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आगरा में धोखाधड़ी, कानपुर के दारोगा समेत चार लोगों के खिलाफ FIR - fraud in Agra

रविवार को आगरा में धोखाधड़ी (Fraud in Agra) का मामला सामने आया. इस केस में कानपुर के दारोगा सूरज कुमार सहित चार लोगों को नामजद (FIR against Kanpur Sub Inspector Suraj Kumar) किया गया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 28, 2023, 10:02 AM IST

आगरा: आगरा के एत्मादउद्दौला थाना में कानपुर के बर्रा थाना की जनता नगर चौकी पर तैनात दारोगा सूरज कुमार सहित चार लोगों के नामजद (FIR against Kanpur Sub Inspector Suraj Kumar ) धोखाधड़ी के मुकदमा दर्ज हुआ है. यह मुकदमा कोर्ट के आदेश पर रविवार को दर्ज किया गया है. इसमें दरोगा के बचपन का दोस्त विपिन कुमार वादी है. मुकदमे में दरोगा का ऑडिटर भाई और बहन भी नामजद हैं. एत्मादउद्दौला थाना पुलिस अब धोखाधड़ी के मुकदमे में साक्ष्य जुटा रही है.

बता दें कि, आगरा में धोखाधड़ी का मामला राकेश नगर नरायच निवासी वादी विपिन ने एत्मादउद्दौला थाना में दर्ज कराया है. वादी विपिन के मुताबिक, बात करीब सवा दो साल पुरानी है. नारायण विहार, एत्मादउद्दौला निवासी सूरज कुमार मेरा बचपन का दोस्त है. दोस्ती के चलते मेरा सूरज के घर आना जाना था. सूरज ने मुझे बताया कि, मेरे बड़े भाई राहुल कुमार (जो ऑडिट भवन, लखनऊ में ऑडिटर के पद कार्यरत हैं) ने अपने दोस्त अंकुर मिश्रा के साथ एक फाइनेंस कंपनी बनाई है. कंपनी का नाम फर्दर ग्रोथ है. कंपनी से वो और उसकी बहन पिंकी भी जुड़ी हुई है. कंपनी बैंकों से ज्यादा ब्याज देती है. प्रतिमाह ढाई प्रतिशत का ब्याज अदा किया जाता है.

बहन के बैंक खाता में भेजी थी रकम: वादी विपिन का आरोप है कि, बचपन की दोस्ती से मैंने सूरज पर भरोसा कर लिया. इसके बाद अपने पिता शेर सिंह के खाते से दिसंबर-2020 में दस लाख रुपये सूरज की बहन पिंकी के खाते में भेज दिए. कंपनी ने ढाई प्रतिशत मासिक ब्याज के हिसाब से नवंबर-2021 तक रुपये उसके बैंक खाता में जमा कराए. इसके बाद रुपये आना बंद हो गए. इस पर मैंने सूरज और उसके अन्य पार्टनर से बात की. उनसे अपनी रकम वापस मांगी. राहुल ने जनवरी-2022 में 40 हजार रुपये खाते में ऑन लाइन ट्रांसफर किए.

व्हाट्सएप पर चेक भेजा: जब ज्यादा रकम मांगने का दबाव बनाया तो उसके व्हाट्सएप पर दस लाख रुपये का एक चेक भेजा गया. जो अंकुर मिश्रा के हस्ताक्षर से जारी हुआ था. इससे उससे कहा कि, भरोसा रखें. उनकी कंपनी किसी की रकम नहीं मारती है. उसके रुपये वापस मिल जाएंगे. चेक व्हाट्सएप पर तो भेजा गया. मगर, कभी हाथ में नहीं दिया. जब भी अपनी रकम का तगादा करता तो आश्वासन ही दिया जाता था. इसलिए, मैंने कोर्ट में प्रार्थना पत्र लिया. जिस पर मुकदमा दर्ज हुआ है.

