आगराः जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के लापरवाह शिक्षकों की अब खैर नहीं है. मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ए.मणिकंदन ने इसको लेकर 'ऑपरेशन एजुकेशन' शुरू किया है. जिसके तहत बिना बताए गैरहाजिर रहने वाले और देरी से विद्यालय पहुंचने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसा जा रहा है. 'ऑपरेशन एजुकेशन' के औचक निरीक्षण की रिपोर्ट से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है.
सीडीओ ने सोमवार को 'ऑपरेशन एजुकेशन' के तहत जिले के 15 ब्लॉक में विद्यालयों का औचक निरीक्षण कराया था. जिसमें 512 शिक्षक अनुपस्थिति मिले और 31 विद्यालयों पर ताला लटका हुआ था. सीडीओ ए.मणिकंदन ने अब लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए बीएसए को निर्देश दिए हैं. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी को भी नहीं करने दिया जाएगा.
बता दें कि आगरा के 15 ब्लॉक में 2,400 प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित है. जिसमें करीब 10 हजार शिक्षक तैनात हैं. लेकिन ये शिक्षक बिना बताए ही छुट्टी पर चले जाते हैं, कहीं विद्यालय देर से पहुंचते हैं. अध्यापकों के ऐसे कारनामों की शिकायत लगातार शिक्षा विभाग जिला प्रशासन को मिल रही थी. पिनाहट के गांव उमरेठा में बंद पड़े विद्यालय में ग्रामीणों अपनी फसल सुखा रहे थे. इस पर सीडीओ ए. मणिकंदन ने 'ऑपरेशन एजुकेशन' की योजना बनाई.
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बीडीओ से कराया गया था औचक निरीक्षण
सीडीओ ए. मणिकंदन ने बताया कि 11 जुलाई 2022 को खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) से जिले के 15 ब्लॉक में संचालित विद्यालयों का औचक निरीक्षण कराया गया. जिले के 2400 विद्यालयों का औचक निरीक्षण करना मुश्किल था. लेकिन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के जरिए औचक निरीक्षण किया गया. औचक निरीक्षण में 512 शिक्षक अनुपस्थित मिले. साथ ही 31 विद्यालय भी बंद मिले. बीडीओ की औचक निरीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर अनुपस्थित मिले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीएसए आगरा को निर्देश दिए गए हैं.
एबीएसए और हेडमास्टर पर भी कसेगा शिकंजा
सीडीओ ए. मणिकंदन ने बताया कि औचक निरीक्षण में अनुपस्थित मिले शिक्षक और बंद विद्यालय के मामले में उस क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) और विद्यालय के हेड मास्टर की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी. क्योंकि दोनों का काम मॉनिटरिंग का है. दोनों की मॉनिटरिंग के बाद कैसे शिक्षक अनुपस्थित या देरी से विद्यालय पहुंच रहे थे. इसमें उन पर कार्रवाई के लिए अधिकारियों से चर्चा की जाएगी. अनुपस्थित शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही अन्य विभागीय कार्रवाई की तैयारी है. उन्होंने बताया कि सीएम योगी के सख्त निर्देश हैं कि सभी सरकारी कर्मचारी समय पर कार्यालय पहुंचे. विद्यालयों में शिक्षकों की हाजिरी शत-प्रतिशत हो और पढ़ाई का माहौल बना रहे. इसी का पालन कराया जा रहा है.
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