आगराः शहर में भाई ने डेढ़ लाख रुपए के लिए भाई को मौत के घाट उतार दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साजिश का पर्दाफाश हुआ. पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
आगरा के थाना शाहगंज के नरीपुरा में 16 नवंबर को दीपचंद्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थीं. मृतक की पत्नी ने हत्या की आशंका जताई थीं. उसने देवर के विरुद्ध हत्या का नामजद मुक़दमा दर्ज कराया था. इस पर पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी को गिरफ़्तार कर पूछताछ की.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि आरोपी सनी और मृतक दीपचंद्र सगे भाई थे. पैसों को लेकर बीते 3 महीने से विवाद चल रहा था. मृतक की मां ने राजस्थान की पैतृक जमीन बटाई पर दी थीं. इसका पैसा दोनों बेटों सनी और सोनू को आधा-आधा बंटाई का पैसा मिलता था.
इस बार का बंटाई के डेढ़ लाख रुपए मां ने बड़े बेटे दीपचंद्र को दे दिए थे. सनी अपना हिस्सा मांग रहा था. इसी बात को लेकर दोनों में बीते दिनों दोनों के बीच विवाद चल रहा था. शाहगंज पुलिस ने दोनों का शांति भंग में चालान भी किया था.
16 नवंबर को दीपचंद्र, सनी और मां घर पर थे. दीपचंद्र पत्नी और बच्चों को भाईदूज पर ससुराल छोड़कर लौटा था. दीपचंद्र खाना खा रहा था तभी सनी ने पैसों की मांग को लेकर विवाद शुरू कर दिया. मां घर मे सोती रही थीं. पैसे न मिलने से आगबबूला सनी ने पीछे से दीपचंद्र का गला दबा दिया. इससे दीपचंद्र की मौत हो गयी.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. घर के सदस्यों से पूछताछ की गई. सनी 17 नवंबर को भागने की फिराक में था तभी पुलिस ने दबोच लिया. कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल किया.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि दीपचंद्र की मौत का कारण पत्नी और पुलिस को हादसा बताया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरे मामले की कलई खोल दी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गला दबाना आया. इससे पुलिस दीपचंद्र की संदिग्ध मौत की गुत्थी सुलझा सकी.
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