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सीएमओ की टीम ने प्रिया हॉस्पिटल में गर्भपात कराने का किया स्टिंग ऑपरेशन, मौके पर मिला भ्रूण

हरियाणा के नुहूं जिले से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को ताजनगरी की ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-टू स्थित प्रिया हॉस्पिटल में भ्रूण लिंग परीक्षण और गर्भपात कराने का स्टिंग ऑपरेशन किया. टीम ने स्टिंग ऑपरेशन के बाद प्रिया हॉस्पिटल में छापेमारी की.

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स्वास्थ्य विभाग की टीम
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Published : May 21, 2022, 8:14 PM IST

आगराः हरियाणा के नुहूं जिले से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को ताजनगरी की ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-टू स्थित प्रिया हॉस्पिटल में भ्रूण लिंग परीक्षण और गर्भपात कराने का स्टिंग ऑपरेशन किया. टीम ने स्टिंग ऑपरेशन के बाद प्रिया हॉस्पिटल में छापामारी की. टीम ने हॉस्पिटल में गर्भपात में निकाला गया एक भ्रूण भी मौके पर बरामद किया. इस छापामार कार्रवाई में हरियाणा टीम के साथ आगरा के सीएमओ भी मौके पर मौजूद रहे. सीएमओ डॉ. अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि, गर्भपात में प्रयुक्त किए जाने वाली मशीनें बरामद कर लीं हैं. हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित किया है. जांच-पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि, एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस टू में स्थित प्रिया हॉस्पिटल पर हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गर्भपात की सूचना पर छापा मारा. टीम को पहले से ही अस्पताल में गर्भपात कराए जाने की सूचनाएं मिल रही थी. हरियाणा के जिला नुहूं के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. अरविंद और डॉ. आशीष सिंगला के नेतृत्व में टीम ने डमी मरीज के अस्पताल में स्टिंग के लिए भेजा. जहां डॉक्टर से गर्भपात की बात की गई. डॉ राजीव कुमार ने डमी मरीज को गर्भपात के लिए 40,000 रुपये बताए. जैसे ही मरीज ने डॉक्टर को पैसे मुहैया कराए बाहर इंतजार में खड़ी टीम ने पैसे के साथ डॉक्टर को धर दबोचा.

डॉक्टर को जैसे ही पता चला कि यह पेशेंट नहीं बल्कि हरियाणा की टीम है और स्टिंग ऑपरेशन करने आई है. डॉक्टर के हाथ पांव फूल गए और अपने हाथ में पकड़े हुए 10,000 रुपये डॉक्टर ने वॉशबेसिन के पाइप में डालने की कोशिश की. लेकिन टीम के साथ मौजूद पुलिस ने वह पैसे अपने कब्जे में ले लिए.

पढ़ेंः कासगंज के सरकारी अस्पताल में मिले एक्सपायर अग्निशमन यंत्र, हिदायत दी गई

स्टिंग ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर को अस्पताल में जैतपुर कला के रहने वाले अवनीश और उनकी पत्नी सुप्रिया भी मिली. जो कि, अपने बच्चे का गर्भपात कराने पहुंची थी. संबंधित बच्ची के माता-पिता से सीएमओ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने काफी पूछताछ की, लेकिन बच्चे के पिता ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. उसका यही कहना था कि हम इस बच्चे को नहीं चाहते थे. इसलिए यहां पर आए थे. सीएमओ अरुण श्रीवास्तव ने पिता से पूछा कि गर्भपात की बात कितने रुपये में तय हुई थी, तो उसने बताया कि 10,000 रुपये में गर्भपात कराना तय हुआ था. लेकिन बच्ची के पिता ने एजेंट के बारे में कुछ भी नहीं बताया और गर्भ परीक्षण के सवाल पर भी लगातार इंकार करता रहा.

सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि, ट्रांस यमुना के प्रिया हॉस्पिटल में पहले गर्भपात की सूचना पर कार्रवाई की गई थी. इसके बाद डॉक्टर ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था और करीब 1 महीने पहले फिर से अस्पताल शुरू हो गया. इस बार फिर से अस्पताल में गर्भपात की सूचना लगातार मिल रही थी. इसके बाद हरियाणा की टीम के साथ हॉस्पिटल पर छापामारी की है. अस्पताल की कार्यप्रणाली संदिग्ध मिली. इसके बाद फिर से अस्पताल पर कार्रवाई की जा रही है.

