आगराः ठगों को पकड़ने वाला सिपाही खुद ही ठगी के शिकार हो गया. डायल 112 पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल को सेकेंड हैंड (पुराना) बुलेट दिलाने के नाम पर एक युवक ने 65 हजार रुपये अधिक ठग लिए. पीड़ित पुलिसकर्मी ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की. इसके बाद सदर बाजार पुलिस ने मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी है.
डायल 112 पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल हुआ ठगी का शिकारः एफआईआर के अनुसार, डायल 112 पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार ने परिचित सुरेशचंद्र शर्मा से एक सेकेंड हैंड बुलेट दिलाने की बात कही थी. सुरेश ने मुकेश को बताया कि वह ऐसे युवक को जनता है, जो फाइनेंस कम्पनी ने काम करता है. उसके पास लोन न जमा करने पर खिंची हुई गाड़िया आती हैं. उनमें से कोई भी बुलेट पसंद कर लेना. फाइनेंस कंपनी में काम करने वाला राहुल उनके में किराए पर रहता हैं.
बुलेट देने से पहले लिया एडवांस पैसाः 21 जुलाई 2023 को मुकेश कुमार की सुरेशचंद्र शर्मा के घर राहुल से मुलाकात हुई. राहुल ने एक बुलेट के बारे में जानकारी दी. जिसका दाम उसने 1 लाख 50 हजार बताया. लेकिन बाद में राहुल ने 1 लाख 30 हजार में बुलेट दिलाने की बात कही. हेड कॉन्स्टेबल मुकेश ने खरीदने से पहले बुलेट दिखाने की मांग की. इस राहुल ने कागजी कार्रवाई और खरीद की रकम के आधे पैसे एडवांस के रूप में जमा कराने की बात कही. सुरेश ने भी मुकेश से कहा कि वह भी राहुल से एक गाड़ी खरीद रहा है. जिसके के लिए उसने राहुल को 2 लाख के चेक दिए हैं. परिचित सुरेश की बातों में आकर हेड कांस्टेबल राहुल को 65 हजार रुपए के चेक दे दिए. कुछ दिन बाद राहुल ने हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार से कहा कि वह चेक नहीं लग पा रहा है, इसलिए ऑनलाइन पेमेंट कर दो. इसके बाद 22 जुलाई 2023 को प्रतापपुरा स्थित क्राफ्ट पैलेस पर जाकर हेड कांस्टेबल ने राहुल को ऑनलाइन 65 हजार रुपये का भुगतान कर दिया.
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पिता ने बताया बेटे को फ्रॉडः शिकायतकर्ता हेडकांस्टेबल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि क्राफ्ट पैलेस पर सुरेश चंद्र शर्मा काम करते हैं. उन्ही के सामने उसने राहुल को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया था. इसी दिन शाम को जब राहुल को फोन मिलाया तो उसके फोन स्विच ऑफ आया. इस पर शक हुआ तो उसने यह बात सुरेश को बताई. सुरेश ने कहा कि उसके किसी परिचित के लड़के की मौत हो गई है, जिसके कारण राहुल को घर जाना पड़ा है. लेकिन अगले दिन राहुल को फोन करने पर भी उसका नंबर स्विच ऑफ था. मुकेश ने बताया जब वह सुरेश के घर पहुंचकर राहुल के बारे में पूरी जानकारी की. इस पर सुरेश ने बताया कि राहुल का आधार कार्ड उनके पास हैं. आधारकार्ड में दिए गए पते पर दोनों पहुंचे तो राहुल वहां नही था. मकान मालिक ने राहुल का सही पता दिया तो पता चला उसका परिवार बिचपुरी में रहता है. हेड कॉन्स्टेबल, सुरेश को लेकर राहुल के घर पहुंचे तो उसके पिता ने बताया कि राहुल फ्रॉड है. उन्होंने उसे अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया है.
मुकदमा दर्ज आरोपियों की तलाश जारीः हेड कांस्टेबल मुकेश की शिकायत पर थाना सदर बाजार पुलिस ने सुरेश चंद्र शर्मा और फरार राहुल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. थाना सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार डायल 112 पर तैनात हैं. उन्हें एक बुलेट की जरूरत थीं. उनके परिचित ने अपने साथी के साथ मिलकर उनसे ठगी की है. पुलिस ने 5 सितंबर को मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
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