवेटेड सिमकार्ड, 15 एटीएम, 3 फर्जी ट्रांसपोर्टर लेटरपैड और हिसाब किताब के 3 रजिस्टर बरामद किए हैं.
पकड़े गए आरोपियों में आदेश, ऋषभ और प्रेम मुख्य सरगना हैं. हरेंद्र, मुनेंद्र, सचिन, दुर्गेश, गौरव अन्य सदस्य हैं. नौवां साथी दिलीप मोबाइल की दुकान चलाता है और वो गैंग को अब तक 700 से अधिक सिम बेच चुका था. इनके पास से 40 बन्द खातों की डिटेल मिली है और 6 से अधिक चालू खातों की भी जानकारी की जा रही है. आरोपियों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी.
बबलू कुमार, एसएसपी