वहीं, छापेमारी के दौरान अस्पताल में एक भ्रूण भी मिला है और उसके पिता से बात की गई तो उसने बताया कि उसके पास पहले से 3 लड़कियां हैं. वह अभी चौथा बच्चा नहीं चाहता था. इसलिए यहां गर्भपात कराने आया है. भ्रूण का पोस्टमार्टम किया जाएगा. जांच पड़ताल के बाद अस्पताल को सील करने की कार्रवाई की जाएगी.

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आगराः हरियाणा के नुहूं जिले से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को ताजनगरी की ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-टू स्थित प्रिया हॉस्पिटल में भ्रूण लिंग परीक्षण और गर्भपात कराने का स्टिंग ऑपरेशन किया. टीम ने स्टिंग ऑपरेशन के बाद प्रिया हॉस्पिटल में छापामारी की. टीम ने हॉस्पिटल में गर्भपात में निकाला गया एक भ्रूण भी मौके पर बरामद किया. इस छापामार कार्रवाई में हरियाणा टीम के साथ आगरा के सीएमओ भी मौके पर मौजूद रहे. सीएमओ डॉ. अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि, गर्भपात में प्रयुक्त किए जाने वाली मशीनें बरामद कर लीं हैं. हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित किया है. जांच-पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि, एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस टू में स्थित प्रिया हॉस्पिटल पर हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गर्भपात की सूचना पर छापा मारा. टीम को पहले से ही अस्पताल में गर्भपात कराए जाने की सूचनाएं मिल रही थी. हरियाणा के जिला नुहूं के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. अरविंद और डॉ. आशीष सिंगला के नेतृत्व में टीम ने डमी मरीज के अस्पताल में स्टिंग के लिए भेजा. जहां डॉक्टर से गर्भपात की बात की गई. डॉ राजीव कुमार ने डमी मरीज को गर्भपात के लिए 40,000 रुपये बताए. जैसे ही मरीज ने डॉक्टर को पैसे मुहैया कराए बाहर इंतजार में खड़ी टीम ने पैसे के साथ डॉक्टर को धर दबोचा.

डॉक्टर को जैसे ही पता चला कि यह पेशेंट नहीं बल्कि हरियाणा की टीम है और स्टिंग ऑपरेशन करने आई है. डॉक्टर के हाथ पांव फूल गए और अपने हाथ में पकड़े हुए 10,000 रुपये डॉक्टर ने वॉशबेसिन के पाइप में डालने की कोशिश की. लेकिन टीम के साथ मौजूद पुलिस ने वह पैसे अपने कब्जे में ले लिए.

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स्टिंग ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर को अस्पताल में जैतपुर कला के रहने वाले अवनीश और उनकी पत्नी सुप्रिया भी मिली. जो कि, अपने बच्चे का गर्भपात कराने पहुंची थी. संबंधित बच्ची के माता-पिता से सीएमओ अरुण कुमार श्रीवास्तव ने काफी पूछताछ की, लेकिन बच्चे के पिता ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. उसका यही कहना था कि हम इस बच्चे को नहीं चाहते थे. इसलिए यहां पर आए थे. सीएमओ अरुण श्रीवास्तव ने पिता से पूछा कि गर्भपात की बात कितने रुपये में तय हुई थी, तो उसने बताया कि 10,000 रुपये में गर्भपात कराना तय हुआ था. लेकिन बच्ची के पिता ने एजेंट के बारे में कुछ भी नहीं बताया और गर्भ परीक्षण के सवाल पर भी लगातार इंकार करता रहा.

सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि, ट्रांस यमुना के प्रिया हॉस्पिटल में पहले गर्भपात की सूचना पर कार्रवाई की गई थी. इसके बाद डॉक्टर ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था और करीब 1 महीने पहले फिर से अस्पताल शुरू हो गया. इस बार फिर से अस्पताल में गर्भपात की सूचना लगातार मिल रही थी. इसके बाद हरियाणा की टीम के साथ हॉस्पिटल पर छापामारी की है. अस्पताल की कार्यप्रणाली संदिग्ध मिली. इसके बाद फिर से अस्पताल पर कार्रवाई की जा रही है.

वहीं, छापेमारी के दौरान अस्पताल में एक भ्रूण भी मिला है और उसके पिता से बात की गई तो उसने बताया कि उसके पास पहले से 3 लड़कियां हैं. वह अभी चौथा बच्चा नहीं चाहता था. इसलिए यहां गर्भपात कराने आया है. भ्रूण का पोस्टमार्टम किया जाएगा. जांच पड़ताल के बाद अस्पताल को सील करने की कार्रवाई की जाएगी.

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