आगरा: ताजनगरी में सुनवाई न होने से आहत रेप पीड़िता ने कलेक्ट्रेट स्थित डीसीपी सिटी के ऑफिस के बाहर बुधवार को आत्मदाह का प्रयास किया. पीड़िता ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की. यह देखकर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी दौड़ पड़े और उन्होंने उसे बचा लिया. इसके बाद महिला से उसकी समस्या को लेकर पूछताछ की.
बता दें कि कलेक्ट्रेट स्थित डीसीपी सिटी ऑफिस के बाहर आज एक महिला पहुंची. महिला सिकंदरा थाना क्षेत्र से अपनी समस्या लेकर आई थी. जब उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की. महिला को आत्मदाह करता देखकर वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी दौड़ कर उसके पास पहुंचे और उसे पकड़ लिया. इसके बाद महिला से ज्वलनशील पदार्थ छीन लिया. महिला पुलिस अधिकारी उसे डीसीपी सिटी के केबिन में ले गईं. उसको समझा-बुझाकर शांत कराया.
पीड़िता ने बताया कि शास्त्रीपुरम के एमएमआई सिकंदरा निवासी जितेंद्र वर्मा के खिलाफ सन 2018 में रेप का मुकदमा दर्ज कराया था. जो खुद को वकील बताता है. रेप का मामला कोर्ट में विचारधीन है. आरोपी जितेंद्र वर्मा ने उसके ऊपर केस वापस लेने का दवाब बनाया. इसके बाद उसके खिलाफ झूठे केस दर्ज करवा दिए.
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी जितेंद्र वर्मा ने 50 से 60 लोगों के आधार कार्ड जमा किए हैं. उनके नाम भी पीड़िता ने अपनी शिकायत में दर्ज किए हैं. आरोपी ने जिन लोगों के आधार कार्ड बनवाए हैं, उनके आधार कार्ड उसी पते पर बने हैं, जिस पते पर उसका आधार कार्ड बना है. जबकि, यह संपत्ति जितेंद्र वर्मा की है. इसी आधार पर उसने उसके खिलाफ धारा 420, 467 और 471 के तहत केस दर्ज करवा दिया है. इसे खत्म कराने के लिए लगातार पुलिस अधिकारियों के महीनों से चक्कर काट रही है. लेकिन, उसकी सुनवाई नहीं हो रही है. पीड़िता का आरोप है कि उसका आधार कार्ड आरोपी जितेंद्र वर्मा ने ब्लॉक करवा दिया है, जिससे वह परेशान है. बच्चों का स्कूल में एडमिशन नहीं हो रहा है. बैंक और अन्य कार्य नहीं हो रहे हैं.
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