आगरा: ताजनगरी में जिला एवं सत्र न्यायालय से पुलिस अभिरक्षा से फरार गैंगस्टर विनय श्रोतिय अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. लेकिन पुलिस ने गैंगस्टर विनय को फरार कराने में मदद करने वाले 25-25 हजार रुपये के दो अपराधियों को गुरुवार को दबोच लिया है. पूछताछ में दोनों अपराधियों ने बताया कि गैंगस्टर विनय ने पुलिस अभिरक्षा से भगाने के लिए ढाई लाख का ऑफर किया था. पहले 2 जून-2022 को न्यायालय परिसर से फरार होने की योजना बनी थी.
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त राहुल और पिंटा उर्फ मिंटा यादव है, जिन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. दोनों से दो तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं. दोनों ही बाइक से गैंगस्टर विनय को अपने साथ ले गए थे. गैंगस्टर और उसके साथी आगरा दीवानी परिसर से मथुरा, अलीगढ़ होकर अवागढ़ पहुंचा थे. अवागढ़ में गैंगस्टर विनय ने 18000 रुपये दिए, जिसमें से हमने बाइक में पेट्रोल भरवाया और उसके बाद फिरोजाबाद चले गए.
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एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि गिरफ्तार राहुल पूर्व में आगरा जिला जेल में रहा था. 2020 में राहुल और फरार गैंगस्टर विनय एक साथ जेल में थे. राहुल ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि गैंगस्टर विनय पर 3 दर्जन से ज्यादा मुकदमे थे. उसकी जमानत नहीं हो पा रही थी. वह जेल से बाहर आना चाहता था. विनय फेसबुक मैसेंजर और पीएनटी से कॉल करके हमें अपनी तारीख पर आगरा बुलाता था. हर तारीख पर विनय दो हजार रुपये देता था. हमसे बातचीत करता था. विनय ने पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की योजना बनाई थी. पहले योजना 2 जून को विनय को पुलिस अभिरक्षा से फरार कराने की थी. लेकिन हम लोग पीछे हट गए.
इसके बाद विनय ने हमें ढाई लाख रुपये का लालच दिया. हम उसके जाल में फंस गए और 13 जुलाई को तारीख पर दीवानी आया तो पुलिसकर्मी उसे कोर्ट में पेश करने के लिए जा रहा था. तभी हम लोगों ने मैसेज पहुंचाया कि गेट नंबर-4 पर खड़ी है. इसके बाद हम उसी गेट से विनय को अपने साथ बाइक से बैठाकर अपने साथ ले गए. जिन जिन लोगों ने गैंगस्टर विनय और उसके साथियों की मदद की पुलिस की सूची बना रही है. सबके खिलाफ कार्रवाई की पूरी तैयारी है. एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि गैंगस्टर विनय और उसके फरार साथियों के साथ ही मददगार को जल्द ही सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.
बता दें कि 13 जुलाई-2022 को गैंगस्टर विनय श्रोतिय को पुलिस पेशी पर जिला एवं सत्र न्यायालय (दीवानी) लेकर आई थी. जहां हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह और आरक्षण अनुराग राणा से मिलीभगत करके अपने साथियों के साथ फरार हो गया. हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह ने विनय के फरार होने पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी थी कि ईंट से हमला करके उसके साथी पुलिस से छुड़ा ले गए हैं. लेकिन, सीसीटीवी फुटेज और कड़ाई से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से गैंगस्टर अपने साथियों के साथ बाइक से फरार हुआ था. पुलिस ने न्यू आगरा थाने में हेड कांस्टेबल अनुज प्रताप सिंह, सिपाही अनुराग राणा, गैंगस्टर विनय और उसके साथी सोनू समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
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