आगरा: शहर में तीन दिन से साफ-सफाई नहीं हो रही है. ताजमहल के आस-पास दो किलोमीटर के दायरे में साफ सफाई की कमान संभाल रही निजी कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. तीन माह से वेतन का भुगतान नहीं होने से कर्मचारियों ने सफाई करना बंद कर दिया है, इससे गलियों, सड़कों और मोहल्लों में कूड़े का अंबार लगा है.
ताजमहल के दो किलोमीटर के दायरे में प्रतिदिन 15 टन कूड़ा निकलता है. तीन दिन में 45 टन से ज्यादा कूड़ा इन क्षेत्रों में पड़ा हुआ है. बता दें कि देश और विदेश से ताजमहल को देखने के लिए आने वाले पर्यटक शिल्पग्राम, ताजगंज, पुरानी मंडी, फतेहाबाद रोड से ही गुजरते हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अभी तक निजी कंपनी के सफाई कर्मचारियों के वेतन भुगतान के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है.
138 सफाई कर्मचारी हड़ताल पर
सफाई कर्मचारी तूफान का कहना है कि, कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, इसलिए वे हड़ताल पर हैं. निजी कपंनी के दो किलोमीटर की परिधि में 138 से ज्यादा सफाई कर्मचारी कार्य करते हैं. लेकिन, सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते इस क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा है.
निजी कंपनी के सुपरवाइजर गौरव नरवार का कहना है कि, कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं होने से परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है. राशन से लेकर अन्य तमाम सामान खरीदने में दिक्कत हो रही है. ऐसे में त्योहार सिर पर है, लेकिन मजबूरन सफाई कर्मचारियों को अपनी मांग को लेकर हड़ताल करना पड़ रहा है.
निगम और एडीए पर 1.85 करोड़ बकाया
निजी कंपनी के कर्मचारी सतेंद्र कुमार का कहना है कि, छह माह से नगर निगम और एडीए (आगरा विकास प्राधिकरण) ने कंपनी का भुगतान नहीं किया गया है. कंपनी का नगर निगम और एडीए पर 1.85 करोड़ बकाया है. तीन महीने तक लोगों ने सभी सफाई कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया, लेकिन अब कंपनी के सामने भी संकट खड़ा हो गया है. इसके बारे में लगातार जिम्मेदार विभागों से पत्राचार किया जा रहा है. अभी तक कंपनी को भुगतान नहीं किया गया. यही वजह है कि, अब कर्मचारियों में आक्रोश है और वे हड़ताल पर चले गए हैं.