आगरा: ताजनगरी में बिजली चोरी का रफा-दफा करने का मामला सामने आया है. इस मामले में रिश्वत लेने पर दो प्रभारी जेई, विजिलेंस के दो एसआई और हेड कांस्टेबल दबोचे गए हैं. आरोपियों को डीवीवीएनएल की स्पेशल टीम ने रंगे हाथ शाहजहां गार्डन में घूस लेते पकड़ा है. टीम ने पांचों आरोपियों के खिलाफ कमलानगर स्थित बिजली थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है. बुधवार की देर रात दोनों प्रभारी जेई भी गिरफ्तार कर लिए गए. जबकि, विजिलेंस टीम में शामिल दरोगा और सिपाही की तलाश जारी है. इस कार्रवाई के बाद डीवीवीएनएल विभाग में खलबली मची हुई है.
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80 हजार रुपये की मांगी थी रिश्वत
बता दें कि, विद्युत वितरण उपखंड शमशाबाद क्षेत्र के गांव मितिहा निवासी मनोज कुमार त्यागी के घर बिजली चोरी की सूचना मिली थी. इस सूचना के बाद मंगलवार को प्रभारी अवर अभियंता मिहावा सौरभ कुमार, प्रभारी अवर अभियंता बृथला हृदय कुमार परमार, डीवीवीएनएल की प्रवर्तन टीम में शामिल एसआई रजनेश सिंह, एसआई बिजेन्द्र सिंह व हेड कांस्टेबल सोनू प्रताप मंगलवार की शाम 6 बजे मनोज के घर पहुंच गए. मौके पर डीवीवीएनएल की टीम ने विद्युत चोरी का वीडियो बना लिया. टीम ने मनोज से कहा कि बिजली चोरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस मामले में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आरोप है कि डीवीवीएनएल टीम ने कमला नगर स्थित बिजली थाना में बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराए बिना ही लेनदेन की बात शुरू कर दी. टीम ने किसान मनोज कुमार त्यागी से 80 हजार रुपये की रिश्वत मांगी.
डीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक से हुई शिकायत
किसान मनोज कुमार त्यागी ने डीवीवीएनएल के एमडी अमित किशोर से इस मामले की शिकायत कर दी. किसान ने एमडी अमित किशोर से बताया कि उसे अभी नए मकान का बिजली कनेक्शन नहीं मिला है. अभी ट्यूबेल से ही वह बिजली जला रहा है. साथ ही किसान ने बताया कि बिजली विभाग की प्रवर्तन टीम उससे 80 हजार रुपये रिश्वत मांग रही है. उसने रुपये देने से इनकार किया तो रिश्वत की रकम पहले 60 हजार रुपये, 50 हजार रुपये और अब 40 हजार रुपये कर दी. बाद में मुकदमे से बचने के लिए 35 हजार रुपये पर पूरी बात बनी है. आरोपियों ने उसे रिश्वत की रकम लेकर शाहजहां गार्डन पर बुलाया है. जहां पर उससे रिश्वत ली जाएगी.
शिकायत के बाद हुई छापेमारी
डीवीवीएनएल के एमडी अमित किशोर ने किसान की शिकायत पर जांच कराई. इसके लिए एक गोपनीय टीम का गठन किया. जब गोपनीय टीम ने प्रवर्तन कार्यालय पर छापा मारा तो वहां पर दोनों आरोपी प्रभारी जेई भी मिल गए. उनके पास से फर्जी रिपोर्ट, मौके से बनाया वीडियो भी बरामद किया गया. इतना ही नहीं दोनों से किसान से लिया गया 35 हजार रुपये भी बरामद हो गया.
डीवीवीएनएल के एमडी ने बताया
डीवीवीएनएल के एमडी अमित किशोर ने बताया कि चेकिंग के दौरान बिजली चोरी पकडने पर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज होती है. नियम के अनुसार बिजली चोरी में 24 घंटे के अंदर मुकदमा दर्ज कराना ही चाहिए. लेकिन प्रवर्तन टीम ने इसमें जानबूझ कर देरी की. ना पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कराई और ना ही इसमें मुकदमा दर्ज कराया. कई और गोपनीय शिकायत मिली है. जिनकी जांच कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि विभाग में किसी भी तरह की लापरवाही और रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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