आगरा: ताजनगरी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां बेरोजगार युवकों से नौकरी के नाम पर आगरा के होटल में इंटरव्यू लिया जा रहा था. पुलिस ने इस मामले में बंटी और बबली को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की है. पुलिस के अनुसार बेरोजगार युवाओं को ऑनलाइन जाल में फंसाकर नौकरी के लिए इंटरव्यू के नाम पर पंजीकरण कराकर रुपये ऐंठते थे. इतना ही नहीं, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर किसी होटल में बाकायदा बेरोजगारों का इंटरव्यू लिया जाता था. फिर अच्छी नौकरी का झांसा देकर वसूली करके रफूचक्कर हो जाते थे.
इंटरव्यू और नौकरी के नाम पर ठगी
ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि दयालबाग निवासी सूर्यांश गहलोत, अभय अग्रवाल निवासी कमला नगर और राजकुमार पाराशर निवासी राजपुर चुंगी से नौकरी के नाम पर 1.26 लाख रुपये की ठगी हुई थी. पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत कर बताया था कि कुछ माह पहले वह तीनों दोस्त नौकरी करने के लिए ऑनलाइन सर्च कर रहे थे. इस पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल निवासी निवासी दीपक और पलक ने संपर्क किया. उन्होंने कहा कि ई-कामर्स कंपनी में 35 हजार रुपये मासिक वेतन की नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया. यह नौकरी उनकी कंपनी के जरिए ही लगेगी. इसलिए नौकरी से पहले उन्हें कुछ कमीशन देना होगा. कमीशन देने के बाद सबसे पहले इंटरव्यू होगा. इंटरव्यू के बाद ही तय होगा कि नौकरी मिलेगी या नहीं मिलेगी. इसके बाद दोनों ने उन्हें ताजनगरी के एक होटल में बुलाकर इंटरव्यू लिया. इंटरव्यू में उन्हें फेल कर दिया गया. इसके बाद उनसे कहा गया कि कुछ और खर्चा करना होगा. इसके बाद उनकी नौकरी पक्की हो जाएगी. इस तरह से कई बार में दोनों आरोपियों ने उन तीनों से 1 लाख 26 हजार रुपये ठग लिया गया.
कंप्यूटर में बीएससी है पलक
ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आरोपित दीपक और पलक पुराने दोस्त हैं. पलक कंप्यूटर साइंस में बीएससी और दीपक स्नातक है. दोनों ने नौकरी नहीं मिलने के बाद अपनी खुद की एक कंपनी खोल ली. जहां से अलग-अलग जिलों के बेरोजगार युवकों को इंटरव्यू के बहाने ठगते हैं. आरोपित दीपक और पलक रविवार को दोबारा आगरा आकर एक होटल में रुके थे. इस बार नए युवकों से इंटरव्यू और नौकरी के नाम पर ठगी होनी थी. इससे पहले ही पुलिस को इसकी भनक लग गई. जिसपर पुलिस ने होटल में छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में कंसल्टेंसी कंपनी फर्जी निकली. जिसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है. इस पर आरोपित दीपक और पलक के खिलाफ धोखाधड़ी में मुकदमा लिखकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.