कंपनी की हो रही जांच: डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि, एत्मादउद्दौला थाना में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा लिखा गया है. इसकी पुलिस जांच कर रही है. प्रथम दृष्टया मामला लेनदेन का लग रहा है. मुकदमे में जिस कंपनी का जिक्र है. उसकी जांच कराई जा रही है. पुलिस सभी साक्ष्य जुटाएगी. जिसके आधार पर ही सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ( Crime News UP)

आगरा: आगरा के एत्मादउद्दौला थाना में कानपुर के बर्रा थाना की जनता नगर चौकी पर तैनात दारोगा सूरज कुमार सहित चार लोगों के नामजद (FIR against Kanpur Sub Inspector Suraj Kumar ) धोखाधड़ी के मुकदमा दर्ज हुआ है. यह मुकदमा कोर्ट के आदेश पर रविवार को दर्ज किया गया है. इसमें दरोगा के बचपन का दोस्त विपिन कुमार वादी है. मुकदमे में दरोगा का ऑडिटर भाई और बहन भी नामजद हैं. एत्मादउद्दौला थाना पुलिस अब धोखाधड़ी के मुकदमे में साक्ष्य जुटा रही है.

बता दें कि, आगरा में धोखाधड़ी का मामला राकेश नगर नरायच निवासी वादी विपिन ने एत्मादउद्दौला थाना में दर्ज कराया है. वादी विपिन के मुताबिक, बात करीब सवा दो साल पुरानी है. नारायण विहार, एत्मादउद्दौला निवासी सूरज कुमार मेरा बचपन का दोस्त है. दोस्ती के चलते मेरा सूरज के घर आना जाना था. सूरज ने मुझे बताया कि, मेरे बड़े भाई राहुल कुमार (जो ऑडिट भवन, लखनऊ में ऑडिटर के पद कार्यरत हैं) ने अपने दोस्त अंकुर मिश्रा के साथ एक फाइनेंस कंपनी बनाई है. कंपनी का नाम फर्दर ग्रोथ है. कंपनी से वो और उसकी बहन पिंकी भी जुड़ी हुई है. कंपनी बैंकों से ज्यादा ब्याज देती है. प्रतिमाह ढाई प्रतिशत का ब्याज अदा किया जाता है.

बहन के बैंक खाता में भेजी थी रकम: वादी विपिन का आरोप है कि, बचपन की दोस्ती से मैंने सूरज पर भरोसा कर लिया. इसके बाद अपने पिता शेर सिंह के खाते से दिसंबर-2020 में दस लाख रुपये सूरज की बहन पिंकी के खाते में भेज दिए. कंपनी ने ढाई प्रतिशत मासिक ब्याज के हिसाब से नवंबर-2021 तक रुपये उसके बैंक खाता में जमा कराए. इसके बाद रुपये आना बंद हो गए. इस पर मैंने सूरज और उसके अन्य पार्टनर से बात की. उनसे अपनी रकम वापस मांगी. राहुल ने जनवरी-2022 में 40 हजार रुपये खाते में ऑन लाइन ट्रांसफर किए.

व्हाट्सएप पर चेक भेजा: जब ज्यादा रकम मांगने का दबाव बनाया तो उसके व्हाट्सएप पर दस लाख रुपये का एक चेक भेजा गया. जो अंकुर मिश्रा के हस्ताक्षर से जारी हुआ था. इससे उससे कहा कि, भरोसा रखें. उनकी कंपनी किसी की रकम नहीं मारती है. उसके रुपये वापस मिल जाएंगे. चेक व्हाट्सएप पर तो भेजा गया. मगर, कभी हाथ में नहीं दिया. जब भी अपनी रकम का तगादा करता तो आश्वासन ही दिया जाता था. इसलिए, मैंने कोर्ट में प्रार्थना पत्र लिया. जिस पर मुकदमा दर्ज हुआ है.

कंपनी की हो रही जांच: डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि, एत्मादउद्दौला थाना में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा लिखा गया है. इसकी पुलिस जांच कर रही है. प्रथम दृष्टया मामला लेनदेन का लग रहा है. मुकदमे में जिस कंपनी का जिक्र है. उसकी जांच कराई जा रही है. पुलिस सभी साक्ष्य जुटाएगी. जिसके आधार पर ही सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ( Crime News UP)

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