आगरा. ताजनगरी में जगदीशपुरा थाना के मालखाना से 25 लाख की चोरी में हिरासत में लिए गए सफाई कर्मचारी अरुण की मौत के बाद पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है. सोशल मीडिया पर मृत अरुण की मां कमला देवी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें पुलिस कठघरे में है.
मां कमला देवी का आरोप है कि चोरी में पुलिसकर्मी शामिल थे. पुलिस वाले चोर हैं. बेटा अरुण उनके नाम उजागर कर देता. इसलिए उसकी हत्या कर दी. इतना ही नहीं, पुलिस ने मृतक के भाइयों और अन्य रिश्तेदारों को अवैध रूप से हिरासत में रखकर टॉर्चर किया.
बता दें कि मृत सफाई कर्मचारी अरुण की मौत के बाद उनकी मां कमला का पोस्टमार्टम हाउस का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें आरोप है कि अरुण की पुलिस ने हत्या की है. कमला देवी का रो-रोकर बुरा हाल था. उनका आरोप है कि बेटा अरुण सालों से थाने में सफाई कर रहा था. आज तक उसकी कोई शिकायत नहीं आई. थाने में 25 लाख चोरी में उसे जबरन फंसाया गया. चोरी में पुलिस वाले शामिल हैं. अरुण जब उन पुलिस वालों का नाम खोलने जा रहा था तो उन पुलिस वालों को बचाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई.
यह भी पढ़ें : मालखाने में 25 लाख की चोरी: मामले में सफाईकर्मी पर शक, तलाश को लगाई गईं पुलिस की कई टीमें
पुलिसकर्मी ले गए घर के गहने
कमला देवी का आरोप यह भी है कि पुलिस ने उनके घर में दबिश दी. घर की तलाशी में पुलिस गहने भी ले गई. बेटा अरुण को पकड़कर ले जाने वाले और उसकी हत्या में शामिल सभी पुलिसवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
परिजन और रिश्तेदार अवैध रूप से हिरासत में रखे
मालखाना में चोरी की घटना के बाद पुलिस ने सफाई कर्मचारी अरुण के भाइयों और अन्य रिश्तेदारों को मुकदमे में नामजद न होने के बाद भी करीब 60 घंटे तक अवैध रूप से हिरासत में रखा. कमला देवी का कहना है कि रविवार शाम सात बजे पुलिस टीम घर आई. पुलिस ने उसके साथ, रिंकू, सोनू, बंटी और सोनू की पत्नी जया को एक-एक करके थाने बुलाया. उनसे अरुण के बारे में पूछताछ की.
जानकारी न होने की बात कही तो उनके साथ मारपीट की. इतना ही नहीं, ताजगंज और भरतपुर में पुलिस ने दबिश देकर रिश्तेदार उठा लिए. पुलिस ने सभी के साथ बर्बरता की. मंगलवार देररात तक सभी को बैठाए रही. इसी बीच रात को अरुण की मौत हो गई. इसके बाद समाज के लोगों के दवाब के बाद उन्हें छोड़ा गया है.